पहला प्यार शायरी प्रेमिका के लिए – First Love Shayari For Girlfriend in Hindi

पहला प्यार शायरी प्रेमिका के लिए – First Love Shayari For Girlfriend in Hindi Language

ये उनकी मासूम सी सूरत मानो जैसे खुदा की मूरत

देख उन्हे  कितनी बार दिल मेरा  हारा है

ऐसा लगता है जैसे उसको खुदा ने मेरे लिए ही  बनाया है |

कशिश शर्मा

मोहब्बत में एक उसूल बनाया जाये

पहली नज़र से जो हो रहे है क़त्ल सरेआम

उस गुनाह पर भी कोई तो कानून बनाया जाये

कशिश शर्मा

मुस्कुरा कर जो देख लो तुम एक नजर

तो दिल कहा संभलता है

तुम्हारी इन्ही आदाओ पर तो

एक सीधा सा लड़का मरता है

कशिश शर्मा

हसरते कुछ कहती है जरा समझा करो

यु ही  बेवहज हमे देख कर न हँसा करो

दिल की बेचानिया भी बढने लगती है

तुम हमारी गलियों से जरा कम गुजरा करो

कशिश शर्मा

आरजू बस इतनी सी है हमारी

तुम हो सामने मेरे और हो ऐसी ही  रात सुहानी

मैं देखता रहू तुम्हे यु ही  मदहोश हो कर

और कट जाये ऐसे ही जिंदगी हमारी

कशिश शर्मा

कोई अजनबी मेरे दिल को चुराने लगा है

रातो की नींदों को भी उड़ाने लगा है

आखो को भी अब चैन नही मिलता उसे देखे बिना

लगता है वो  हमे प्यार करने की अदाए सिखाने लगा है

कशिश शर्मा

आखो को उठा कर जरा दीदार कीजिये

ये दिल आपकी नजरो का मरीज़ बना बैठा है

इस दिल के दर्द की कुछ तो दवा कीजिये

आये  पल भर के लिए चैन हमे इस वास्ते थोडा मुस्कुरा दीजिये

कशिश शर्मा

बिन बोले समझ जाओ तो क्या बात है

मोहब्बत लफ्जों में बया करना क्या जरूरी तो नही

हम इशारो में इजहार करे तुम मुस्कुरा कर पलके झुका लो

तो क्या बात है |

कशिश शर्मा

मेरी मोहब्बत को कुछ ऐसा मुकाम मिले

मैं जब जब याद करू उसे दिल की गहराइयो से

वो मुझे  उस पल मेरे साथ मेरे पास मिले

कशिश शर्मा

पहली मोहब्बत का अहसाह कुछ ऐसा हुआ

वो अजनबी सा लगने वाला दिल का सबसे खास हुआ

हमने खुद को लाख समझाया , मगर ये नासमझ दिल

उसी अजनबी का गुलाम हुआ

कशिश शर्मा

तुमसे मिलने के बाद अब मैं किसी से नही मिलता

होती है जब बाते तुमसे मैं किसी और की बाते नही सुनता

न जाने कौनसी डोर से बांध रखा है तुमने मुझे

तुम्हारे बिना मुझे अब  कुछ भी अच्छा नही लगता

कशिश शर्मा

मासूम सी है वो ये जानती नही है

मोहब्बत की बातो को पहचानती नही है

मुझे देख कर उसका ये पलके झुका लेना

उसकी इन्ही आदाओ पे तो दिल हर जाता है मेरा

कशिश शर्मा

हाथो की लकीरों में कही तो तेरा नाम छुपा होगा

तू भी तो कही न कही मुझ जैसा  होगा

यु हे तो नही बिन वजह तू मुझसे मिला होगा

तेरे मिलने में जरुर शामिल होगी कोई न कोई वजह

कशिश शर्मा

अपनी मोहब्बत को यु मुकमल किया जाये

जब तक है सांसे हर एक सांसो को

अपनी मोहब्बत पे कुर्बान किया जाये

कशिश शर्मा

आखो को यु झुका कर न गुमराह कीजिये

अगर है मोहब्बत आपको भी हमसे

तो हमारी आखो में आखे डाल कर इजहार कीजिये

कशिश शर्मा

बेवहज सी इस जिंदगी में जीने की वजह हो तुम

कोई मिला नही कभी तुमसा इसलिए

मेरे दिल के सबसे करीब हो तुम

कशिश शर्मा

समझ जाओ न बिन बोले तुम

ये दिल की बाते हमसे यु बया न होगी

कुछ पल बिता लो साथ मेरे तुम

क्या पता फिर कब मुलाकात होगी

कशिश शर्मा

आखो को उनका दीदार चाहिए

दिल को करार चाहिए ,

और कुछ न मांगू मैं  तुझसे मेरे खुदा

मुझे बस मेरा प्यार चाहिए

कशिश शर्मा

हर दर्द से गुजर सकता हु

हर हाल  में जी सकता हु

बस तू हो साथ मेरे हर पल

तो मैं  हर मुस्किलो से लड़ सकता हु

कशिश शर्मा

कुछ तो बात होगी तुझमे

मैं  यु तेरा  दीवाना न होता

न जाने क्या रिश्ता है मेरा तुझसे

जो   एक लापरवाह सा लड़का

तेरी इतनी फिकर है करता

कशिश शर्मा