खेल-कूद का महत्व पर निबंध – Essay On Khel Kud Ka Mahatva in Hindi

खेल मानव जीवन का एक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं और मानव जीवन के सभी क्षेत्रों में खेलों का बहुत महत्व होता है। खेल को हम इस प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं कि यह शारीरिक गतिविधि और कौशल से जुड़ी एक गतिविधि को संदर्भित करता है। किसी भी खेल में दो या दो से अधिक गुट एक दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करती हैं।

खेल-कूद का महत्व पर निबंध – Long and Short Essay On Khel Kud Ka Mahatva in Hindi

सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि खेल के लाभ इतने सारे हैं कि एक पूरी की पूरी किताब लिखी जा सकती हैं। खेल खेलने से मन और शरीर पर स्वास्थ्य पर बड़े पैमाने पर एक सकारात्मक प्रभाव दिखता है। खेलों का एक व्यक्ति के चरित्र और सम्पूर्ण व्यक्तित्व के  निर्माण में बहुत बड़ा योगदान है हैं। यह निश्चित रूप से हमारे शरीर को शारीरिक तथा मानसिक रूप से फिट रखने के लिए एक उत्कृष्ट उपकरण है।

विभिन्न प्रकार के खेल खेलने से हमारा शरीर और उसके अंग सुचारू रूप से काम करते हैं। खेल दिलऔर फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं। नियमित रूप से खेल और कसरतकर्ने से निश्चित रूप से हृदय तथा शरीर के दूसरे अंगों को मजबूती तथा प्रतिरक्षा मिलती हैं। इसलिए चिकित्सक हमें खेलकूद में प्रतिदिन भाग लेने की सलाह देते हैं।

आप अपने पसंद से कोई भी एक अच्छा खेल चुन सकते हैं जो आपके लिए शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक हो। दिल की बीमारियों के खिलाफ खेल एक उत्कृष्ट निवारक उपाय है। यह निश्चित रूप से लोगों की जीवन प्रत्याशा को बढ़ाने में मदद करता है। मानव शरीर के बारे में एक बात कही जाती है कि एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है जो हमें अच्छे विचारों को देने में मदद करता है।

एक स्वस्थ हृदय का मतलब स्वस्थ रक्तचाप है। खेल में शरीर की सभी अंगों की गतिविधियां शामिल होती है। जिससे हमारे शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से काम करते हैं। खेल खेलने में शामिल हमारे सभी शारीरिक गतिविधि के कारण, रक्त वाहिकाएं साफ रहती हैं और उनका प्रवाह शरीर के सभी अंगों तक समान तथा निरंतरता के साथ बना रहता है।

रक्त वाहिकाएं हमारे शरीर में एक बड़ा महत्वपूर्ण अभिनय निभाती हैं। हृदय हमारे शरीर में रक्त को पम्प करने का कार्य करता है और सभी अंगों तक ऑक्सीजन्युक्त रक्त ले जाती हैं तथा अशुद्ध यानी कार्बन डाइऑक्साइड युक्त रक्त को हृदय में ले आती हैं। फिर हृदय इस अशुद्ध रक्त को फेफड़ों के पास शुद्ध होने के भेजता है। और फेफड़ों से शुद्ध रक्त आने के उपरांत हृदय इस रक्त को संपूर्ण शरीर में पंप कर देता है। ये प्रक्रिया व्यक्ति के जीवन पर्यन्त चलती रहती है।

खेल खेलने से हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में आवश्यकता से अधिक उपस्थित वसा तथा ग्लाइकोजन और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर देता है और उन्हें एक स्वस्थ मात्रा के लेवल तक नियंत्रित बनाए रखता है। यह रक्त वाहिकाओं की दीवार की लचीलापन की वृद्धि का कारण भी होता है। शारीरिक परिश्रम के कारण लचीलापन बढ़ता है, जिससे अत्यधिक रक्त दबाव होने पर ये फटती नहीं है। ये सब खेल का ही परिणाम  है। इन सब के अलावा, रक्त में ग्लूकोज का स्तर बनाए रखने में भी  खेलकूद मदद करते हैं।

