उज्जवला योजना क्या है? पूरी जानकारी

भारत सरकार सदैव ही देशवासियों का हित चाहती है और साथ में देश की उन्नति भी और इसीलिए समय-समय पर वह तरह-तरह की योजनाओं की शुरुवात करती है जिससे कि भारत के नागरिक और विशेषकर गरीब वर्ग लाभ पा सके। भारत की आधी जनसंख्या आज भी गरीबी रेखा के नीचे है। सामान्य जीवन के लिए भी उन्हें प्रतिदिन संघर्ष करना पड़ रहा है।

उज्जवला योजना क्या है? Ujjwala Yojana Kya Hai?

जीवन की आधारभूत चीज़ें जैसे कि रोटी,कपड़ा और मकान भी उनके लिए दुर्भर बन गया है। इन्ही सब समस्याओं को देखते हुए सरकार ने गरीबों के लिए उज्ज्वल योजना की शुरुआत की है। इससे पहले भी कई योजनाएं चलेगी गयी थी जिससे कि गरीबो को बहुत लाभ प्राप्त हुआ था जैसे कि मनरेगा,पीएम किसान सम्मान निधि योजना,जन-धन योजना आदि।

उज्ज्वल योजना प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ किया गया एक फायेदेमंद योजना है जिससे गरीबो को काफी लाभ होता है। इस योजना के तहत गरीब लोगों को मुफ्त एलपीजी गैस प्रदान करने की बात की गई है। १ मई २०१५ को अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के दिन इस योजना की शुरुवात की गई थी। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया यह एक बहुत ही लाभदायक योजना है।

इसका मुख्य उद्देश्य है कि हर गरीब के घर मे दो समय का भोजन उपलब्ध हो पाए और कोई भी गरीब भूखे पेट न सोए। प्रधानमंत्री द्वारा यह महिला शशक्तिकरण की ओर एक सफल कदम है। इस योजना के तहत भारत सरकार अगले तीन साल में ५ करोड़ लोगो को जो गरीबी रेखा के नीचे है मुफ्त में गैस प्रदान करेगी। यह योजना विशेषकर महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद सिद्ध हुआ है क्योंकि अब उन्हें घंटो चले के सामने नही बैठना पड़ता था।

प्राचीन समय मे और आज भी कई जगहों में और मुख्य रूप से गाँव में काजी ऐसे घर है जहाँ स्त्रियाँ भोजन चले पर बनाती है और इसी वजह से उन्हें सांस की बीमारी से झूझना पड़ता है। भारत में ५० प्रतिशत महिलाएं सांस की बीमारी से ग्रसित है जैसे दमा आदि। प्राचीन समय में यह स्तिथि भयावह थी पर अब इसमें काफी सुधार आया है।

भारत में गरीबी अपने चरम शिखर पर है और ऐसे में उज्ज्वल योजना सभी भरातवासियों के लिए फलदायक है। यह एक पहल है इनके जीवन में सुधार लाने का। वतमान समय में १.५ दशमलम लोगों तक मुफ्त एलपीजी पहुँचाने का लक्ष्य साधा गया है। मिफ्त में गैस प्रदान करने का दूसरा प्रमुख कारण है ईंधन की बचत पर जोर देना और लोगों को जागरूक करना कि ईंधन अत्यंत आवश्यक है.

अतः इसका प्रयोग संहि तरह से करना चाहिए। इस योजना से प्रदूषण में भी काफी कमी आएगी क्योंकि इसमें विषैले ईंधन के स्थान पर शुद्ध ईंधन के प्रयोग पर बल दिया गया है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए व्यक्ति को इस योजना से संबंधित आवेदन पत्र को भरना होता है और इसे अपने पास के एलपीजी केंद्र में जमा करना पड़ता है। यह आवेदन पत्र ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता या इसे एलपीजी केंद्र से भी प्राप्त किया जा सकता है। यह पत्र मुफ्त में प्राप्त होता है।

यह आवेदन पत्र दो पन्ने का होता है जिसमे एक व्यक्ति से संबंधित सामान्य जानकारियां मांगी जाती है जैसे नाम,पता,आधार कार्ड की संख्या ,बैंक खाते की संख्या आदि। इसी पत्र में व्यक्ति अपनी इच्छानुसार उसमे यह बता सकता है यह लिख सकता है कि उसे ५ किलो का गैस सिलिंडर चाहिए या १४.५ दशमलम का। एलपीजी गैस के लिए भरे गए इस आवेदन पत्र को जमा करते समय कुछ मुख्य दस्तावेज़ भी जमा करने पड़ते है जो इस प्रकार है-

१. गरीबी रेखा के नीचे स्तिथ लोगों को इसका प्रमाण पत्र देना पड़ता है।
२.गरीबी रेखा वाले व्यक्तियों का प्रमाण पत्र
३.आधार कार्ड
४.आवेदक का पहचान पत्र
५.आवेदक की तस्वीर
६.टेलीफोन व बिजली का बिल
७.ड्राइविंग लिसेंसेस
८.आवास के दस्तावेज
९.एलआईसी पालिसी
१०.बैंक स्टेटमेंट
११.स्वघोषणा पत्र
१२.पासपोर्ट,आदि

इस प्रकार इन सभी दस्तावेज़ो या इनमे से कुछ को भी जमा करके हम इस योजना का लाभ उठा सकते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा प्रारम्भ की गई यह योजना निश्चित रूप से देश के सभी गरीबों के लिए एक वरदान है और साथ ही महिलाओ व बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए भी बहुत लाभदायक है।