पैरामेडिकल क्या है? Paramedical Course Kya Hai
मेडिकल साइन्स से संबंधित पैरामेडिकल विशेष स्वास्थ्य देखभाल अधिकारी होते है, जिनका काम हॉस्पिटल के अंदर मरीजों की देखभाल करना तथा उनका इलाज़ करना होता है इसके साथ ही यदि कोई आपातकालीन स्थिति में चिकित्सा सहायता और लोगों की जाँच के लिए पैरामेडिकल टीम की आवश्यकता होती है।
जिन्हें किसी भी स्थान पर जाकर वहाँ मौजूद लोगों की जाँच और देखभाल करनी होती है। हालांकि पैरामेडिकल के अंदर कई तरह के कोर्स आते है जिससे सभी का काम करने के अलग-अलग एरिया में एक्सपेरिएंस और अध्यन होता है। जब कोई परमेडिकल् से संबधित कोर्स करता है उसे कंप्लीट करने के बाद उन्हे परमेडिक् नाम से सम्बोधन किया जाता है।
जैसा की हमने आपको बताया की परमेडिकल् के अंदर कई तरह के कोर्स होतें है उसके अनुसार ही एक परमेडिक् का अलग-अलग काम होता है जिसे डॉक्टर का दूसरा रूप भी कह सकते है इनका नाम सीनियर डॉक्टर के बाद आती है जो मेडिकल की क्षेत्र में बहुत ही बड़ी भूमिका निभाते है।
योग्यता
एक उम्मीदवार जीव विज्ञान, भौतिकी और व्यावहारिक सहित रसायन विज्ञान न्यूनतम कम 50% अंक के साथ कक्षा 12 वीं पास करता है। आवेदन करने वाले की उम्र कम से कम 17 वर्ष आयु की होनी चाहिए। इस पाठ्यक्रम में उम्मीदवार का प्रवेश योग्यता और प्रवेश परीक्षा में प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
भारत में ऐसे कई पैरामेडिकल कॉलेज हैं, जो इस क्षेत्र में स्नातक डिग्री और डिप्लोमा स्तर पर पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। पात्रता होने के के लिए या उसके बारे में बात करते हुए, उम्मीदवार को मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से विज्ञान शंकाय के साथ 12 पास चाहिए।
12 वीं पास के बाद पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों की सूची निम्न लिखित
पैरामेडिकल में 12 वीं कक्षा के बाद विभिन्न पाठ्यक्रम हैं। ये पाठ्यक्रम भी भिन्न होते हैं, जैसे कि एक वर्ष के पाठ्यक्रम और छह महीने के पाठ्यक्रम। लोकप्रिय एक साल के पाठ्यक्रमों में से कुछ में रेडियोलॉजिस्ट, मेडिकल रिकॉर्ड तकनीशियन और ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी शामिल हैं। आईसीयू तकनीशियन, ईसीजी तकनीशियन, फार्मेसी सहायक, सीटी तकनीशियन और एन्डोस्कोपी तकनीशियन, अपने 12 वीं कक्षा को पूरा करने के बाद कुछ छह महीने के पाठ्यक्रम कर सकते हैं।
कोर्स
पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों के विवरण में तीन तरह के कोर्स आते है डिग्री कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, सर्टिफ़िकेट कोर्स इन तीनों कोर्स की योग्यता के अनुसार आप किसी भी कोर्स को कर सकते है।
बैचलर डिग्री पैरामेडिकल कोर्स
- बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी
- बीएससी एक्सरे टेक्नोलॉजी
- बीएससी ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी
- बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी
- बैचलर स्पीच थेरेपी
- बीएससी मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी
पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स
- डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन नर्सिंग केयर असिस्टेंट
- डिप्लोमा इन ओटी टेक्निशियन
- डिप्लोमा इन एक्सरे टेक्नोलॉजी
पैरामेडिकल सर्टिफ़िकेट कोर्स
- सर्टिफ़िकेट इन नर्सिंग केयर असिस्टेंट
- सर्टिफ़िकेट इन रूरल हेल्थ केयर
- सर्टिफ़िकेट इन एचआईवी एंड फैमिली एजुकेशन
- सर्टिफ़िकेट इन डेंटल असिस्टेंट
- सर्टिफ़िकेट इन होम बेस्ड हेल्थ केयर।
पैरामेडिकल परीक्षा में पास होने के लिए आपको मेहनत तो करनी ही होगी।साथ ही पैरामेडिकल की तैयारी के लिए कुछ आसान से तरीके फॉलो करके आप अच्छे नंबर पा सकते है।
- सबसे पहले एक समय सारणी बना लीजिये जिसके अनुसार ही आप परमेडिकल् की पढाई करे।
- सभी टॉपिक्स को ध्यान पूर्वक पढ़ लीजिये कोई टॉपिक छूटे न या ऐसा एक भी टॉपिक ना रहने दे जो आपने पढ़ा नहीं हो।
- जितने भी ज़रुरी टॉपिक्स है उनके अलग नोट्स बना कर तैयार करें।
- जिन टॉपिक की आपने पढ़ाई कर ली है उन्हें समय समय पर पढ़ते रहें।
जब आप पैरामेडिकल में एड्मिशन ले लेते है तो आपको इसमें बहुत मन लगाकर पढ़ाई करनी होती है और निरंतर प्रयास भी करते रहनी होती है। इस क्षेत्र में आप जितना अधिक भौतिक जानकारी पर फोकस करेंगे आपके लिए उतना ही बढ़िया होगा। नीचे परामेडिकल् की तैयारी कैसे करे के बारें में बताई गई है।
ग्रुप स्टडी के अलावा आप अकेले में अधिक पढ़ाई करें।एक टाइम टेबल बनाये और जिसमें यह निर्धारित करें की आपको किस समय किस चीज को पढ़ना है।जो लेसन आप पहले ही पढ़ चुके है उसे फिर से पढे और ध्यान से समझने का प्रयास करें।जिस टॉपिक के बारें में आप पढ़ रहे है उसे वास्तव में कल्पना कीजिये या अगर सुविधा उपलव्ध है तो लैब में उसका प्रैक्टिकल करें।जो मुख्य पॉइंट आपके सिलैबस में है उसका नोट्स बनाये और हमेशा उसे पढ़ते रहे।पैरामेडिकल की पढ़ाई के दौरान अपना ध्यान किसी अन्य जगह केंदित ना कर मुख्य पॉइंट को समझने का कोशिश करें।आपके मन में जो भी डाउट है उसके क्लास टीचर के साथ साझा कर उसका हल करें।
जब आप पैरामेडिकल से जुड़ा कोई भी कोर्स को करते है तो आपके अंदर उस क्षेत्र के बारें में पूरी जानकारी हो जाती है।कार्य करने से और विकसित होती है। आप अपने क्षेत्र में जितना अधिक प्रैक्टिकल लर्निंग पर फोकस करेंगे आपके लिए उतना ही बेहतर होगा।
परमेडिकल् के बाद आपके सामने दो ऑपशन होती है पहला आगे पढ़ाई और दूसरा नौकरी करना। आप इस मेडिकल फील्ड में और अधिक चीज सीखना चाहते है और किसी ऊँची पद पर जाना चाहते है तो आप इस क्षेत्र में मास्टर डिग्री कोर्स कर सकते है। जिससे आपको अधिक नॉलेज तो होगा ही साथ ही साथ आपके पास मास्टर लेवल का डिग्री भी होगा।
इस आर्टिकल में परामेडिकल् संबंधित जानकारी जैसे पैरामेडिकल क्या है पैरामेडिकल की तैयारी कैसे करें पैरामेडिकल के लिए योग्यता पैरामेडिकल के कोर्स और पैरामेडिकल क्षेत्र में रोजगार के अवसर पूरी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें और इसी के आधार पर अपनी तैयारी आरंभ करें।