अब्राहम लिंकन ( Essay on Abraham Lincoln in Hindi) ये उन विभूतियों में से एक है , जिन्होंने समाज तथा अपने देश को एक अच्छे जीवन जीने तथा कठिनाइयों से भी मार्ग निकालने की सलहा दी कैसे भी हालत हो लेकिन जीवन में हर तरह से मुश्किलों का सामना करके अपने जीवन को सुगम और सरल तरीके से जीने की कला इन्होंने पूरे विश्व को सिखाई जिससे आज भी लोग इनके बताए रास्ते को अपना कर अपना मार्गदर्शन करते है, चलिए Abraham Lincoln Biography in Hindi के बारे में अच्छे से समझते है.
अब्राहम लिंकन पर निबंध – Long and Short Essay on Abraham Lincoln in Hindi
अब्राहम लिंकन का जन्म सन् 1809 में , नॉब क्रिक अमेरिका में हुआ था , यह अपने परिवार में सबसे बड़े थे , तथा इनके पिता काफी गरीब और मेहनती व्यक्ति थे , परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने की वज़ह से अब्राहम की शिक्षा दीक्षा काफी देर से शुरू हुई, जिन बच्चों की शिक्षा 6 वर्ष में शुरू हो हुई थी , वहीं आब्रहम की शिक्षा 11 वर्ष ने शुरू हुई ,
उन्होंने काफी कम समय में अपनी शिक्षा पूरी कर की थी परन्तु परिवार की हालत और पैसे की कमी के कारण उन्हें कुछ समय के लिए इन्हे अपनी पढ़ाई रोकने पड़ी परन्तु इनकी एकाग्रता और लगन की वजह से इन्होंने हर मुश्किल का सामना करते हुए अपनी शिक्षा और पूरा किया ।
अब्राहम लिंकन अपने राष्ट के प्रति काफी प्रेम रखते थे तथा इनका सपना था , की यह अमेरिका के राष्टरपति बने और अपने देश के लिए अपना जीवन समर्पित करे ।
परन्तु इनके पिता इनके इस फैसले को अस्वीकार करते थे अपनी गरीबी की वज़ह से वह अब्राहम को इस फैसले से हटने की सलहा देते थे , लेकिन अब्राहम अपनी मेहनत और कुशलता पर विश्वाश रखते थे , और उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए तथा देश के लिए कुछ करने की इच्छा लिए कड़ी से कड़ी मेहनत की और एक दिन वह अमेरिका के राषट्रपति के पद पर नियुक्त हुए.
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उपलब्धियां :
सन् 1861 में अब्राहम लिंकन ने जिस पार्टी से चुनाव लडा वह उस पार्टी से जीत गए , और उन्हें इस प्रकार अमेरिका का राष्ट्रपति बनाया गया , उन्होंने इस पद कि कमान काफी अच्छी तरह संभली तथा इन्होंने समाज को एक मूल मंत्र भी दिया.
” प्रजातंत्र जनता का , जनता के लिए , जनता द्वारा चलाया गया शासन है ” इस मूल मंत्र के द्वारा उन्होंने अपने राज्य तथा अपनी जनता के लिए , उनके आधिकार के हित में कार्य किए ।
अब्राहम लिंकन ने अपने कार्य काल में रंग भेद का भी विरोध किया वहा प्रचलित दास प्रथा के खिलाफ इन्होंने आवाज़ उठाई और इसे रोकने के लिए उसका विरोध किया ।
राष्ट्रपति के पद पर इनका कार्यकाल सन् ( 1861 से 1865 ) तक रहा , इन्होंने राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए , अमेरिका में प्रजातांत्रिक व्यवस्था को काफी मजबूत बनाया तथा कई तरह की रूढ़िवादी प्रथाओं पर भी रोक लगाई । जिसे आज तक मान्यता प्रदान की गई है ।
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उपसंहार :
अब्राहम लिंकन एक महान समाज सुधारक तथा एक अच्छे राष्ट्रपति थे , इनके कार्यकाल में काफी सारे सुधार किए ,इन्होंने जिससे जनता को काफी हद तक इनका कार्य पसंद आया , इन्होंने अपनी जीवन में कई कठिनाइयो का सामना किया तथा उन कठिनाइयो में से रास्ता निकाल कर यह जीवन के पथ पर आगे बढ़ते चले गए .
इन्होंने समाज को भी यही दिशा दिखाई की जीवन में आने वाली हर मुश्किल का सामना कैसे करना है और उसे विचलित ना होकर हमे अपने कार्य और हमे फ़र्ज़ के प्रति ईमानदार रहना है , इनके इस महान विचार से लोग काफी प्रभावित हुए और इनको अपना आदर्श मान कर इनके बताए रास्ते पर चलने लगे , अब्राहम लिंकन का नाम आज भी एक अच्छे राष्ट्रपति तथा प्रजातंत्र को अच्छी दिशा देने वाली महान व्यक्ति के नाम से जाना जाता है जिससे इनकी खायाती पूरे विश्व में प्रख्यात है ।
उम्मीद करता हु अब्राहम लिंकन पर निबंध (Essay on Abraham Lincoln in Hindi) के बारे में आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा, अगर आपको ब्लॉग पसंद आते है तो आप अपने दोस्तों के साथ साझा जरुर करे. धन्यवाद !