हमने यह बात बहुत बार सुना होगा की अगर जल है तो कल है अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए हमें जल को सीमित रूप से इस्तेमाल करना होगा और इस कथन को कतई हल्के में नहीं लेना होगा। सुबह से शाम या शाम से सुबह हमें हमेशा जल की आवश्यकता पड़ती है और हम इसका इस्तेमाल कई चीजों में करते हैं अगर हमारे पास जल नहीं है तो हम अपने भविष्य की कल्पना नहीं कर सकते। सामान्य रूप से भारत में एक व्यक्ति 1 दिन में अपने ऊपर 60 से 70 लीटर पानी उपयोग करता है।
जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध – Long and Short Save Water Save Earth Essay in Hindi
वास्तव में हम पानी के बिना ज्यादा से ज्यादा कुछ ही घंटे जीवित रह सकते हैं लेकिन हम हर कदम पर इसे बर्बाद कर रहे हैं। हम लोगों के विद्यालय में यह पढ़ाया जाता है की हमारी पृथ्वी पर लगभग 70% हिस्सा पानी से ढका हुआ है, लेकिन यह सब हमारे उपयोग के लायक नहीं है, ठीक वैसे ही जैसे “पानी पानी हर जगह लेकिन एक बूंद पीने को नहीं”अतः इसलिए हमें जल को किसी भी कीमत पर व्यर्थ ही नुकसान नहीं करना चाहिए।
हमारी सरकार और अन्य जागरूकता पैदा करने वाले संगठनों ने हमें जल संरक्षण के महत्व के बारे में शिक्षित करने का प्रयास किया है।
जल बचाने के नियम
- जैसे कि नलको अच्छे से बंद किया जाए, वरना यह बात तो हम लोग सुने ही हैं बूंद बूंद से भरता सागर तो सोचिए अगर नलको अच्छे से ना बंद किया जाए तो कितना जल व्यर्थ हो जाएगा, कुछ अन्य चीज जिनसे जल को बचाया जा सकता है।
- कपड़े धोने के लिए पानी का पुनः प्रयोग किया जाए नहाने के लिए शावर की जगह अपने पुराने नियम बाल्टी और मग से ही नहाए जिनके द्वारा हम बहुत सारा बचा सकते हैं। और हां जब तक हम नहीं चाहेंगे तब तक जल का संरक्षण नहीं हो सकता क्योंकि सरकार तो सिर्फ नियम ही बना सकती है उसे मानना तो हमारा काम है।
- हम जल को वर्षा जल संचयन के माध्यम से भी इकट्ठा कर सकते हैं इस प्रक्रिया में मनुष्य बारिश के पानी को इकट्ठा करके उसे अलग-अलग प्रकार का कार्य कर सकता है ।बारिश का पानी मनुष्य के लिए लाभदायक साबित होता है जिससे किसी भी प्रकार की बीमारियां या फिर किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती।
- जब भी हम अपने घरों में रखी हुई गाड़ियां साइकिल या फिर किसी अन्य वस्तु को धोते हैं ।तो हमें पाइप का इस्तेमाल ना करके किसी बाल्टी या मग का इस्तेमाल करना चाहिए इसकी वजह से पानी की बचत बहुत ज्यादा होती है और हमें समझ में आता है कि हम कितने पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
- अगर हमारे घर में कहीं पर भी नल या फिर पाइप लिख करता हो तो हमें तुरंत पलंबर बुलाकर उसे ठीक करवाना चाहिए ताकि लीकेज की वजह से पानी की बर्बादी ना हो और हम अपने घरों में सुरक्षित रह सके।
- बगीचों में पानी रात की बजाए हमें उसे दिन में देना चाहिए क्योंकि अगर हम रात में पानी देते हैं तो पानी का वाष्पीकरण नहीं हो पाता और देर तक पानी पौधों में रहता है और उसे पोषक तत्व प्रदान करता है।
निष्कर्ष
अगर हम जल्द ही कोई सार्थक कदम नहीं उठाएंगे तो हमें जल की कमी का सामना करना पड़ जाएगा। मनुष्य पानी के बिना 2 दिन से ज्यादा जीवित नहीं रह सकता है और हम यहां उसे बर्बाद कर रहे हैं और यह बात हमें नहीं भूलना चाहिए कि हमें पृथ्वी को बचाने के लिए जल को बचाना अति आवश्यक है। यह बात हम भलीभांति जानते हैं की पानी के बिना हमारा कोई वजूद नहीं है फिर भी हम इसे संरक्षित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाते। हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए जल को बचाना हमारा फर्ज है।
अगर पानी नहीं होगा तो कायनात से सब कुछ खत्म हो जाएगा। न पौधे होंगे ना जान मन होंगे ना फसलें होंगी और ना ही हम बच पाएंगे। इसलिए हमें पानी को बचाना बहुत ही आवश्यक है और इस बात को हमेशा सोचना पड़ेगा की जल है तभी तो कल है।।