कौमी एकता सप्ताह – National Communist Unity Week in Hindi

भारतवर्ष अनेक विशेषताओं का देश है| यहां विभिन्न प्रकार की संस्कृतियाँ, जातियां एवं धर्म पाए जाते हैं| इन सब के बावजूद इस देश में जो सब से महत्वपूर्ण बात है वो ये कि लोग मिलजुल कर बड़े प्रेम और सौहार्द के साथ रहते हैं| प्रत्येक वर्ष कौमी एकता सप्ताह लोगों में राष्ट्रीय एकता देशभक्ति और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ाने के लिए तथा लोगों को उसके प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है| भारतीय संस्कृति विश्व की प्राचीन संस्कृतियों में से एक है| इस की सबसे बड़ी विशेषता जीवन में योग व त्याग का समन्वय है।   विद्वानों ने संस्कृति की परिभाषा देते हुए कहा है कि संस्कृति का अर्थ स्वभाव चरित्र विचार और कर्म की वे अच्छाइयां है जो शिष्ट लोगों के जीवन का अंग होती है तथा जिनका पालन परिवार वर्ग समाज तथा राष्ट्र की विशेषता बन जाता है|

कौमी एकता सप्ताह (National Communist Unity Week)

संस्कृति में धर्म, समाज, नीति, राजनीति, दर्शन , साहित्य,  परंपराएं, मानवीय मूल्य तथा सौंदर्य बोध आदि सभी समाहित होते हैं| इतनी विशेष संस्कृति एवं प्रत्येक व्यक्ति के अंदर देशभक्ति की भावना होने के साथ-साथ  सांप्रदायिक सद्भाव है हमारे देश को बाकी अन्य देशों से अलग बनाता है| हमारे देश में  जब कोई बच्चा जन्म लेता है और जब धीरे-धीरे जब बड़ा होना शुरू करता है , तभी से उसे आपसी सामंजस्य,देश भक्ति, एकता एवं अपनी संस्कृति के प्रति निष्ठा के लिए संस्कार मिलने प्रारम्भ हो जाते हैं| यही कारण है कि भारतीय संस्कृति अनेकता में एकता का प्रतीक है| किन्तु हमारे समाज के कुछ अराजक तत्व या ऐसे राजनेता जो समाज नहीं अपितु स्वयं का ही विकास देखते हैं, के द्वारा फैलाई गयी अफवाहों के चलते कभी कभी देश में दंगे भी हो जाते हैं।  देश में शांति बनाये रखते तथा सबको एकजुट रखने के लिए ही प्रत्येक वर्ष 19 नवंबर से 25 नवंबर तक कौमी एकता सप्ताह मनाया जाता है तथा कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में इस जागरूकता को बढ़ाया जाता है|

राष्ट्रीय कौमी एकता सप्ताह के कार्यक्रम की सूची

हमारे देश के साम्प्रदायिक सदभाव, राष्ट्रीय एकता की भावना , विविधता से पूर्ण  संस्कृति तथा देशभक्ति की भावना पर गर्व करने के लिए संपूर्ण देश में 19-25 नवम्बर तक कौमी एकता सप्ताह मनाया जाता है। यह विभिन्न कार्यक्रमों का एक सामूहिक कार्यक्रम है जिसमे एक सप्ताह के प्रत्येक दिन को अलग अलग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इन कार्यक्रमों का विवरण इस प्रकार है :

  • 19 नवंबर के दिन राष्ट्रीय एकता दिवस ।
  • 20 नवंबर के दिन अल्पसंख्यक कल्याण दिवस ।
  • 21 नवंबर के दिन भाषाई सद्भाव दिवस ।
  • 22 नवंबर के दिन कमजोर वर्गों के दिवस ।
  • 23 नवंबर के दिन सांस्कृतिक एकता दिवस ।
  • 24 नवंबर के दिन महिला दिवस ।
  • 25 नवंबर के दिन संरक्षण दिवस ।

देश में कौमी एकता सप्ताह कैसे मनाया जाता है ?

