Central Board of Secondary Education
इस पोस्ट के मध्यम से आपको CBSE Board Kya Hai इसके बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है, CBSE भारत में शिक्षा का एक प्रमुख बोर्ड है जो 12 तक की शिक्षा के लिए सीमित है जो की सरकारी व प्राइवेट दोनों ही स्कूलों में इस्तेमाल किया जाता है। इसका ध्येय वाक्य है – असतो मा सद्गमय (हे प्रभु ! हमें असत्य से सत्य की ओर ले चलो।) वे स्कूल जिनमें NCERT का पाठ्यक्रम करवाया जाता है उनकी परिकशायें इस बोर्ड के द्वारा ली जाती हैं। भारत में लगभग 20,299 स्कूल व विदेश के 28 स्कूल इस बोर्ड के साथ जुडे हुए हैं। इस बोर्ड की स्थापना 3 नबम्बर 1962 में की गयी थी। इसके हेडक्वाटर भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थापित है। आइये CBSE Board Kya Hai इसके बारे में विस्तार से समझते है.
CBSE की फुल फॉर्म
CBSE का अंग्रेज़ी में मतलब तो central board of secondary education होता है पर हिंदी में CBSE को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कहा जाता है।
CBSE में क्या होता है
CBSE का सबसे मेहत्त्वपूर्ण उदेश्य स्कूलों को अच्छी शिक्षा व शिक्षा प्रदान करने के लिए अच्छी सुविधा प्रदान करना है। जहाँ 1962 में CBSE से सिर्फ 300 कुछ ही स्कूल जुड़े हुए थे वहीं आज CBSE के साथ 20,000 से भी अधिक स्कूल जुड़े हुए हैं। CBSE सभी बच्चों व स्कूलों को सामान्य प्रकार से शिक्षा व सुविधायें देने का उधेश्य रखता है। CBSE कक्षा 10 व 12 की परिक्षा उनके साल के अंत में लेता है व उनको सर्टिफिकेट देता है जिसमें उनके स्कूलों के नाम लिखे होते हैं।
CBSE के अध्यक्ष
CBSE के अध्यक्ष श्री मनोज आहूजा एक आई.ए.एस अधिकारी हैं। फिल्हाल वे एक अकादमी जिसका नाम लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी है वहाँ प्रशिक्षण विभाग व कार्मिक में विशेष निदेशक के पद पर विराजमान हैं।
CBSE का मुख्यालय
CBSE का मुख्यलय प्रीत विहार, नई दिल्ली में स्थापित है।
- Contact – 1800118002, 22509256, 22509257, 22509259
- E-mail – cbse@gov.in , directoracad.cbse@nic.in , ce.cbse2014@gmail.com
- Timing – 9:30 AM से 5:30 PM
- Working days – सोमवार से शुक्रवार
CBSE का कक्षा में आगे प्रोमोट करने का तरीका
CBSE की परिक्षा में पास होने के लिए कम से कम बच्चों को अपने सारे विषयों के अंक मिलाकर कम से कम 33% अंक लाने आवश्यक हैं तभी वे अगली कक्षा में जा सकते हैं।
ग्रेडिंग फ़ॉर्मै :-
फॉर्मर ग्रेडिंग स्केल
ग्रेड | क्रिटेरिय |
A1 | >90% |
A2 | 81-90% |
B1 | 71-80% |
B2 | 61-70% |
C1 | 51-60% |
C2 | 41-50% |
D | 33-40% |
E1 | 21-32% |
E2 | 0-20% |
हाल ही में इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेडिंग स्केल
ग्रेड | क्रेटेरिय |
A1 | Top 1/8 of passed students in that subject |
A2 | Next 1/8 of passed students in that subject |
B1 | Next 1/8 of passed students in that subject |
B2 | Next 1/8 of passed students in that subject |
C1 | Next 1/8 of passed students in that subject |
C2 | Next 1/8 of passed students in that subject |
D1 | Next 1/8 of passed students in that subject |
D2 | Last 1/8 of passed students in that subject |
E | Failed students (in either theory, practical or overall) |
परिक्षा लेने का तरीका
CBSE से जहाँ सारे स्कूल जुड़े हुए हैं उन्हीं में सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि कई आशास्कीय स्कूल भी जुड़े हुए हैं। जिसमें कक्षा 10 व 12 के छात्रों की हर साल मार्च के महीने में परिक्षा ली जाती है जिसका परिणाम मई के महीने में निकाला जाता है जिसमें छात्रों को कम से कम 33% अंक लाने अनिवार्य हैं तभी वे अगली कक्षा में जा सकते हैं।
2020 में किए गए परिक्षा में बदलाव
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा 2020 में 10 कक्षा के छात्रों के लिए गणित के विषय में दो तरीके से परिक्षा ली गई। गणित के अब दो प्रकार के प्रश्न पत्र निकाले गए जिसमें से एक को मैथेमेटिक्स स्टैंडर्ड के नाम से पुकारा गया व दूसरे प्रश्न पत्र को मैथेमेटिक्स बेसिक्स के नाम से पुकारा गया। मैथेमेटिक्स बेसिक्स, मैथेमेटिक्स स्टैंडर्ड का ही एक आसान संस्करण कहा गया। मैथेमेटिक्स बेसिक्स लेने वाले छात्रों को आगे उच्च स्तर की गणित पड़ने की कोई आवश्यक्ता नहीं होगी। 10 कक्षा का रेजिस्ट्रेशन फॉर्म भरते समय ही छात्रों को अपने विकल्प पर निशान बनाना होगा जिससे की उनको आसान संस्करण की परिक्षा देनी होगी।
उम्मीद करता हु आपको CBSE Board Kya Hai इसके बारे में पूरी तरह से पता चल गया होगा, अगर हमारे पोस्ट आपको पसंद आते है तो आप अपने दोस्त के साथ शेयर कर सकते है. धन्यवाद!