फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) क्या है और ये कैसे होता है? पूरी जानकारी

आधुनिक समय में हर चीज़ में मिलावट है। अब तो यह एक आम धंधा बन गया है। खाना हो,चाहे फल हो,दूध हो,पानी हो,दवाई हो सोना-चांदी हो हर चीज़ में मिलावट है। इन सभी मिलावटी प्रदार्थों के सेवन से हमारे शरीर की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। भोजन मनुष्य के जीवन का चालक है,बिना इसके जीवन की कल्पना करना भी असंभव है। अब जीवन के इस महत्वपूर्ण तत्व में ही मिलावट आ जाये तो शरीर की दुर्दशा तो होनी ही है।

फूड पॉइजनिंग क्या है? (Food Poisoning In Hindi)

फ़ूड पॉइज़निंग वह स्तिथि होती है जो खराब भोजन की वजह से होती है। इसे विषाक्त भोजन के नाम से भी जाना जाता है। कुछ लोगों में यह जल्दी ठीक हो जाता है और कुछ लोगों को यह परेशानी हमेशा रहती है अर्थात निरंतर बनी रहती है। फ़ूड पॉइज़निंग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है और

इसके कुछ प्रमुख लक्षण होते है जो कुछ इस प्रकार है-

१.पेट दर्द- पेट दर्द फ़ूड पॉइज़निंग होने का सबसे पहला लक्षण है। शुरुआत में लोगों को लगता है कि यह मामूली सा पेट दर्द है किंतु बाद में यह गंभीर रूप धारण कर लेता है। अतः किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।

२.उल्टी होना-खराब भोजन करने से उल्टी होना तो स्वाभाविक ही है और यही बाद में फ़ूड पॉइज़निंग का रूप धारण कर लेता है।

३.सिर दर्द होना-पेट दर्द,उल्टी के पश्चात फ़ूड पॉइज़निंग का तीसरा लक्षण है सिर में दर्द होना यह इतना कष्टदायक होता है कि व्यक्ति अपने रोज़ के कार्य भी नहीं कर पाता है।

४.बुखार आना-अंत में फ़ूड पॉइज़निंग की स्तिथि में व्यक्ति को बुखार भी आने लगता है इसलिए यह आवश्यक है कि शुरुआती दौर में ही इसके प्रति सतर्क हो जाये।

५.कमज़ोरी महसूस करना-जब उल्टी,सिर दर्द,बुखार आदि होंगे तब यह स्वाभाविक ही है कि व्यक्ति कमज़ोर हो जाएगा क्योंकि तब उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए हमें तुरंत चिकित्सा करवाना चाहिए जिससे यह हमें और हानि न पहुँच सके।

फ़ूड पॉइज़निंग के कारण:-

फ़ूड पॉइज़निंग के कुछ प्रमुख कारण होते है जिन पर ध्यान देना अनिवार्य है। वे कुछ इस प्रक्रिया से है:-

१.आहार का पौष्टिक न होना-भोजन हमारे जीवन का चालक है। इसके बिना किसी भी व्यक्ति का जीवन संभव नहीं है। अतः जब इतना महत्वपूर्ण तत्व ही खराब अथवा अपौष्टिक होगा तोह शरीर की क्या दशा होगी इसका अनुमान तो हम स्वयं लगा सकते है। इसलिए ये आवयशक है कि हमारा आहार सही और पौष्टिक हो।

२.सही मात्रा में पानी का नहीं पीना-जल ही तो जीवन है। बोलते तो हम सब है पर इसका पालन हमसे से ५० प्रतिशत लोग भी नहीं करते है और इसलिए तो फ़ूड पॉइज़निंग व अन्य बीमारियों का जन्म होता है। इसलिए हमें हमेशा उचित मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए।

३.रोग-प्रतिरोधक क्षमता का कमज़ोर होना-कई व्यक्तियों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है इसी कारण हर बीमारी का असर उन्हें जल्दी होता है। क्योंकि उनका शरीर उससे बचाव कर पाने में असमर्थ रहता है।

४.जेनेटिक कारण- यह तो हम सब जानते है कि कई बीमारियों का कारण हमारा जेन्स होता है और उनमें से फ़ूड पॉइज़निंग भी एक है। यदि किसी व्यक्ति के परिवार में पहले से ही किसीको फ़ूड पॉइज़निंग की बीमारी है तो उस व्यक्ति में भी फ़ूड पॉइज़निंग होने की संभावना बढ़ जाती है।

५.पेट का कमज़ोर होना-बहुत सारे लोग ऐसे होते है जिन्हें भोजन जल्दी हज़म नहीं हो पाता है और इसी कारणवश उनका पेट बहुत जल्दी खराब हो जाता है। इन लोगों को भी फ़ूड पॉइज़निंग बहुत जल्दी होता है।

फ़ूड पॉइज़निंग को ठीक करने का तरीका:-

फ़ूड पॉइज़निंग है तो गंभीर समस्या परंतु इसका इलाज भी उपलब्ध है जरूरत है तो बस हमे सावधानी से रहने की। इसके मुख्य इलाज कुछ इस प्रकार है-

  • हमे सदा भोजन करना चाहिए। ज्यादा तेल,मसालों से युक्त भोजन को नहीं खाना चाहिए।
  • अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए जिससे शरीर में कमज़ोरी न हो।
  • स्तिथि ज्यादा खराब होने पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और उसी के अनुसार दवाईयों का सेवन करना चाहिए।
  • दही का सेवन करना चाहिए इससे पेट ठंडा रहता है और फ़ूड पॉइज़निंग होने का कोई आसार नहीं रहता है।
  • ठंडी चीज़ें उचित मात्रा मे खाना चाहिए और नींबू पानी,ओ आर एस,शर्बत पीना चाहिए।
  • प्रतिदिन सुबह एक केला खाना चाहिए क्योंकि केला पेट के लिए बहुत लाभदायक होता है।

अतः हर मनुष्य का स्वास्थ्य उसके अपने हाथ में होता है इसलिए यह जरूरी है कि हम सब अपने खानपान का ध्यान रखे और स्वस्थ रहे।