विश्व जनसंख्या दिवस निबंध – Essay On World Population Day in Hindi

आज हमारा संसार के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है जनसंख्या वृद्धि। बढ़ती हुई जनसंख्या की जरूरत को पूरा करना बहुत बड़ी चुनौती है विश्व के लिए। जितनी ज्यादा जनसंख्या होगी उतना ही अधिक संसाधनों की उपलब्धता की मांग की जाएगी।  विकसित देश तो संसाधनों की पूर्ति कर दें गें लेकिन जो विकसित नहीं है उनके लिए यह एक चुनौती है। इन्हीं स्थितियों को देखते हुए और जागरूक करने के लिए “विश्व जनसंख्या दिवस” मनाया जाता है।

विश्व जनसंख्या दिवस निबंध – Long and Short Essay On World Population Day in Hindi

संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 11 जुलाई 1987 को  सभी देशों की जनसंख्या का आंकड़ा 5 अरब के पार पहुंच गया । तब जनसंख्या के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। जिसे जनसंख्या पर नियंत्रण करने के उपाय किए जा सकेंगे।

जनसंख्या का प्रभाव

बढ़ती हुई जनसंख्या किसी भी देश के लिए कोई सामान्य परेशानी नहीं है। अगर इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो और भी विकराल रूप धारण कर लेगी। जनसंख्या वृद्धि देश की आर्थिक स्थिति बराब कर सकती है।

जनसंख्या वृद्धि से लगभग 800 से अधिक महिलाएं प्रति दिन एक बच्चे को जन्म देने की प्रक्रिया में मर जाती है। देश में 25 बच्चे एक मिनट में जन्म लेते है। यह आंकड़ा अभी केवल अस्पतालो के हैं ना जाने कितने ही घर पर जन्म लेते होंगे। ऐसे ही रहा तो 2030 तक करीब 50 करोड़ की आबादी हो जाएगी देश में। और देश के लिए बहुत बड़ी कलह बन जाएगी ।

विश्व जनसंख्या दिवस की योजना

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य है लोगों को इसके प्रति जागरूक करना। लोगों को बताना की   “हम दो और हमारे दो” की नीति अपनाए। लड़के-लड़कियों में भेदभाव ना करें।  लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसके द्वारा लोगों को समझने की कोशिश की जाती है कि जनसंख्या में वृद्धि का कितना असर पड़ रहा है। शिक्षा का स्तर बढ़ने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है।

निष्कर्ष

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य है लोगों को जागरूक करना। मीडिया और कार्य क्रम द्वारा परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी जाती है। शिक्षा का महत्व बताया जाता है। जो इस समस्या पर नियंत्रण करने का एक विशेष समाधान है।