दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय दिवस है जो ड्रग्स के दुरूपयोग के साथ साथ उसके गैर कानूनी व्यापार के खिलाफ लड़ने के लिए मनाया जाता है । यह दिवस प्रति वर्ष 26 जून को पुरे विश्व में मनाया जाता है । यह दिवस नशीली दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ने के लिए मनाया जाता है ।
दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस – International Day Against Drug Abuse And Illicit Trafficking in Hindi
यह एक अन्तर्राष्ट्रीय सभ्य समाज के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सहयोग को बढाने और उसको बढ़ावा देने की अभिव्यक्ति है जो ड्रग्स के दुरूपयोग से मुक्त है । इस दिन विभिन्न संगठन इस खतरे को कम करने के लिए शपथ लेते हैं और अवैध ड्रग्स की चुनौतीओं को शान्तिपूर्वक संबोधित करने पर जोर देते हैं । उनका मूल उद्देश्य युवाओं की रक्षा करना और मानव जाति के कल्याण को बढ़ावा देना है ।
दुनिया भर को नशीली दवाओं के दुरूपयोग से मुक्त बनाने और अवैध तस्करी को खत्म करने एवं पीड़ितों की शिकायतों को दूर करने के लिए दुनिया भरके अन्य हितधारकों के साथ संयुक्त राष्ट्र में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । United Nations on Drugs and Crime ( UNODC) ने न्यूयॉर्क स्थित यूनाइटेड नेशन सेक्रेटेरियल से वर्ल्ड ड्रग्स की रिपोर्ट भी समय समय पर लॉन्च करता है ।
संयुक्त राष्ट्र संघ एक ब्यक्ति के द्वारा नशीली दवाओं के दुरूपयोग और उस ब्यक्ति पे होने वाले इसके दुष्प्रभावों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का अवसर मुहैया कराता है । दुनिया भरके शिक्षकों, विद्यार्थीयों एवं अधिकारियों के बीच शैक्षिक सामग्री भी वितरित करने का कार्य भी करता है । जिससे वे लोगों के बीच इस मुहिम को फैला सके व उन्हें जागरूक कर सके । दवाओं के दुरूपयोग के खिलाफ लड़ाई में सभी राष्ट्रों के बीच सामंजस्यता स्थापित करनी पड़ेगी ।
ड्रग्स के दुरूपयोग
ड्रग्स का सेवन या ड्रग्स की लत एक मनश्चिकित्सीय,सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्या है जो न केवल पूरे विश्व के युवाओं को प्रभावित करती है बल्कि विभिन्न आयु के लोगों को भी प्रभावित करती है । यह ब्यक्तियों और समाज को कई क्षेत्रों में नष्ट कर देती है जिनमें मुख्य हैं- सामाजिक, शारीरिक, सांस्कृतिक, भावनात्मक और आर्थिक क्षेत्र । जीवित रहने के लिए मस्तिस्क पर ड्रग्स का डर ,घबराहट और असुरक्षा की भावना जैसे व्यापक विकार पैदा होते हैं ।
निकोटीन, कोकीन,कैफीन,मार्फिन,कैनबिस,मेथ आदि जैसी कुछ दवाएं है जो ग्रे मैटर और तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं जिसके परिणाम स्वरूप एक उन्नत सतर्कता और पर्तिक्रिया होती है । ऐसे ड्रग्स की लत के कारण भूख और वजन, कब्ज,चिन्ता का बढना और चिड़चिड़ेपन, नींद न आना और काम काज की हानि का गम्भीर नुकसान होता है । ऐसे अन्य कई पदार्थ है जो मस्तिस्क प्रक्रिया को तेज नहीं करके उसे धीमा कर देते हैं और नर्वस सिस्टम को सुस्त बनाते हैं । इसका परिणाम यह होता है कि उन्हें दर्द निवारक दवाइयां एवं नींद की दवाइयां लेनी पड़ती है ।
ड्रग्स की अवैध तस्करी के बारे में
नशीले पदार्थों की तस्करी एक अंतर्राष्ट्रीय अवैध व्यापार है जिसमें मूलभूत कानूनों के अनुसार निषिद्ध पदार्थ, उत्पादन, खेती, प्रसार और बिक्री शामिल हैं। ड्रग्स एंड क्राइम पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) इस खतरे का अधिक व्यापक व्यापक अध्ययन करने के लिए अवैध अंतर्राष्ट्रीय बजारों की निगरानी और शोघ कर रहा है। उनकी ड्रग रिपोर्ट में ड्रग्स एंड क्राइम्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय का अनुमान है कि ड्रग्स का बाजार यूएस $321.6 अरब का है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का यह अवैध व्यापार लगभग 1 % होने का अनुमान है । उत्तरी व्यापार मार्ग और बाल्कन क्षेत्र मुख्य ड्रग ट्रैफिकिंग क्षेत्र है जो पूर्वी एवं पश्चिमी महादेशों में अन्य अन्तर्राष्ट्रीय दवा बाजारों के बड़े बाजार में अफगानिस्तान को लिंक करते हैं ।
अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स दिवस का इतिहास
26 जून 1988 से प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स और इसकी अवैध तस्करी के लिए दिवस मनाया जाता है। यह दिन हुमैन, गुआंग्डोंग जो चीन में अफीम की अवैध तस्करी और दुरुपयोग के विनाश के लिए मशहूर थे उन्हें याद करने के लिए चुना गया। 7 दिसम्बर 1987 को संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने 9 नवम्बर, 1985 को अपने 40/122 के संकल्प को नशीली दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी पर एक बैठक आयोजित कर पूरी तरह से इस खतरे से लड़ने का फैसला किया। यह उस बैठक का पहला कदम था जिसमें सचिव-जनरल ने ड्रग्स के दुरूपयोग पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया था और ऑस्ट्रिया में वियना में मंत्री स्तर पर इसका अवैध वितरण किया था।
अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स दिवस क्यों मनाया जाता है?
