हर वर्ष 15 जनवरी को पूरे उत्साह के साथ भारत में सैनिक दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत भारत के लेफ्टीनेंट जनरल के.एम. करियप्पा को सम्मान देने के लिये हुई जो भारत के पहले प्रधान सेनापति थे। कई दूसरे मिलिट्री प्रदर्शनी सहित सैनिक परेड आयोजन के द्वारा राष्ट्रीय राजधानी और सभी सैनिक नियंत्रण हेड-क्वार्टर में हर साल इसे मनाया जाता है।
सेना दिवस – Army Day in Hindi
हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी 15 जनवरी के दिन सेना दिवस के अवसर को काफी धूमधाम के साथ मनाया गया है। इस विशेष दिन नई दिल्ली सहित देश के विभिन्न जगहों पर कई सारे सैन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सेना दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी तथा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा भारतीय सेना के वीरता तथा अदम्य साहस के लिए नमन किया गया। सेना दिवस के अवसर पर देश के विभिन्न सैनिक स्कूलों तथा केंद्रीय विद्यालयों में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके साथ ही विभिन्न संस्थानों द्वारा इस अवसर पर सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए कई तरह की रैलियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
सेना दिवस पर बांटे गये कंबल
उत्तर प्रदेश के नोएडा में बीएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल निठारी और सद्भावना सेवा संस्थान द्वारा सेना दिवस के अवसर पर एक अनोखी मिसाल पेश की गई। इस दौरान संस्था द्वारा सर्व धर्म एकता का संदेश देते हुए, वंचित बच्चों में कंबलों का वितरण किया गया। संस्थान के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि सेना में हर धर्म के सैनिक जाति व धर्म से उपर उठकर देश की रक्षा के लिए अपनी जान तक की बाजी लगा देते हैं, इसलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए और उनके इस जज्बे को सलाम करते हुए उनसे सच्ची राष्ट्रीयता की प्रेरणा लेनी चाहिए।
डोगरा रेजिमेंटल सेंटर में 15 जनवरी 2019 के दिन 71वां सेना दिवस काफी धूम-धाम के साथ मनाया गया। भारतीय सेना के इस गौरवशाली दिवस को डोगरा रेजिमेंटल सेंटर में मुख्य अतिथि व कार्यवाहक स्टेशन कमांडर कर्नल अदित के मौजूदगी में काफी धूम-धाम के साथ मनाया गया। इस दौरान कर्नल अदित ने आयोध्या स्थित आर्मी स्कूल तथा केंद्रीय विद्यालय के बच्चों के साथ युद्ध स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए वीर शहीदों को नमन किया।
- इसे भी पढ़े: सड़क सुरक्षा सप्ताह – Road Safety Week in Hindi
सेना दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति ने किया सैनिको को नमन
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मंगलवार को सेना दिवस के अवसर पर सैनिकों के वीरता को नमन करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह हम सबका दायित्व है कि हम सेना का मनोबल और सम्मान बनाये रखने के लिए यथासंभव प्रयास करें। सेना दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति ने ट्वीट करते हुए कहा “मैं सेना दिवस के अवसर पर हमारी सेना के वीर अधिकारियों, सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के शौर्य तथा निष्ठा को नमन करता हूं। युद्ध और शांति में आपके अदम्य साहस और शौर्य के लिए यह भारत देश आपका सदैव ही कृतज्ञ रहेगा।”
सेना दिवस क्यों मनाया जाता है?
देश के हिम्मती और बहादुर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि और सलामी देने के लिये इसे मनाया जाता है जिन्होंने देश की रक्षा करने के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी। भारतीय सैनिक जनरल कोदनदेरा मदप्पा करियप्पा ने ब्रिटिश सैनिक जनरल रॉय बुचर की जगह ली थी और स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान सेनापति बने थे।
प्राकृतिक आपदा के साथ ही भारतीय सीमाओं पर मुश्किल समय में लड़ने के लिये भारतीय सैनिक हमेशा तैयार रहते हैं साथ ही देश और लोगों की रक्षा के लिये अपने रास्ते में आने वाले सभी कठिनाईयों और चुनौतियों का साहसपूर्वक सामना करते हैं।
सेना दिवस समारोह
देश में आपदा की स्थिति के दौरान भारतीय सैनिक एक बड़ी और महान भूमिका निभाते हैं क्योंकि वो युद्ध जीतने वाली टीम के रुप में कार्य करते हैं और देश के लिये समर्पित हैं। नयी दिल्ली में इंडिया गेट पर “अमर जवान ज्योति” पर कुर्बान हुए भारतीय सेना के सैनिकों के लिये श्रद्धांजलि देने की शुरुआत करने के लिये भारत में सेना दिवस के रुप में इस दिन को मनाने का फैसला किया गया था।
श्रद्धांजलि देने के बाद भारतीय सेना में नयी तकनीक और उपलब्धियों को इंगित करने के लिये मिलिट्री प्रदर्शनियों सहित एक उत्कृष्ट परेड होता है। इस महान अवसर पर बहादुरी पुरस्कार सहित ईकाई परिचय पत्र और सेना मेडल दिया जाता है।
जम्मू और कश्मीर में सेना दिवस उत्सव पर सेना में कर्मचारी होने पर बहादुरी और प्रसिद्ध सेवा पुरस्कार (सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल) प्राप्त करते हैं। हिम्मती और निडर भारतीय सैनिकों को याद करने के लिये ये दिन मनाया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा के दौरान अपना जीवन कुर्बान कर दिया।
सेना दिवस परेड
भारतीय सेना के जवानों (भारतीय सेना बैंड्स) द्वारा सेना दिवस उत्सव के दौरान सेना दिवस परेड प्रस्तुत किया जाता है जिसके तहत बीएलटी टी-72, टी-90 टैंक, ब्रह्मोज मिसाइल, कैरियर मोटार्र ट्रैक्ड वैहिकिल, 155 एमएम सोलटम गन, सेना विमानन दल का उन्नत प्रकाश हेलिकॉप्टर इत्यादि का प्रदर्शन किया जाता है।
भारतीय सेना में सैनिक अपनी सेवा को कायम रखने और राष्ट्र को सुरक्षित रखने के लिये कसम खाते हैं तथा किसी भी दुश्मन का डट कर सामना करते हैं फिर चाहे वो घरेलू या बाहरी कोई भी दुश्मन हो।