Teeth Discoloration Kaisa Hota Hai? पूरी जानकारी

एक व्यक्ति का शरीर स्वयं में ही सर्वसक्षम होती है और इसमें होने वाली हर चीज़ जिस तरह है हमारे लिए उस ही तरह आवश्यक भी है। जब हम अपने दाँतों की सही तरीके से देख भाल नहीं करते तो उनका रंग बदलने लगता है और उसी को Tooth Decoloration कहा जाता है।

Teeth Discoloration Kya Hai?

Tooth Decoloration एक बड़ी परेशानी भी बन सकती है जो हम जब सही तरीके से अपने दाँतों का ध्यान ना रखके या कुछ ऐसी चीजें खाने से होता है जिसे हमारे दाँत खराब हो सकते हैं। दाँतों का रंग कई अलग अलग रंग में बदल सकता है जैसे पीला, भूरा, सफ़ेद, काला या बैंगनी। Tooth Decoloration का सबसे बड़ा कारण है मीठा खाना, या बहुत ज्यादा ठंडी चीज़ें खाना, Tobacco का सेवन करना, Alcohol आदि है। जब कोई व्यक्ति अपने दाँतों की सही देख भाल नहीं करता या अपने दाँतों को सही तरीके से साफ नहीं करता तो उसके दाँतों का रंग धीरे धीरे पीला होने लगता है।

दाँत मलिनकिरण तीन अलग-अलग श्रेणियों में आता है: बाह्य, आंतरिक और उम्र से संबंधित।

Extrinsic:- बाहरी दाँत मलिनकिरण के साथ, यह संभावना है कि दाग केवल दाँत तामचीनी, या दाँत की सतह को प्रभावित कर रहे हैं। बाहरी दाग ​​के सबसे आम कारणों में शामिल हैं:

  • खाना
  • पेय
  • तंबाकू

Intrinsic:- इस प्रकार का दाग दांत के भीतर स्थित होता है, जो इसे ओवर-द-काउंटर व्हाइटनिंग उत्पादों के लिए अधिक प्रतिरोधी बनाता है। यह अक्सर भूरा दिखाई देता है। आंतरिक दाग के उदाहरणों में शामिल हैं:

  • कुछ दवाएं
  • आघात या दाँत पर चोट
  • दांतों में सड़न
  • बहुत अधिक फ्लोराइड
  • आनुवंशिकी

Age Related:- जब आप उम्र, अपने दाँत पर तामचीनी दूर पहनने के लिए शुरू होता है, जो अक्सर एक पीले रंग की उपस्थिति में परिणाम। कई बार, उम्र से संबंधित मलिनकिरण बाहरी और आंतरिक दोनों कारकों के कारण हो सकता है।

Tooth Decoloration के कारण

Tooth Decoloration के कोई कारण हो सकते है जैसे :-

  • कई बच्चे बचपन से ही अपने दाँतों की सही तरह से देख भाल नहीं करते जिसकी वजह से उनके दाँत बचपन से ही पीले होजाते हैं और फिर बड़े होकर सही तरह से दाँत साफ करने पर भी रंग ठीक नहीं हो पाता।
  • कई लोगों में यह दाँतों का पीला पन आनुवंशिक भी हो सकता है।
  • जब दाँतों की सही तरीके से देख भाल नहीं करी जाती और दाँतों पर Bacteria हमारे पट्टिका यानी Plaque पर हमला करते हैं तब हमारे दाँतों का रंग बदल कर काला हो जाता है।
  • Braces लगाने वाले लोगों के दाँतों में भी सफेद निशान पड़ सकता है।
  • अगर हम कुछ ऐसी चीज़ें जैसे मीठा, कॉफी, ठंडे पदार्थ का सेवन करते हैं उससे भी हमारे दाँतों का रंग काला हो जाता है और वे कमज़ोर होने लग जाते हैं।
  • अगर आप Tobacco, Alcohol या Gutkha जैसी चीजों का सेवन करते हैं तो भी आपके दाँत काले पड़ सकते हैं।

Tooth Decoloration से कैसे बचें?

इससे बचने के तरीके नीचे दिए गए हैं :-

  1. अपने दाँतों की अच्छे से देख भाल करें व कोई भी बारीक चीज़ें खाने के बाद अपने दाँतों को अच्छे से साफ करें। और अगर ब्रुष करना सम्भव ना हो सके तो पानी से ही कुल्ला करके अपना मुह साफ करें उससे भी कई हद तक फरक पड़ सकता है।
  2. अपने दाँतों की देख भाल की आदत जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी डालें। जैसे दिन में दो से तीन बार दाँत साफ करना, खाने के बाद कुल्ला करना आदि।
  3. अपने खाने का तरीका खाने की आदतें व खाने की चीजों में बदलाव लाएँ। कुछ भी ऐसा ना खाएँ जिससे आपके दाँत और खराब हों जैसे मीठा ना खाएँ, ठंडा ना खाएँ ना पिएँ, Gutkha, Tobacco, Alcohol आदि का सेवन ना करें। और जब भी आप कुछ ऐसा खाएँ जिससे आपके दाँत खराब हो सकते हैं तो उसके बाद दाँत साफ करने की आदत डालें।

दंत चिकित्सा के पास जाने की आवश्यकता कब पड़ती है?

अगर आपके दाँतों का रंग बहुत ज़्यादा बदल रहा है या आपके दाँत बहुत ज़्यादा कमज़ोर हो रहें हैं तब आप दंत चिकित्सक के पास जा सकते हैं। उनके पास आप एक और कारण जा सकते हैं अगर आप कई समय से अपने दाँतों की साफ सफाई में सुधार ला रहें हैं परंतु फिर भी आपके दाँतों में कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

ऐसे में दंत चिकित्सक द्वारा आप कई तरह की ट्रीटमेंट करवा सकते हैं जैसे

  • चेयर साइट वाइटेनिंग
  • केमिकल ब्लीचिंग
  • होम ब्लीचिंग आदि।

Tooth Decoloration आम है और कई कारणों से किसी को भी हो सकता है। यह अक्सर भोजन और पेय पदार्थों के साथ-साथ सिगरेट, सिगार, या चबाने वाले तंबाकू उत्पादों के कारण होता है।

आपके दांतों की सतह पर दिखाई देने वाले दाग आमतौर पर दांतों को सफेद करने वाले उत्पादों या प्रक्रियाओं से हटाया या कम किया जा सकता है। ये आपके दंत चिकित्सक द्वारा किया जा सकता है या आप घर पर उत्पादों की कोशिश कर सकते हैं।

अपने दांतों के अंदर दिखाई देने वाले मलिनकिरण या दाग, जिसे आंतरिक दाग के रूप में जाना जाता है, दांतों की सड़न, चोट या किसी दवा के कारण हो सकता है। आपके दंत चिकित्सक आपको इन प्रकार के दागों के लिए सबसे अच्छे तरीके से कार्रवाई करने की सलाह दे सकते हैं।