जेड प्लस सुरक्षा क्या है और जेड सुरक्षा क्या होती है यह किन लोगों को मुहैया करवाई जाती है। एक तरफ बढ़ती आबादी के साथ जुर्म बढ़ता जा रहा है क्योंकि आज के वक्त पर भले ही आबादी बढ़ रही हो लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है जिसके कारण यह आबादी कई तरह के हथकंडे अपनाते हुए जुर्म करती है । अगर एक तरफ जुर्म करने वाले की संख्या बढ़ रही तो वहीं दूसरी तरफ लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के सुरक्षा बल तैनात किए जाते हैं ।
Z Plus सुरक्षा क्या है? (What Is Z Plus Security In Hindi)
इस दौरान अक्सर हमने कई तरह की सुरक्षा बल को देखा है लेकिन उन सब में से सबसे बेहतर और खास सुरक्षा बल होती है जेड सिक्योरिटी , दोस्तों ऐसा कई बार होता है कि हम किसी टॉपिक के बारे में जानते तो है लेकिन हमारे पास उसे उससे जुड़ी हुई संपूर्ण ज्ञान नहीं होती है और इसी ज्ञान के अभाव के कारण हम कई बार बातचीत के दौरान कुछ गलत बोल देते हैं और लोगों के उपहास का कारण बन जाते हैं, इसलिए जब हम किसी भी चीज के बारे में बात करते हैं तो यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हमें उसके बारे में संपूर्ण ज्ञान हो क्योंकि अधूरा ज्ञान बेहद खतरनाक होता है ।
जब हम सुरक्षा का नाम लेते हैं तो हमारे मन में यह सवाल उठता है कि किस तरह का सुरक्षा और वह कौन लोग हैं जिन्हें किसी प्रकार का सुरक्षा मिलता है । आज हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से यह बताएंगे कि जेड सिक्योरिटी क्या होती है, और जेड प्लस सिक्योरिटी क्या होती है क्योंकि आज तक आप नहीं भले ही इस तरह के सिक्योरिटी को सामने से देखा होगा लेकिन उसके बारे में संपूर्ण ज्ञान आपको इस ब्लॉग के जरिए से मिलेगा,इसीलिए सरल भाषा में संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़िए ।
जेड प्लस सुरक्षा क्या है आइए जानते हैं, सरल और स्पष्ट तरीके से –
जेड प्लस सुरक्षा एक बेहद खास टीम होता है। जिसमें कई तरह के अन्य डिपार्टमेंट के खास लोगों को लेकर एक टीम संगठित किया जाता है जो लोगों को सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहता है । जेड प्लस सुरक्षा में 36 सुरक्षाकर्मी होते हैं, लेकिन यह सुरक्षाकर्मी अलग-अलग डिपार्टमेंट से जुड़े हुए होते हैं, जिनमें से 10 सुरक्षाकर्मी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड होते हैं,
वहीं इसमें कुछ पुलिसकर्मी और स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप के लोग भी होते हैं इन तमाम तरह के सुरक्षाकर्मी को मिलाकर जेड प्लस सिक्योरिटी टीम तैयार होती है, लेकिन खास बात यह है कि यह सुरक्षा केवल वीआईपी लोगों को मिलती है जिसका सीधा अर्थ यह है कि आम आदमी के लिए नियुक्त नहीं की जाती है और केवल स्पेशल पावरफुल पोजीशन पर बैठे लोगों को जेड प्लस सिक्योरिटी की सेवा मुहैया होती है।
जेड प्लस सिक्योरिटी यूं ही खास नहीं होती है बल्कि इसके पीछे कई ऐसे कारण होते हैं जो इसे अन्य सुरक्षा बलों से बेहद खास और अलग बनाती है, आइए अब इसके बारे में जानते हैं । जेड प्लस सिक्योरिटी टीम यानी कि जेड प्लस सुरक्षा बल की पहली जिम्मेदारी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के ऊपर होती है और इसके दूसरे लेयर में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप होते हैं जिनके ऊपर यह जिम्मेदारी दूसरे अस्तर पर आती है , लेकिन सबसे खास यह है कि इनके साथ इंडोर तिब्बतियन बॉर्डर पुलिस और उनके साथ सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स यानी कि सीआरपीएफ तैनात रहते हैं ।
