गर्ल फ्रेंड (प्रेमिका) शायरी – Girlfriend Shayari in Hindi

गर्ल फ्रेंड प्रेमिका महबूबा और अपनी पत्नी के लिए ये सभी शायरी भेज कर आकर्षित कर सकते है. हमने इस शब्द को बड़े ही प्यार से पिरोया है ताकि अगर कोई इस शायरी को पढ़े तो वो पूरी तरह मदहोश हो जाये तो चलिए हम अपने शायरी की शुरुवात करते है.

गर्ल फ्रेंड शायरी – Girlfriend Shayari in Hindi

हर पल जिसका नाम होठों पे रहता है
जिनकी एक जलक को ये दिल पागल बैठा है
कैसे कहूं तुमसे ये बात में , ए जान
वो कोई और नही तुम ही जिसने मेरा दिल लूटा है ।

कशिश शर्मा

मोहताज हु मै तेरे इश्क का मुझे और मजबूर न कर
आखों में है तेरा इंतजार मुझे और बेसबर न कर
थक जाते ही आखें मेरे तेरी राह देखते देखते
तू एक समय तो मेरे गली से गुजरने का तय कर

कशिश शर्मा

नजर न लगे मेरे प्यार को किसी की
ए खुदा तू उसे हर नजर से बचा कर रखना
बड़ी मासूम सी है मेरी जान उसे हर दर्द से बचा कर रखना

कशिश शर्मा

कैसे बताऊं मैं तुझे कितना प्यार करता हु
आंख खुलते ही सबसे पहले तेरा ख्याल करता हु
जो न मिले तू मुझे किसी रोज , बैचेन होकर मैं
तेरे मिलने का इंतजार करता हु ।

कशिश शर्मा

यू ना मुझे तड़पा तू किसी गैर से बात करके
तेरा हर सितम मंजूर है मुझे सिवा इसके

कशिश शर्मा

मुलाकात भी वो कितनी हसीन होगी
जिस पल तू में तू मेरे संग होगी
होगा ना बंधन इस जमाने का होगा
ना जाने कितनी हसीन वो घड़ी होगी

कशिश शर्मा
तेरी आखों का यू झुकना
मुझे देख कर यू पल दो पल रुकना
ये इशारों की बोली और ये सूरत भोली
ए जान अब क्या कहूं तुझसे
तेरी इन्हीसब अदाओं ने ही तो मेरी जान लेली

कशिश शर्मा

उलझनों में लगा है ये दिल बड़ी
जरा तुम सुलझा दो ना
मोहब्बत है मुझे तुमसे बे इंतहा
तुम भी तो अपनी तरफ से कुछ कहो ना

कशिश शर्मा

ये काजल ये बिंदी ये तेरे झुमके
सब मुझे बताते है राज ये तेरे सजने संवरने का
हा है सभी ये रूप रंग तेरे मेरे लिए
तू भी तो बता दे अब मुझे की तूझे भी इश्क मुझसे है कितना

कशिश शर्मा
बातो को यू घुमा कर ना कहा किजिए
देख कर हमें न यू नजरे चुराया कीजिए
जानते है हम भी इशारे सभी मोहब्बत के
लफ्जो से न सही इशारों से ही बयां कीजिए

कशिश शर्मा
मुझसे प्यार वो कुछ इस कदर निभाता है
मेरी एक मुस्कान के लिए ,वो हर हद पार कर जाता है
और हो मुझे गम जरा सा ,वो पागल सा लड़का
ना जाने क्यों इतना तड़प सा जाता है

कशिश शर्मा

मुसकान से पता चल जाता है
इस दिल को तू कितना भाता है
हो अगर तेरी कमी तो जाने जाना
ये दिल कहा चैन पाता है

कशिश शर्मा
तू जानती है हालत मेरे दिल की
अनजान फिर भी कमाल बनती है
यू किसी गैर से बाते कर के तेरा मुस्कुराना
तुझे देख साथ किसे के दिलो में मेरे आग लगती है

कशिश शर्मा

मिले होगे तुझे लोग हजार मेरे जैसे
पर प्यार तुझे मुझ जैसा कौन करेगा
तू ही बता ना जान क्या तेरे लिए कोई
मेरी तरह हर रोज खुदा से तुझे पाने की दुआ करेगा

कशिश शर्मा
मेरी पहली मोहब्बत भी तू है
मेरी आखरी आरजू भी तू है
मिला न कोई मुझे तुझ जैसा
मेरे जान मेरी जिंदगी भी तू है

कशिश शर्मा

तुझे पाने की लिए कब मोहब्बत की है मैंने
तुझे जी भर कर चाहना भी मेरी मोहब्बत है
तुझे सिर्फ चाहा ही नही था मैने
तू तो मेरी दुआओं का हिस्सा था मेरे

कशिश शर्मा

है एक शिकायत मुझे तुझ्से तू यू बेरुखी ना दिखाया कर
मैं आता हु मिलने तुझसे मिलो दूर से ए जान
तू मिलने ना सही पर एक बार खिड़की पर तो आया कर
देख एक झलक तेरी मैं लौट जाया करूंगा
एक झलक को तो न तड़पाया कर

कशिश शर्मा

तेरे हुसन से नही मै तुझसे प्यार करता हु
होगा जमाना तेरे खूबसूरती का दीवाना
लेकिन तेरे लिए मै सिर्फ तेरा दीवाना बना फिरता हु

कशिश शर्मा

बाजी इश्क की उसने कुछ ऐसी चल दी
आखों से ही सारी बाते सुरु और खत्म कर दी
हार गया मैं भी उसकी हर चाल से
हार कर मैंने इश्क में अपनी हर जीत उसके नाम कर दी

कशिश शर्मा

मेरे मिजाज में ये न था
मैं झुकने को किसी के आगे तैयार ना था
पर देखा है मैंने जब से तुझे जानेजाना
मेरे हर उसूलों पर मेरा ही जोर ना रहा

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