प्रत्येक वर्ष मनाये जाने वाले कौमी एकता सप्ताह समारोह के आरम्भ को चिह्नित करने के लिए प्रशासन द्वारा एक साइकिल रैली का आयोजन होता है । इस पूरे सप्ताह मनाये जाने वाले के समारोह का उद्देश्य संपूर्ण भारत के अलग अलग संस्कृति के लोगों के मध्य  अखंडता, प्रेम, सौहार्द ,सद्भाव और भाईचारे की भावना को जागरूक करना है। प्रथम दिवस को आयोजित होने वाली साइकिल रैली में सम्पूर्ण भारत देश के  विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों के छात्र और देश में स्थित गैर सरकारी संगठनों के स्वयंसेवक सम्मितलित होते हैं। राष्ट्रीय कौमी एकता सप्ताह का साप्ताहिक कार्यक्रम 19 नवंबर से आरम्भ होकर 25 नवंबर तक मनाया जाता है। इस के अंतर्गत विद्यालयों, कॉलेजों , सरकारी कार्यलय तथा विभिन्न संस्थानों में संगोष्ठी, नाटक मंचन, भाषण इत्यादि जैसे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। जिसमें भारत देश की एकता तथा अखंडता के लिए हो रहे वर्तमान प्रयास के बारे में अपने अपने विचार व्यक्त करते हैं। साथ ही साथ देश की उन्नति के लिए किए जा सकने वाले कार्यों के विषय में विचार विमर्श करते हैं तथा कार्यक्रम में आखिर में सभी लोग मिलकर राष्ट्रीय एकता अवं अखंडता को बनाए रखने के लिए शपथ भी  लेते है।

  • 19 नवम्बर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है जिसमे धर्मनिरपेक्षता, साम्प्रदायिकता , वाद विरोध तथा अहिंसा के बारे में विभिन्न स्थानों पर बैठक एवं गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी।
  • 20 नवम्बर को अल्पसंख्यक कल्याण दिवस मनाया जाता है तथा उनके कल्याण के लिए होने वाले विषयों पर विशेष बल दिया जाता है । इसी कार्यक्रम के सापेक्ष दंगा संभावित जगहों पर सौहार्द जुलूस निकाल कर जनमानस में जागरूकता फैलाई जाती है।
  • 21 नवम्बर को भाषाई सौहार्द दिवस के रूप में मनाया जाता है । इस विशेष दिवस पर देश के प्रत्येक क्षेत्र के लोगों को दूसरे प्रान्त की भाषाई विरासत के बारे में जानकारी देने के लिए विभिन्न स्थानों पर साक्षरता कार्यक्रम और कवि सम्मेलन आयोजित किये जाते हैं।
  • 22 नवम्बर को कमजोर वर्गों का दिवस मनाया जाता है तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा कमजोर वर्ग की सहायता हेतु सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए बैठक और रैलियों का आयोजन होता है जिसके द्वारा भूमिहीन श्रमिकों के ज़मीन वितरण मुद्दे पर बल दिया जाता है।
  • 23 नवम्बर को सांस्कृतिक एकता दिवस मनाया जाता है तथा अनेकता में एकता कहे जाने वाले में भारतीय परम्मपराओं को दिखाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
  • 24 नवम्बर को महिला दिवस मनाया जाता है । इस दिवस की अलग महत्ता है क्यूंकि इस दिन को भारतीय समाज़ में महिलाओं के महत्व और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं द्वारा निभाई जाने वाली अहम् भूमिका को बताया जाता है।
  • 25 नवम्बर को संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जाता है तथा इस दिन पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता को बढ़ाने के लिए विभिन्न बैठक और कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।

उपसंहार

राष्ट्रीय कौमी एकता सप्ताह हमारे लिए एक पर्व के रूप में बहुत महत्त्व रखता है। यह साप्ताहिक पर्व ना केवल विभिन्न संप्रदायों के मध्य सद्भावना को बढ़ाने का कार्य करता है अपितु जनमानस के मध्य  भाईचारे और एकता की  भावना को भी बढ़ावा देता है।  यह वार्षिक रूप से मनाया जाने वाला सप्ताह 19 नवंबर को राष्ट्रीय एकता दिवस से आरम्भ होकर 25 नवंबर को संरक्षण दिवस पर समाप्त होता है। कौमी एकता सप्ताह हमारे देश की विभिन्न जातियों, धर्मों, संस्कृतियों तथा संप्रदायो को एकसाथ ले आने का कार्य करता है क्योंकि हमारे देश में हम सब  एक-दूसरे से भिन्न होने के बाद भी एक ही हैं।  हमारी वास्तविक पहचान हमारी राष्ट्रीयता अर्थात हमारा भारतीय होना ही है एवं हमारी यही एकता हमारी असली शक्ति है। इसी उद्देश्य से कौमी एकता का सप्ताह हमारे लिए महत्वपूर्ण  है तथा हम सभी को इसे जनजागरूकता के साथ मनाना चाहिए।