इसका यह सरल मतलब है कि यह एक ऐसा खादशस सुरक्षा बल है जिसमें हमारे देश के प्रतिष्ठित और बेहतरीन पुलिस दलों के कुछ खास लोग शामिल होते हैं और वीआईपी लोगों को देश की सबसे खास तरह की सुरक्षा मुहैया करते हैं । जेड प्लस सुरक्षा के दौरान एसपी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री को सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री कब पद जितना बड़ा है उतना ही उसके ऊपर हर वक्त खतरा मंडराता रहता है और इसलिए भारत के सबसे अच्छे सुरक्षा बल हमारे देश के प्रधानमंत्री का रक्षा करते हैं वह भी एक सुरक्षा कवच की तरह ।
भले ही भारत में कई वीआईपी लोग मौजूद हैं लेकिन जेड प्लस सिक्योरिटी की सुविधा हर किसी को नहीं मिलती है और यही खास वजह है कि लगभग 450 से 500 लोगों को ही यह सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है
और वक्त रहते यह सिक्योरिटी दिन प्रतिदिन और बलवान और अपने कौशल में निपुण होते जा रही है । जिसके कारण जेड प्लस सिक्योरिटी की सुविधा हमारे देश के प्रधानमंत्री को मिलती है और उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार को कुछ समय के लिए यह सुरक्षा दी जाती है, लेकिन जेड प्लस सिक्योरिटी की स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ही प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री के परिवार वालों को सुरक्षा देती है ।
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का गठन 8 अप्रैल सन् 1985 को हुआ था और साथ ही सबसे रोचक बात यह है कि इन जवानों को विश्व स्तर की ट्रेनिंग दी जाती है और उस ट्रेनिंग में इन्हें पास करना अनिवार्य होता है , साथ ही स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के सुरक्षा के लिए वह लोग स्वयं हाई ग्रेड बुलेट प्रूफ कपड़े पहनते हैं जिसका वजन लगभग 2.2 किलोग्राम होता है ।
कई बार लोगों को यह दुविधा होती है कि क्या जेड प्लस सिक्योरिटी की सुविधा वही सुविधा होती है जो मंत्रियों को प्रदान की जाती है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि सुरक्षा भी कई प्रकार की होती है और हर स्तर पर लोगों को अलग-अलग सुरक्षा ही दी जाती है । अगर किसी को जेड प्लस सिक्योरिटी की जरूरत पड़ती है तो सबसे पहले उन्हें सरकार को एक एप्लीकेशन देना पड़ता है जिसके बाद सरकार द्वारा गठित की गई सरकारी सुरक्षा एजेंसी इस बात की तहकीकात करती है कि खतरा है अगर तो किस प्रकार का है और यह बात कितनी हद तक सच है अगर उन सभी क्राइटेरिया में अप्लाई किए गए कैंडिडेट का वेरिफिकेशन हो जाता है खतरा होने की पुष्टि हो जाती है उसके बाद ही उन्हें स्पेशल जेड सिक्योरिटी प्रदान की जाती है।
माना कि जैसे हमने आपको बताया कि अलग-अलग पोजीशन के लोगों को अलग-अलग तरह की सुरक्षा प्रदान की जाती है और इसकी जिम्मेदारी और निर्णय लेने की निर्णय लेने का अधिकार होम सिक्योरिटी, चीफ सेक्रेटरी और डायरेक्टर जनरल के पास होती है । आइए आप जानते हैं कि जेड सिक्योरिटी यानी कि Z सुरक्षा बल क्या होती है -:
Z सुरक्षा बल में कुल 22 सुरक्षाकर्मी मौजूद होते हैं इसमें खासतौर पर 5 एनएस हर वक्त मौजूद रहते हैं । इस सुरक्षा बल में आइटीबीपी और सीआरपीएफ के अधिकारियों को सुरक्षा में लगाया जाता है सुरक्षा बल में पायलट के साथ एस्कॉर्ट की सुविधा भी दी जाती है। जेड सुरक्षा बल, वीआईपी और वीवीआईपी लोगों को प्रदान की जाती है आइए जानते हैं कि उनमें से कौन-कौन से लोग ऐसे हैं जिनको यह सुविधा मुहैया होती है – उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री , सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज, राज्यपाल , प्रसिद्ध कलाकार, कोई अभिनेता अभिनेत्री इत्यादि , इनमें अधिकतर लोग शामिल होते हैं जिनको जान जाने का खतरा अधिक होता है ।