जल प्रदूषण पर निबंध – Essay On Water Pollution in Hindi

जल प्रदूषण आज के युग की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। आज के युग में मानव जो भी उत्पन्न करता है वह नदी में छोड़ देता है ।नदी का पानी जहरीला हो जाता है और बहुत सारी बीमारियों को उत्पन्न करता है। जो हमारे वातावरण को असंतुलित बना देता है। पानी एक ऐसा स्रोत है जिसका इस्तेमाल मनुष्य से लेकर जानवर तक करते हैं परंतु मनुष्य इसका दुरुपयोग करने में सबसे पहले स्थान पर है ।जल में हो रहे प्रदूषण के बहुत सारे स्रोत हैं जैसे शहरों से निकला हुआ गंदा पानी खेतों से निकला हुआ कीटनाशक रसायनों से मिला हुआ पानी घरों से निकला हुआ गंदा पानी यह सब जल प्रदूषण के स्रोत है।।

जल प्रदूषण पर निबंध – Long and Short Essay On Water Pollution in Hindi

आज के युग में जल प्रदूषण तो हर जगह होता है दुनिया के हर कोने में होता है ।परंतु आज के युग में जल प्रदूषण सबसे ज्यादा शहर में होता है । क्योंकि शहर में बहुत सारी केमिकल कंपनी है आपने कचरा लोगों के घरों का कचरा नदी के पानी में कपड़े धूल की वजह से शहरों में बहुत ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है शहरी लोग  बढ़ती जनसंख्या के कारण  अपने बहुत सारे कूड़े कचरे  नदी में  बहा देते हैं ।गांव में प्रदूषण कम मात्रा में फैलता है क्योंकि गांव में बहुत सारे वृक्ष हैं और बहुत सारी जगह है जहां पर लोग अपने कूड़े कचरे को फेंक देते हैं।

जल प्रदूषण किन किन कारणों से होता है

  • जब भी केमिकल कंपनी अपना जहरीला कचरा बिना रिफाइन किए सीधे नदी नाले में बहा देती हैं तो वहां जल प्रदूषण हो जाता है क्योंकि केमिकल कंपनियों के कचरे जब नदी में जाते हैं तो उससे नदी में रहने वाले बहुत सारे पशु पक्षियों को नुकसान पहुंचता है। जिसके कारण कभी-कभी उनकी मृत्यु भी हो जाती है।
  • जल प्रदूषण नदी के पानी में कपड़ा धुलने से भी होता है। हमारे देश में आज भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो अब भी नदी के पानी में सीधे जाकर कपड़े की धुलाई करते हैं जिसका सारा गंदा पानी नदी में बह जाता है और वह एक जहरीले पानी का कार्य करता है ।नदी में कपड़ा धोने के कारण नदी का पानी डिटर्जेंट से मिक्स होकर जहरीला बन जाता है और वहां के रहने वाले जीव जंतुओं को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।
  • शहर में लोगों के घरों से निकल रहे हैं कूड़े कचरे भी नाली में बैठकर सीधे नदी तालाब या फिर किसी पोखरे में जाते हैं जहां पर जल प्रदूषण होना निश्चित होता है। क्योंकि शहर के जीवन व्यवस्था आजकल रासायनिक चीजों में ही रहती है उनके घरों से निकला हुआ कूड़ा कचरा किसी शहर से कम नहीं होता है क्योंकि शहरी लोग प्राकृतिक चीजों से ज्यादा अब रसायनिक चीजों पर ज्यादा विश्वास करते हैं।

जल प्रदूषण को कम करने के उपाय

  • सरकार को चाहिए कि केमिकल कंपनी से निकलने वाली गंदा पानी किसी नदी नाले में बहाने से पहले उसे रिफाइन करके उसे केमिकल मुक्त बनाएं उसके बाद वह उस पानी का इस्तेमाल किसी अन्य चीज को बनाने में कर ले । सरकार को यह भी चाहिए कि वह केमिकल कंपनियों का स्थान शहर से बदलकर किसी ग्रामीण क्षेत्र की तरफ कर दें जहां पर नदी नाले दूर-दूर तक ना हो और वह गंदे रसायनों को किसी नदी नाले में ना छोड पाये।
  • सरकार को चाहिए कि लोगों को सीधा नदी नाले में कपड़े धुलने या फिर उन्हें नहाने से प्रतिबंध लगाना चाहिए क्योंकि वह अपने साथ साथ अपने शरीर की बीमारियों को पानी में छोड़ देंगे जिससे सिर्फ 1 लोगों को ही नहीं बहुत सारे लोग भी उससे प्रभावित हो सकते हैं ।
  • हमें हमेशा नदी नाले के पास रहे कूड़े कचरे को साफ कर देना चाहिए और सरकार को यह चाहिए कि कुछ ऐसे संगठन को बनाए जो नदी नाले के पास हो रहे सफाई पर ध्यान दें और वहां कूड़ा कचरा ना फैलने दें।

निष्कर्ष

आज जल प्रदूषण की वजह से पूरी दुनिया को हनी पहुंच रही है दुनिया में अलग-अलग प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं और हमारे पानी में रहने वाले जीव जंतु भी उससे बहुत सारे प्रभावित हो रहे हैं अतः हमें कुछ ऐसे उपाय करने चाहिए जिससे जल प्रदूषण कम से कम हो और हमारे वातावरण में संतुलन बना रहे.