मेरे पिता पर निबंध – Essay On My Father in Hindi

माँ के प्यार के बारे में तो सब बोलते हैं लेकिन आज एक पिता के बलिदानों के बारे में भी बात की जाएगी। उनके हर निर्णय उनकी हर फिकर उनकी हर सोच के बारे में बात होगी। एक माँ को खुश रखना तो फिर भी आसान होता है उनके सामने प्यार से बात करना उनको बताना की आप उन्हें क्या मानते हो और कितना प्यार करते हो परंतु एक पिता को यह सब बताना थोड़ा कठिन रहता है क्योंकि कई लोग अपने पिता से डरते हैं और उसी डर के कारण ज़्यादा कुछ के नहीं पाते। उनको बता नहीं पाते की वो हमारे लिए क्या हैं और हम उनसे कितना प्यार करते हैं।

जैसे एक माँ की तरह प्यार कोई नहीं कर सकता उसी प्रकार एक बाप की तरह खुद के बारे में बिना सोचे फैसले लेना और बच्चों से इस तरह प्यार करना जिसके लिए उन्हे चाहे 100 बलिदान भी करने पढ़े तो बिना कुछ कहे सब कर जाने जैसा प्यार भी एक बाप के सिवा कोई नहीं कर सकता।

मेरे पिता पर निबंध – Long and Short Essay On My Father in Hindi

अपने बच्चे अपने परिवार के लिए अपने सपनों का गला गोठना आसान नहीं होता पर एक पिता हस्ते हस्ते सब कर जाता है। एक बच्चे के लिए उसकी पहली प्रेरणा उसके पिता ही होते हैं। जैसे बेटों का माँ से बहुत लगाव होता है उसी प्रकार बेटियों का अपने पिता से बहुत लगाव होता है।

एक बच्चे के लिए उनके पिता एक आम इंसान नहीं बल्कि उनके हीरो होते हैं जो उन्हें सब सिखाते भी हैं और सब तकलीफों से बचा कर भी रखते हैं। कहा जाता है की एक बेटी के लिए उनके पिता उनका पहला प्यार होते हैं और मेरे ख्याल से सही भी है। हर लड़की अपनी पति में अपने पापा की छवि देखना चाहती है क्योंकि एक पिता से ज़्यादा प्यार और सुरक्षित एक लड़की को कोई नहीं रख सकता।

एक पिता से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं जैसे समाज का लोगों के प्रति व्यवहार और तुम्हारा उनके प्रति व्यवहार, हर काम समय से करना हर चीज़ को संभालते हुए एक साथ लेकर चलना, पैसों का इस्तेमाल, ज़रूरत के समय ही चीज़ का उपयोग करना, किसी को नीचा ना दिखाना और भी बहुत कुछ हम अपने पिता से सीख सकते हैं। हर इंसान की मदद करना भी मैंने अपने पिता से ही सीखा है।

पैसों का किस प्रकार कहाँ कितना इस्तेमाल करना है यह भी हम अपने पिता से भली भाती जान सकते हैं। एक पिता से ज़्यादा मेहनती कोई नहीं हो सकता अपने परिवार को सम्भालना उनकी सारी माँग पूरी करना सबको खुश रखना काम तनखुआ में भी सबको खुश रखना चाहे उसके लिए अपनी खुशियोँ को पीछे क्यों न छोड़ना पढ़े एक पिता इन सब चीजों से नहीं डरते।

जिंदगी में कई प्रेशानियाँ होने के बाद भी किसी से कुछ कहे बिना सब सेहन कर जाना। एक पिता से हम जितनी चीज़ें सीखें वो सब कहीं ना कहीं कम ही लगता है। सब चीज़ें संभालना ऑफिस में चाहे जितना व्यस्त होना पर अपने परिवार को पूरा समय देना यह सब एक आम इंसान तो नहीं कर सकता इसी लिए मेरा मानना है की हर पिता एक सुपर हीरो होते हैं।

हर ज़िम्मेदारी को सफलता पूर्वक निभाना एक ऐसा गुण मैंने अपने पिता से सीखा है जिसे मैं जिंदगी में कभी नहीं भूल सकती और तो और इस गुण ने जिंदगी में हमेशा मेरी बहुत मदद की है।

मैं हमेशा भगवान से यही माँगूँगी की मेरे पिता ही नहीं बल्कि दुनिया के हर माँ बाप हमेशा खुश रहें कभी दुखी ना हो और उन्हें कभी अपनी खुशिओं का गला ना घोटना पड़े। सब बच्चे अपने माता पिता के साथ सम्मान से पेश आएँ और अगर कोई अपने माता पिता को खुश देखना चाहता है तो जिंदगी में इतना सफल बनो की जैसे उन्होंने आपकी सारी माँगें हमेशा पूरी करी हैं उसी प्रकार आप भी कर सकें अपने माता पिता के साथ समय व्यतीत करें और उन्हें इतना प्यार दें की उनकी सारी प्रेशानियाँ ऐसे ही खतम हो जाएँ।