प्रौढ़ शिक्षा क्या है पर निबंध – Adult Education Essay in Hindi

दोस्तों इस पोस्ट में प्रौढ़ शिक्षा क्या है पर निबंध, Adult Education Essay in Hindi के बारे में बहोत ही बारीकी से बताया गया है, ताकि आपको समझने में आसानी हो सके, एक ऐसा धन जिसे ना कोई चुरा सकता है ना कोई छीन सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है। यानी हम बात कर रहे हैं शिक्षा रूपी धन की।

प्रौढ़ शिक्षा क्या है पर निबंध – Long and Short Adult Education Essay in Hindi

शिक्षा हर मनुष्य का हक है। सीखने की कोई उम्र नहीं होती। हालांकि कुछ लोग किसी कारणवश बचपन में शिक्षा से वंचित रह जाते हैं तो कुछ लोग अपनी जिम्मेदारियों के चलते अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं ऐसे ही लोगों के लिए सरकार द्वारा “प्रौढ़ शिक्षा” का प्रावधान किया गया है जिसके अंतर्गत वयस्क लोग अपने शिक्षा पूरी कर सकते हैं।

आज के समय में शिक्षित होना अति आवश्यक है। चाहे पुरुष हो या महिला शिक्षा सबके लिए समान महत्व रखती है। प्रौढ़ शिक्षा के जरिए सुबह, दोपहर, और रात में भी शिक्षण संस्थान चलाई जाती हैं। जिससे आप किसी भी वक्त जाकर शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।

प्रौढ़ शिक्षा क्या है

स्वतंत्रता के बाद 2 अक्टूबर 1978 में जनता पार्टी काल में प्रौढ़ शिक्षा की शुरुआत हुई। इसके तहत पहले 15 से 25 वर्ष के आयु वाले व्यक्तियों को शिक्षा दी जाती थी। लेकिन अब आयु सीमा हटा दी गई है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रौढ़ावस्था वाले व्यक्ति को शिक्षा देना। आज का युग विज्ञान का युग है। नई नई और तरह-तरह की खोजें होती रहती हैं।

ऐसे में हर व्यक्ति को जानने की इच्छा होती है यह क्या चीज है। और एक शिक्षित व्यक्ति है उनके बारे में सही जानकारी रखें उन्हें सही जगह प्रयोग कर सकता है। शिक्षा हर पुरुष और महिला के लिए आवश्यक है। एक परिवार को अच्छे से चलाने के लिए महिला का शिक्षित होना अति आवश्यक है। अभिभावक अगर शिक्षित होंगे तभी वह शिक्षा का महत्व समझ सकेंगे और अपने बच्चों को शिक्षा का महत्व समझा पाएंगे। अगर आप कामकाज में व्यस्त रहते हैं। तो रात में अपने आसपास ही रात्रि कालीन शालाओं में शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अंतर्गत पढ़ने की सामग्री भी मुफ्त में देने की सुविधा है।

प्रौढ़ शिक्षा के फायदे

प्रौढ़ शिक्षा के बहुत सारे फायदे हैं जिनमें से कुछ फायदा के बारे में हम नीचे चर्चा करेंगे। जो निम्नलिखित हैं-

  • प्रौढ़ शिक्षा हमें यह बताती है कि सीखने का कोई निश्चित उम्र नहीं होता। अच्छा तो एक ऐसी चीज है जो हर मनुष्य का हक है। कोई कारणवश बचपन में शिक्षा से वंचित रह गया है तो प्रौढ़ शिक्षा के माध्यम से उसे शिक्षा का अवश्य प्राप्त होता है।
  • आज के समय में शिक्षा का महत्व बहुत अधिक हो गया है। ऐसे में जो लोग बचपन में शिक्षा से वंचित रह गए हैं उनके अंदर फिर से पढ़ने की इच्छा बहुत ही अच्छी बात है।
  • शिक्षा का महत्व हमारे जीवन में बहुत ही अधिक है। एक अच्छी शिक्षा आपको एक अच्छी नौकरी दिलाएगी और एक अच्छी नौकरी आपको अच्छे पैसे कमाने का माध्यम बनेगी।
  • किसी भी राष्ट्र को विकसित और मजबूत बनाने के लिए शिक्षा अहम दिशा प्रदान करती है।
  • शिक्षा से किसी भी व्यक्ति के सोचने का तरीका बदल जाता है। अशिक्षित व्यक्ति अपराधों की दिशा में बढ़ने लगता है और शिक्षित व्यक्ति अपने विवेक से क्या सही है और क्या गलत का फैसला करता है। और वही काम करता है जो उसके हित में होता है।
  • शिक्षित व्यक्ति का रहन सहन एकदम अलग होता है यानी उच्च स्तर का होता है।
  • शिक्षित व्यक्ति में इतनी समझ होती है कि वह अपने आस-पास हो रही घटनाओं से अवगत रहता है।

निष्कर्ष

शिक्षा हमारे जीवन की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। और शिक्षा का कोई निश्चित उम्र नहीं होता। सरकार द्वारा जिस तरह प्रौढ़ शिक्षा को बढ़ावा मिल रहा है । यह हमारे समाज के लिए बहुत ही अच्छी बात है। इससे उन व्यक्तियों को फिर से पढ़ने का मौका मिल रहा है जिन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही किसी कारणवश छोड़ दी थी।

या फिर ऐसे व्यक्ति जिन्हें एक दम पढ़ना लिखना नहीं आता। और ऐसे व्यक्ति जिन्हें काम की वजह से दिन में पढ़ने के लिए समय नहीं मिल पाता। इसीलिए प्रौढ़ शिक्षा रात में भी कराई जाती है। आखिर पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया।

उम्मीद करता हु प्रौढ़ शिक्षा क्या है पर निबंध, Adult Education Essay in Hindi आपको पसंद आया होगा, अगर आपको हमरे लिखे गये ब्लॉग पसंद आते है तो आप अपने दोस्तों के साथ साझा कर सकते है. धन्यवाद !