स्टेमिना क्या है? स्टैमिना कम होने के कारण पूरी जानकारी

थोड़ी दूर तक चलने में या सीढ़ियां चढ़ते वक्त थकान लगने लगे तो इन बातों को इग्नोर करना सही नहीं है क्योंकि ये समस्याएं अक्सर शरीर में स्टैमिना कम होने के कारण होती हैं। स्टैमिना और स्ट्रेंथ को काफी हद तक एक ही माना जा सकता है। अच्छी सेहत को स्टैमिना से ही जोड़कर देखा जाता है। अगर आपके अंदर स्टैमिना नहीं है तो जिम में पसीना बहाने, सुबह घंटों दौड़ने और मॉर्निंग वॉक करने का कोई मतलब नहीं है। लेकिन ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यहां हम आपको स्टैमिना क्या होता है (stamina kya hota hai) और स्टैमिना को बढ़ाने के बारे में हर वो छोटी- बड़ी बात बता रहे हैं (  increase stamina in hindi), जिनकी मदद से आप खुद को फ्रेश और एनर्जेटिक महसूस कर सकते हैं।

स्टेमिना क्या है? – What is Stamina in Hindi?

स्टैमिना (stamina in hindi) अर्थात आंतरिक बल। साधारण शब्दों में कहा जाये तो स्टैमिना का मतलब होता है व्यक्ति द्वारा किसी भी कार्य को मानसिक या शारीरिक रूप से लंबे समय तक जारी रखना। वैसे आमतौर पर स्टैमिना शब्द को शारीरिक कार्य जैसे खेल, व्यायाम, पैदल चलना, दैनिक दिनचर्या में मेहनत वाले कामों के प्रयोग में लाए जानी वाली क्षमता के लिए उपयोग किया जाता है।

स्टैमिना कम होने के कारण – Causes Of Low Stamina

दैनिक कार्यों को करने में हल्की- फुल्की थकान होना आम बात है लेकिन बार- बार थकान होने की वजह से आपका शरीर काफी कमजोर हो सकता है। शरीर में स्टैमिना कम होने के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में जिनकी वजह से कमजोरी या फिर थकान महसूस होती है –

नींद की कमी – Lack of Sleep

अगर आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी नहीं कर रहे हैं तो इससे आपके शरीर की ताकत धीरे- धीरे खत्म हो जायेगी और किसी काम में मन भी नहीं लगेगा।

पानी कम पीना

कई बार पानी की कमी के कारण भी शरीर का स्टैमिना कम हो जाता है। हमारे शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है, फिर भी शरीर को थोड़ी- थोड़ी देर में पानी की आवश्यकता पड़ती है। अगर शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होगा तो आपका स्टैमिना कम होना लाजमी है।

कार्बोहाइड्रेट की कमी – Lack of Carbohydrate

बहुत से लोग डाइटिंग के चक्कर में कार्बोहाइड्रेट लेना बिल्कुल ही बंद कर देते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से ही शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी मिलती है। वहीं अगर आप जिम या फिर फिटनेस वर्कआउट करते हैं तो आपके शरीर को ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की जरूरत पड़ती है। इसीलिए अपने खान- पान में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को संतुलित रखें।

शरीर में स्टैमिना कम होने के लक्षण – Symptoms Of Low Stamina In Hindi

बिना मेहनत किये पसीना आना।

  • – भूख न लगना।
  • – हर वक्त खुद को थका हुआ महसूस करना।
  • – चक्कर आना।
  • – आंखों के सामने कभी- कभी धुंधलापन छा जाना।
  • – किसी काम को करने में मन न लगना।
  • – हाथों और पैरों में दर्द महसूस होना।
  • – अधिक नींद आना

Stamina Badhane Ke Food

Stamina बढ़ाने के लिए आपको अपने खान-पीने की चीजों पर विशेष ध्यान देना होगा क्योंकि व्यक्ति में एनर्जी उसके खाने से ही आती है। तो अब हम आपको Stamina Increase Food के बारे में बता रहे है।

