विश्व में बढ़ती जनसंख्या के समस्या पर निबंध – Essay Overpopulation in The World in Hindi

भारत एक महान देश के साथ साथ बहुत ही विशाल देश भी है। इसीलिए इसके  सामने बहुत सारी समस्याएं भी उत्पन्न होती रहती हैं। किसी भी देश में कोई ना कोई समस्या तो होती ही नहीं है। लेकिन आज हमें ऐसी समस्या के बारे में चर्चा करेंगे जो शायद हर देश की समस्या है और इस समस्या को हम “विश्व में अत्यधिक जनसंख्या” के नाम से जानते हैं। इसकी वजह से ही विश्वभर में बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

विश्व में बढ़ती जनसंख्या के समस्या पर निबंध – Long and Short Essay Overpopulation in The World in Hindi

विश्व में इतनी तेजी से बढ़ रही आबादी एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। बढ़ती हुई जनसंख्या की जरूरत को पूरा करना एक बहुत बड़ी चुनौती है विश्व के लिए। जितनी ज्यादा जनसंख्या होगी उतना ही ज्यादा संसाधनों की मांग बढ़ेगी। और मांग को पूरा करना विश्व के लिए एक बहुत बड़ी समस्या हो जाएगी। जल्द से जल्द अगर इस पर काबू नहीं पाया गया तो यह विश्व के सामने एक भयानक रूप में आ खड़ी होगी।

विश्व में अत्यधिक जनसंख्या के कारण

विश्व में जनसंख्या बढ़ने के बहुत सारे तथ्य इनके बारे में हम चर्चा करेंगे।

  • १-  हमारे समाज में लोग ऐसा मानते हैं कि बच्चे भगवान की देन होते हैं और इसीलिए वह परिवार नियोजन के कोई प्रयास नहीं करते। यही कारण है जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देना।
  • २- वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है शिक्षित ना होना। समाज में अशिक्षित  लोग परिवार नियोजन के बारे में ना जाने की वजह से जनसंख्या वृद्धि का कारण बन रहे हैं।
  • ३- कुछ लोग बेटे या बेटी की इच्छा रखते हैं। और वह अपनी इच्छा पूर्ति के लिए बढ़ती हुई परिवार की संख्या पर ध्यान नहीं देते। और यह हमारे लिए जनसंख्या वृद्धि का कारण बन जाता है।

हमारे समाज में ज्यादातर लोगों को परिवार नियोजन के बारे में पता नहीं है। और परिवार नियोजन के बारे में जानकारी ना होने की वजह से लोगों को इससे जुड़े लाभ के बारे में जान नहीं पाते हैं। और यह जनसंख्या वृद्धि का कारण बन जाता है।

विश्व की अत्यधिक जनसंख्या का दुष्प्रभाव

  • विश्व में जनसंख्या वृद्धि सबसे ज्यादा नुकसान हमारी प्रकृति को हो रहा है। बढ़ती जनसंख्या के द्वारा संसाधनों का अत्यधिक प्रयोग होना हमारे पर्यावरण को दूषित कर रहा है। शायद हम कुछ उपायों और नियमों से जनसंख्या वृद्धि की दर में सुधार तो ला सकते हैं लेकिन हमारी प्रकृति जिस प्रकार दूषित हो गई है उसे सुधारना असंभव होगा।
  • जनसंख्या वृद्धि की वजह से बेरोजगारी जैसी समस्या का सामना सभी देशों को करना पड़ रहा है।
  • जनसंख्या वृद्धि किसी भी देश को आगे बढ़ने में एक बहुत बड़ी रुकावट है।
  • हमें यह बात समझनी चाहिए कि प्राकृतिक संसाधन सीमित है इसीलिए हमें जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने का प्रयास करना चाहिए।

जनसंख्या वृद्धि में गिरावट

  • जिस प्रकार चीन में जनसंख्या वृद्धि कम करने के लिए एक संतान की नीति अपनाई गई है। उसी प्रकार सभी देशों में संतान उत्पन्न करने पर सीमा लगानी होगी। चीन में इस नीति से अत्यधिक फायदा हुआ है। चीन में जो व्यक्ति इस नीति के दायरे में काम नहीं करता उस पर जुर्माना लगाया जाता है और जुर्माना न भर पाने की स्थिति में जबर्दस्ती गर्भपात करा दिया जाता है। हालांकि गर्भपात एक अपराध है इसको बढ़ावा नहीं देना चाहिए। लेकिन लोगों को खुद इसके प्रति जागरूक होना चाहिए। युवा अपने संतान के संख्या की एक सीमा रखें।
  • लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करना। परिवार नियोजन के बारे में बताना। परिवार नियोजन के बारे में प्रचार प्रसार विश्व स्तर पर करना चाहिए।
  • जनसंख्या वृद्धि की दर मे गिरावट लाने के लिए व्यक्तियों का शिक्षित होना अति आवश्यक है। शिक्षित होने से व्यक्ति की मानसिकता और उनकी सोचने की क्षमता में परिवर्तन आता है। परिवार नियोजन के लाभ के बारे में भी जानकारी होती है।
  • हमारे समाज में यौन संबंधित बातें बच्चों से छिपाए जाती है। लोग बच्चों से इसके बारे में बात नहीं करना चाहते हैं या बच्चे बड़ों से इसके बारे में बात नहीं करना चाहते हैं। और इसका दुष्परिणाम यह होता है कि समय से पहले ही मां बाप बन जाते हैं। और अधिक संतान उत्पन्न करना जनसंख्या वृद्धि का कारण बन जाती है।

निष्कर्ष

विश्व में बढ़ती हुई जनसंख्या सभी के लिए चिंता का विषय है। इस समस्या को धरती पर रहने वाले लोग ही खत्म कर सकते हैं। हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए जिससे हमारी क्या समस्या दूर हो सके। अगर जल्द ही बढ़ती हुई आबादी पर काबू नहीं पाया गया तो यह हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ी कभी ना खत्म होने वाली चुनौती बन जाएगी। यह किसी एक देश की समस्या नहीं है।

सबको एक साथ मिल गया इस विषय पर चर्चा करना चाहिए। इस समस्या से लोगों को अवगत कराने के लिए हम विश्व जनसंख्या दिवस भी मनाते हैं जिसका मुख्य उद्देश होता है लोगों को बढ़ती हुई जनसंख्या के प्रति जागरूक करना।