खेलकूद के कारण हमारे फेफड़ें मजबूत तथा स्वस्थ होते है जिससे हमें सांस लेने की अच्छा अनुभव होता है। इस प्रकार खेलकूद निश्चित रूप से शरीर की फेफड़ों की क्षमता और दक्षता को बढ़ाते है। जिससे अधिक से अधिक ऑक्सीजन रक्त में प्रवेश करता है जो हमारे शरीर के मेटाबोलिज़्म यानी उपापचय प्रक्रिया के लिए बेहद फायदेमंद है।

खेलकूद हमारे  शरीर के वजन बनाए रखने में भी मदद करते है।नियमित रूप से खेलकूद में भाग लेने वाला व्यक्ति मोटापे या कम वजन की समस्याओं से कभी पीड़ित नहीं होता है। इस तरह से खेल निश्चित रूप से शरीर को स्वस्थ, फिट बनाए रखता है और वजन नियंत्रण में मदद करता है।

 खेलकूद /स्पोर्ट्स खेलने के अन्य लाभ

  • खेलकूद से हमारा शरीर शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत होता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन और मस्तिष्क का विकास होता है। खेल निश्चित रूप से व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक उत्कृष्ट उपकरण है। खेल खेलने से व्यक्ति का चेहरे से आत्मविश्वास झलकता है जो उसको अन्य व्यक्तियों से संप्रेषण या कम्युनिकेशन के दौरान बढ़िया प्रभाव डालने में मदद करता है। हम कह सकते है कि खेल निश्चित रूप से अन्य व्यक्तियों से आत्मविश्वास के साथ संवाद करने के कौशल में सुधार करता है।
  • इन सब बातों के अलावा भी यह व्यक्ति को बैठेने, खड़े होने और ठीक से चलने में विश्वास का अनुभव कराता है। अर्थात् हम कह सकते हैं कि खेल किसी व्यक्ति के सामाजिक जीवन को समृद्ध तथा सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। खेल हमारे सामाजिक जीवन में अनुशासन लाते हैं। यह हमें निश्चित रूप से समर्पण, नियमित होना और धैर्य जैसे मूल्यों को सिखाता है।
  • खेल हमारे मस्तिष्क को मजबूत बनाता है। जिससे हम कभी अगर किसी क्षेत्र में फेल होते हैं तो हमें उस असफलता को झेलने या बर्दाश्त करने की शक्ति देता है। वर्तमान समय में लोगों का खेल से अरुचि होने से मानसिक दबाव को सहन करने की शक्ति नहीं मिल पा रही है, जिससे वयस्कों तथा विद्यार्थियों में आत्महत्या जैसे कदम उठाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसलिए हमें अपने प्रतिदिन की दिनचर्या में किसी न किसी खेल को नियमित रूप से स्थान देना चाहिए।
  • इन सबके अलावा, खेल व्यक्ति की सोच क्षमता में सुधार भी करता है। खेल हमारे मन को तेज करते हैं। जो बच्चे खेल कूद में एक्टिव रहते हैं, वे शायद उन लोगों की तुलना में परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते हैं जो स्पोर्ट्स में भाग नहीं लेते। खेल हमारे दिमाग के तनाव को कम भी करता है। एक खिलाड़ी व्यक्ति निश्चित रूप से अवसाद जैसे अनुभव का कम ही या शायद ही कभी सामना करता होगा। खेल को अपने जीवन में स्थान देने वाले व्यक्ति को मन की शांति की अनुभूति होती है जिससे हमारे जीवन में खुशी आती है।

 निष्कर्ष

खेल हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। खेल हमें स्वस्थ बनाता है। यह हमारे शरीर को मजबूत, मन एवं मस्तिष्क को स्वस्थ और स्वच्छ रखता है। इस प्रकार खेलकूद हमारे शरीर को शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। यह निश्चित रूप से हमारे जीवन की गुणवत्ता तथा हमारी जीवन प्रत्याशा भी को बढ़ाता है। स्कूलों में खेल अनिवार्य होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यह शिक्षा के रूप में महत्वपूर्ण है। हर व्यक्ति को नियमित आधार पर कम से कम एक खेल गतिविधि अवश्य करनी चाहिए।