ISCE क्या है? ICSE और CBSE में से कोनसा बोर्ड ज्यादा अच्छा है?

ISCE क्या है?

दोस्तों आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे ISCE Kya Hai इसकी पूरी जानकारी दी जा रही है. ICSE का फुल फॉर्म इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन होता है यह एक ऐसा माध्यम है जो प्राइवेट इंस्टिट्यूट से सम्बन्धित करता है और इस इंस्टिट्यूट को इंग्लिश माध्यम से संचालित किया गया है और साथ ही में इसका सिलेबस कैम्ब्रिज स्कूल की शिक्षा से प्रभावित हुआ है जो की इंग्लिश माध्यम मैं जोर देता है अगर हम इसकी शुरुआत की बात करें तो इसकी स्थापना १९५६ में हुई थी ,और इस बोर्ड की स्थापना मुखतय: भारत एंग्लो एजुकेशन के उद्देश्य से किया गया था जैसे की हम सब जानते है की इस शिक्षा को नई शिक्षा निति भी कहते है जो की १९८६ मैं लागु किया गया था देखा जाए तो यह नॉन गोवेर्मेंटाल शिक्षा बोर्ड है, और साथ ही मे यह इसीलिए लागु हुआ ताकि बच्चों की पढ़ाई एक अच्छे सत्तर मे आ सकें. आइये ISCE Kya Hai इसके बारे में विस्तार से समझते है.

ISCE VS CBSE

CBSE

CBSE Board भारत का सबसे लोकप्रिय बोर्ड है अगर मान लीजिये की आपको एक जगह से दूसरी जगह जाना पढ़ रहा है तो आपको आसानी से सीबीएसई बोर्ड के स्कूल मे एडमिशन मिल सकता है और देखा जाए तो उन बच्चो के लिए सबसे आसान बोर्ड है।सीबीएसई बोर्ड एक ऐसा माध्यम है जो नेशनल लेवल पर रहते हुए सभी प्राइवेट स्कूल्स को संचालित करता है और यह भारत सर्कार के द्वारा अनुमानित किआ गया है। सीबीएसई बोर्ड मे दोनों ही हिंदी और इंग्लिश माध्यम की अनुमति दे दी गयी है और सीबीएसई पाठ्यक्रम और विज्ञानं के उप्पर ज़्यादा ध्यान देता है। सीबीएसई बोर्ड गोवेर्मेंट के द्वारा अनुमानित किया गया है इसमे स्टेट और सेंट्रल के भी बच्चे आसानी से पढ़ सकते है और दाखिला भी ले सकते है और यह बढ़ी संख्यां मे कई स्कूलों से सम्बन्धित है।सीबीएसई हर साल १०वी और १२वी के लिए परीक्षा आयोजित करती है और साथ हे मई मई के अंत तक वह बच्चों के रिजल्ट की ऐलान करती है भले हे सीबीएसई कक्षा १० वी और १२ के लिए परीक्षा आयोजित करता हो, वह साथ हे मे NEET,UGC जैसे परीक्षाओं को भी आयोजित करता हैऔर साथ ही मे सीबीएसई NCERT के किताबों को उन स्कूलों मे निर्धारित करती है जो सीबीएसई से Affiliated है।

ICSE

ICSE एक ऐसा माध्यम है जो गेयर सरकारी शिक्षा बोर्ड है। और यह बोर्ड १९५६ मे एंग्लो इंडियन की बैठक यानि अन्तरराजिये बैठक मे आयोजित किया गया था। इसका प्रधान कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है। बच्चों के केंद्रीय ज्ञान और आल राउंड डेवलपमेंट मे कैसे वृद्धि हो उसके ऊपर ध्यान देता है। इस बोर्ड मे कमसे कम २० से अधिक भाषाओँ के विषयों के बारे मे बताया गया है और साथ ही मे इसमे १२ भाषाओं की सुविधा भी दी गयी हैइसका प्रधान कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है।अगर हम इनके सिलेबस के बारे मे बात करें तो इनका सिलेबस बहुत ही कम्प्रेहैन्सिव होता है और यह बच्चों के नॉलेज और विश्लेषणात्मक कौशल को भी बढ़ता है और मेहत्वपूण्ड विषयों मे ध्यान देता है ताकि बच्चा हर एक फील्ड की जानकारी ले पाए और इस बोर्ड मे अधिकतर इंग्लिश माध्यम का प्रयोग किया जाता है इसलिए जो बच्चे इंग्लिश माध्यम से करना चाहते है उनके लिए यह सबसे अच्छा बोर्ड होगा।

ICSE और CBSE में से कोनसा बोर्ड ज्यादा अच्छा है?

अगर हम ध्यान से देखे तो दोनों ही अपने सत्तर में बहुत ही बढ़िया है क्योंकी दोनों ही बच्चों को एक अच्छी शिक्षा प्रदान करने मे ही ज़्यादा ध्यान देते है ताकि बच्चा हर एक सत्तर से नॉलेज पाए और प्रक्टिकली उसके दीमाक की वृद्धि और भी ज़्यादा हो अगर हम इसके सिलेबस के बारे मे देखे या पढ़े तो दोनों बोर्ड यही चाहते है की बच्चा कई प्रकार के भाषाओँ को जाने और नयी चीज़ों को देखने कभी नज़रियाँ जाने देखा जाए तो बच्चों को किताबों से नई शिक्षा मिलती है भले ही वह हिंदी मे हो या फिर इंग्लिसग मे हो। अगर मे दोनों की विशेषता बताऊं तो सीबीएसई पुरे विश्व भर मे कॉमन है और आसानी से आपको स्कोल्स मे भी दाखिला मिल सकता है जिनके पिता की नौकरी फौज मे है या जिनको एक जगह से दूसरे जगह जाना पढता है। लेकिन अगर हम ICSE की बात करें तो वहां आसानी से दाखिला नहीं मिल सकता है लेकिन अगर जिनको इंग्लिश माध्यम लेके ही अपनी पढ़ाई पूरी करनी है तो वह ICSE बोर्ड से ही पढ़ाई कर सकते है ।

उम्मीद करता हु आपको ISCE Kya Hai के बारे में अच्छे से समझ में आ गया होगा, अगर पोस्ट आपको पसंद आता है तो अपने दोस्तों साथ शेयर करना ना भूले. धन्यवाद!