  • स्टैमिना बढ़ाने और बनाए रखने के लिए एक संतुलित आहार लेना चाहिए जिसमे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, फैट आदि शामिल हो और दलिए पदार्थ का सेवन करें, फलों का सेवन, हरी सब्ज़ियाँ खाए विशेष करके पालक, ड्राई फूड खाए।
  • कुछ खास चीजें जो आपके मानसिक और शारीरिक स्टैमिना के लिए अच्छी है इसके लिए आप इन चीजों का भी सेवन कर सकते है जैसे- बादाम, शकरगंद, केले, अंडे, मछली, बिना चर्बी का माँस, सेब, चुकंदर आदि है।
  • हेल्दी फैट खाने से शरीर में लंबे समय तक एनर्जी बनी रहती है। शरीर में एनर्जी होने पर आप हैवी वेट उठा पाएंगे और इससे ही आपका स्टेमिना बढ़ेगा।
  • इसलिए डाइट में बादाम, काजू, मूंगफली और ऑलिव ऑयल आदि को शामिल कर लें।
  • कई लोग दिन भर में 3 मील ही लेते हैं। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर, जो कि गलत है। आपको आदर्श रूप से दिन में हैवी मील की अपेक्षा 5-6 छोटे-छोटे मील लेने चाहिए। इससे आपका मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है और एनर्जी भी बढ़ती है। बॉडी में एनर्जी रहने पर स्टैमिना खुद-ब-खुद बढ़ जाएगा।
  • कैफीन भी स्टैमिना बढ़ाने में मदद करती है। शायद आपने देखा हो कई लोग वर्कआउट से पहले प्री-वर्कआउट ड्रिंक लेते हैं, जिसमें कैफीन होता है। कैफीन से आपकी ताकत/ स्टैमिना दोनों ही बढ़ते हैं और आप हैवी लिफ्ट बिना दर्द के साथ लगा सकते हैं।
  • द यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया की रिसर्च के मुताबिक कैफीन की मीडियम खुराक (लगभग 2 कप कॉफी) पोस्ट-वर्कआउट दर्द यानि सोरनेस (Soreness) को 48% तक कम कर सकती है।
  • 2017 में 9 पुरुष स्विमर्स पर हुई स्टडी के मुताबिक उन्हें सेशन के 1 घंटे पहले 3 mg कैफीन दी गई। इससे उनका स्प्रिंट टाइम बढ़ गया। अधिक कैफीन लेने के कई नुकसान भी हो सकते हैं। आप प्री-वर्कआउट ड्रिंक्स की जगह ब्लैक कॉफी का भी प्रयोग कर सकते हैं।

एक्सरसाइज (Exercise)

एनर्जी कम होने पर वर्कआउट का मन नहीं करता, यह बात सही है। लेकिन यह भी सही है कि एक्सरसाइज / वर्कआउट करके स्टैमिना बढ़ाया जा सकता है।

स्टैमिना और एक्सरसाइज पर 2017 में एक अध्ययन किया गया। इस दौरान जिन लोगों को कोई भी काम करने से थकान होती थी, उनको 6 हफ्ते तक एक्सरसाइज कराई गई। इससे उनके स्टैमिना में सुधार आया। उन्होंने अपनी वर्क एबिलिटी (work ability) और नींद की क्वालिटी (sleep quality) में भी सुधार किया। (1)

स्टैमिना बढ़ाने के लिए इन वर्कआउट को प्लान में एड करें।

  • एब्डोमिनल एक्सरसाइज (Abdominal Exercises)
  • कार्डियोवस्कुलर ट्रेनिंग (Cardiovascular Training)
  • स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग (Strength Training)
  • पिलेट्स सेशन (Pilates Sessions)
  • इंटरवल ट्रेनिंग (Interval Training)

एक्सरसाइज करते समय आपको माइंड मसल्स कनेक्शन पर भी ध्यान देना है। कोई भी एक्सरसाइज करते समय आपका ध्यान कहीं और है तो ऐसे सेशन से आपको फायदा नहीं मिलेगा।

वर्कआउट करते हुए आपका ध्यान ऑफिस के काम पर अन्य कही है तो इसका कोई मतलब नहीं। सही तरीका यह है कि आप जहां भी रहें माइंड मसल्स कनेक्शन के साथ एक्सरसाइज को पूरा एंन्जॉय करें।

योगासन (Yogasan)

आप जिम जाते हों या नहीं, लेकिन शरीर की ताकत और लचीलापन बढ़ाने के लिए योग का सहारा ले सकते हैं। योग स्ट्रेस को कम करने और एबिलिटी को बढ़ाने में भी मददगार है।

स्टैमिना और स्ट्रेन्थ बढ़ाने के लिए आप इन योगासन को कर सकते हैं।

  • फलकासन (Plank Pose)
  • त्रिकोणासन (Triangle Pose)
  • नौकासन (Naukasana / Boat Pose)
  • उत्कटासन (Utkatasana / Chair Pose)
  • सूर्य नमस्कार (Sun Salutations/Surya Namaskar)

इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि आप अपना स्टैमिना कैसे बढ़ा सकते हैं, जो आपके दैनिक कामकाज के लिए जरूरी है। साथ ही आपने यह भी जाना कि अच्छा भोजन, नियमित व्यायाम और पर्याप्त आराम किस प्रकार स्टैमिना बढ़ाने में सहायक भूमिका निभा सकता है। अगर आप भी स्टैमिना की कमजोरी से गुजर रहे हैं, तो आज से ही लेख में बताए गए उपायों को अपनाना शुरू कर दें। अगर आपके मन में इस विषय से जुड़ा कोई सवाल है, तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स की मदद ले सकते हैं।