माइग्रेन क्या होता है इसके क्या कारण है? पूरी जानकारी

आमतौर पर कई बार सर दर्द होता है,जिसे आम व्यक्ति अमृतअंजन,बाम,सर पर मालिश करके ठीक कर लेता है। कभी-कभी कुछ लोगों को इसके लिए दवा खानी पड़ती है तब जा कर ही यह दर्द शांत होता है। यह एक आम बीमारी है और सभी व्यक्तियों को होती है।

माइग्रेन क्या है? Migraine Kya Hota Hai

इसके मुख्य कारण है चिंता,अत्यधिक कार्य,सही मात्रा में खाना न खाना आदि। पर जरूरी बात तो यह है कि कुछ लोग में यह सिर दर्द की परेशानी अक्सर पाई जाती है। उन्हें लगभग हमेशा ही सर दर्द की शिकायत रहती है और कभी-कभी तो यह दवाई खाने के बाद भी ठीक नही होती है। जब सर दर्द हमेशा हो और दवा के उपरांत भी ठीक न हो तब हमें समझ जाना चाहिए कि मसला गंभीर है और विचारनीय है।

कुछ लोग सामान्य सिर दर्द को माइग्रेन समझ लेते है और कुछ लोग माइग्रेन को सामान्य सिर दर्द समझ लेते है। वास्तव में माइग्रेन एक गंभीर सिर दर्द की बीमारी है जिसमे उपचार की आवश्यकता होती है। डॉक्टरों के अनुसार यह मष्तिष्क में होने वाली कुछ असमान्य संकेतों के प्रभाव है। ऐसी स्तिथि में मस्तिष्क में रक्त संचालन सही रूप में नहीं होता है।

माइग्रेन के दर्द बहुत गंभीर होता है यह मनुष्य की दिनचर्या को भी प्रभावित कर देता है जिसके कारण मनुष्य कुछ नहीं कर पाता है। यह दर्द कुछ घंटो से लेकर कई दिनों तक रहता है। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य सिर दर्द और माइग्रेन दोनो के इलाज में काफी अंतर है। सामान्य सिर दर्द में हम दवाई खा सकते है,मालिश कर सकते है,व्यायाम तो इसका सबसे प्रमुख उपचार है क्योंकि यह सिर दर्द का मुख्य कारण तनाव होता है और अपने मष्तिष्क से तनाव हम व्यायाम व एक्सरसाइज द्वारा ही दूर कर सकते है।

माइग्रेन के लिए डॉक्टरों की सलाह होती है कि हम कुछ चीजों पर प्रतिबंध लगाए क्योंकि माइग्रेन के कुछ ट्रिगर होते है यदि उनपर विजय प्राप्त कर ली जाए तो माइग्रेन से भी निपटा जा सकता है। इसके लिए हमे अपने आहार में भी बदलाव लाना अनिवार्य है साथ ही शांतचित्त होकर व्यायाम करना भी आवयशक है इसके अतिरिक्त डॉक्टरों द्वारा दी गयी दवाईयों का सेवन भी लाभदायक सिद्ध होता है।

माइग्रेन के मुख्य कारण-माइग्रेन के कई कारण हो सकते है जैसे:-

  • हॉर्मोन परिवर्तन को माइग्रेन के एक कारण माना जाता है। यदि शरीर में हॉर्मोन सही तरह से परिवर्तित नही हो रहे तो इससे माइग्रेन की व अन्य समस्याएं उतपन्न होती है।
  • आहार का सही नही होना माइग्रेन होने का दूसरा कारण है। यदि हम भोजन सही तरह से नही करेंगे तो हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाएगी और इससे भी माइग्रेन की बीमारी जन्म लेती है।
  • तनावग्रस्त होना- व्यक्ति जब अधिक चिंता करता है तो उसके मष्तिष्क में तनाव हो जाता है और यह माइग्रेन को जन्म देता है। इसलिए जितना हो सके शांत और संवेदनशील होना चाहिए चाहे परिस्थिति कुछ भी क्यों न हो।
  • अनर्गल दवाइयों का सेवन- कुछ लोग बेवजह ही हर छोटी बीमारी के लिए दवाई  खा लेते है यह शरीर के लिए सही नहीं है ,इससे शरीर को हानि पहुंचती है और माइग्रेन व अन्य बिमारियों को आमंत्रित करती है। अतः यह आवयशक है कि हम बिना डॉक्टरों की सलाह के बेवजह दवाईयों का सेवन न करे।
  • अधिक ध्वनि और प्रकाश भी माइग्रेन का कारण होता है। अतः इससे भी बचाव अनिवार्य है।

माइग्रेन एक गंभीर बीमारी है परंतु यदि सही रूप से इसका उपचार किया जाए और अपनी जीवन शैली में सुधार लाया जाए तो इससे निपटारा पाया जा सकता है और इसे हराया जा सकता है।यह हमारे लिए आवयशक है कि हम अपना आहार सही तरह से ले,व्यायाम करें ,शांतचित्त रहे।