16 सितम्बर को पूरी दुनिया में यह विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है। जीवन के लिए ऑक्सीजन से ज्यादा जरूरी ओजोन है, और मुक्ता इस दिवस का आयोजन करने वजह यह है कि ओजोन परत के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ ही इसे बचाने के समाधान कि ओर ध्यान एकत्रित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है इसका यही उद्देश्य है ओजोन क्या है,
यह ऑक्सीजन के 3 परमाणु से मिलकर बना हुआ एक ऑप्शन है जो वायुमंडल में बहुत कम मात्रा में पाई जाती है, या समुद्र तट से 30 या 32 किलोमिटर की ऊंचाई पर इसकी क्षमता अधिक होती है यह तीखे गंद वाली विषैली गैस इसका IPC नाम Tricks jhon इसका घनत्व 2.14 किलोग्राम/मीटर क्यो होता है कितना डिग्री सेल्सियस होता है।
विश्व ओजोन दिवस – World Ozone Day in Hindi
1994 से 16 सितम्बर को सालाना ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में सभी देशों में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को घोषणा के रूप में नामित किया गया था जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा बनाया गया था। 19 दिसंबर 2000 को ओजोन परत की कमी के कारण माॅन्ट्रियल कन्वेंशन पर हस्ताक्षर करने के लिए यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित किया गया था। माॅन्ट्रियल कन्वेंशन दुनिया भर के हानिकारक पदार्थों और गैसों को समाप्त करके ओजोन परत की रक्षा करने हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है। ओजोन परत की रक्षा के लिए 1995, जो पहला वर्ष था जब इस दिन को दुनिया भर में मनाया गया था, के बाद से अंतर्राष्ट्रीय दिवस मे भागीदारी ने भारी वृद्धि है।
विश्व ओजोन दिवस क्यों मनाया जाता है?
यह दिन न केवल उस तारीख जब माॅन्ट्रियल कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए गए थे उसे याद करने के लिए मनाया जाता है बल्कि मुख्य रूप से यह जागरूकता फैलाने के लिए भी मनाया जाता है। कि ओजोन परत कितनी तेजी से कम हो रही है। इस दिन को एक अंतर्राष्ट्रीय अवसर पर के रूप में देखने का मुख्य उद्देश्य ओजोन परत के बारे में जागरूकता की भावना पैदा करना है कि यह कैसे बनती है और इसमें पैदा हुई कमी को रोकने के क्या तरीके हैं।
इस दिन विद्यालयों, काॅलेजो, संगठनों और मीडिया के लोगों के माध्यम से एक दूसरे से जुड़कर उनके विचारों को साझा किया जाता है और यह बताया जाता है कि हमारी धरती को नष्ट करने वाले खतरे को नियंत्रित किया जा सकता है। यह दिवस जनता के बारे में पर्यावरण के महत्व और इसे सुरक्षित के महत्वपूर्ण साधनों के बारे में शिक्षित करता है।
1994 से ओजोन परत की कमी के परिणाम के बारे में जागरूकता और समझ को बढाने के लिए तथा इसके संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व ओजोन दिवस (world ozone day) मनाया जाता है। इस दिन हानिकारक गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रयासों के साझा, जो मुख्यतः पर्यावरणीय मुद्दों का कारण बनते हैं, को प्रोत्साहित किया जाता है।
भारत
ओजोन परत के संरक्षण के लिए भारत में अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस बहुत उत्साह से छात्रों द्वारा मनाया जाता है। इस दिन शहर की सडकों पर विशाल रैलियाँ गठित की जाती हैं।
छात्रों को वार्षिक ओजोन दिवस पर भाषण देने का मौका दिया जाता है। महाविद्यालय के छात्र इस विषय पर अधिवेशन के लिए राज्य स्तर के अभियानों को आयोजित करते हैं और इस तरह से ओजोन परत मे छेद को कम करने के लिए विभिन्न उपायों को इस्तेमाल में लाते हैं।
भारतीय सरकार उन बुद्धिमान लोगों को मान्यता और छात्रवृत्ति प्रदान करती है जो हानिकारक गैसों और पदार्थों के उत्सर्जन को कम करने के लिए रचनात्मक तरीकों का आविष्कार करते हैं जो न केवल सुविधाजनक बल्कि स्थायी भी है। पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ कार्यक्रमों को लॉन्च करने और मानव जाति के लिए वातावरण में मौजूद हानिकारक गैसों के आंकड़ों को इकठ्ठा किया जिनका बुरा प्रभाव धरती पर पड़ रहा है। ये अद्यतन आंकड़े विभिन्न विश्वविद्यालयों को व्यापक रूप से अध्ययन करने और इस मुद्दे पर पर्याप्त समाधान प्रदान करने के लिए दिए जाते हैं।
निष्कर्ष
हमारे ग्रह पृथ्वी पर सब कुछ एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। धरती माँ हमें इतनी बहुमूल्य पर्यावरण सुविधाएं प्रदान करती हैं जिनके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। इसलिए हमें इसका उपयोग करने के लिए अधिक कार्बनिक और समग्र रूप अपनाना चाहिए जहाँ सबको बिना किसी विनाश के लाभ मिलेगा।
आज की जलवायु परिस्थितियों के लिए ओजोन की कमी मुख्य कारण है। यह आज एक विशाल आयाम में मौजूद नहीं है लेकिन यदि इस पर काबू नहीं पाया गया तो यह विकासशील और विकसित देशों के लिए कुछ गंभीर विनाश का कारण हो सकता है। विश्व ओजोन दिवस लोगों के बीच बड़ा मंच प्रदान करता है ताकि उन्हें जागरूक कर सके। यह सही समय है और हमें ओजोन परत को बचाए रखने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों को अवश्य जारी रखना चाहिए।