26 को हर साल नशीली दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है। ड्रग्स के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस का मुख्य एजेंडा जनता में इसके अवैध उत्पादन और उनके सेवन के बारे में जागरूकता बढाने के लिए प्रोत्साहित करना तथा इसकी अवैध तस्करी और इससे जुड़े खतरों के बारे में लोगों को अवगत कराना है।
इस दिन का उद्देश्य इस समस्या के लिए ध्यान रखना, ड्रग्स और इसके उपयोग के उत्पादन की रोकथाम के लिए समर्थन में वृद्धि करना और छात्रों, युवाओं, उनके रिश्तेदारों और समुदाय की भलाई के लिए एक निर्णायक निवेश करना है। यह स्वस्थ और अस्वस्थ पर्यावरण के बीच टकराव के महत्वपूर्ण प्रभावों पर जोर देता है। यह दिन नशीली दवाओं के दुरूपयोग और अन्य व्यसनों से पीड़ित लोगों के जीवन के भलाई के प्रति समर्पित है। यह दिन आम जनता को याद दिला ता है कि लोगों विभिन्न पुनर्वास कार्यक्रमों में प्रतिभागी बनना चाहिए।
भारत में ड्रग्स का प्रभाव
दस साल पहले एक सर्वेक्षण भारत में आयोजित किया गया था जिसमें पता चला कि मुंबई, दिल्ली और पुणे के महानगरों में एक लाख से अधिक और देश में सात लाख से अधिक नशीले पदार्थ के सेवन करने वाले लोग हैं। तब से भारत सरकार ने नशीले दवाओं के दुरूपयोग और उसके तस्करी के खतरे को रोकने के लिए कड़े नियम बनाये हैं। नारकोटिक बेनामी जैसे गैर- सरकारी संगठनोंने कई दवाओं के दुर्व्यवहारियों को परामर्श और उपचार प्रदान किया है और उनके बिखरते जीवन को पुनर्स्थापित किया है।
भारत का सरकारी संगठन अर्थात केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन सलाना विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेता है जो नशीले दवाओं के दुरूपयोग के उन्मूलन को बढ़ावा देता है। वे इन ड्रग्स की विषाक्तता और गुणवत्ता के संदर्भ में केंद्रीय औसघ प्रशासन को सलाह देते हैं। इनके अलावा संगठन विश्व स्वास्थ्य संगठन का सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं ताकि ड्रग्स के दुरूपयोग को समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों और उपायों को तैयार किया जाता है। ऐसे कई संगठन इस दिन पर ड्रग्स के बुरे प्रभावों पर जागरूकता बढाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं और इसके बुरे प्रभावों से पीड़ित लोगों को विशेष सहायता और देखभाल प्रदान करते हैं।
विश्व ड्रग्स दिवस का थीम
‘विश्व ड्रग दिवस’ (world drug day) विश्व भर में 26 जून को ‘ड्रग्स के दुरूपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस-2020 ( International day against drug abuse and Illicit Trafficking-2020 मनाया गया वर्ष 2020 के लिए इस दिवस की थीम ‘बेहतर देखभाल के लिए बेहतर ज्ञान’ (Better Knowledge for Better Care) है।
निष्कर्ष
निष्कर्ष में हालांकि ड्रग्स के मुद्दे को समाप्त करना लगभग असंभव प्रतीत हो सकता है पर हमारे समाज पर इस खतरे के प्रभाव को कम करने के लिए कई ठोस क्रियाएं चल रही है। ड्रग्स से खतरा इतना बड़ा है कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हमें अपने समाज की रक्षा के लिए तत्काल कर्रवाई करनी चाहिए। नशीली दवाओं की लत एक कट्टर दानव है जो हमारे समाज के विकास पर रोक लगा सकती है। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि एक हजार मिल कि यात्रा एक बार में कभी नहीं होती है। इसे पुरा करने के लिए हर दिन थोड़ा-थोड़ा प्रयास करना पड़ता है।