विज्ञान और तकनीकी पर निबंध – Essay On Science And Technology in Hindi

वर्तमान आधुनिक युग विज्ञान और प्रौद्योगिकी का युग है जिसमें कई वैज्ञानिक आविष्कार हुए हैं।आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी  विकास की नई ऊंचाईयां छू रही है। प्राचीन काल की तुलना में आज का वर्तमान समय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति ने आधुनिकीकरण  और डिजिटल अविष्कारों के क्षेत्र में अधिक उन्नत किया है, इसने हमारे  जीवन और काम को पूरी तरह से परिवर्तित किया है।

विज्ञान और तकनीकी पर निबंध – Long and Short Essay On Science And Technology in Hindi

आज की दुनिया में, एक देश का विकास उसके विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास से ही संभव हो सकता है।जिस देश के पास आधुनिक तकनीक नहीं है, वो देश अन्य देशों से पिछड़ा हुआ माना जाता है। हमारे जीवन को आरामदायक और बोझ मुक्त कर दिया है। आधुनिक दिनों में हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बिना नहीं रह सकते हैं।

प्रौद्योगिकी ने हमें दूसरी तरफ, जीवन जीने  का आधुनिक तरीका भी सिखाया है। देश की आर्थिक वृद्धि हाल के आंकड़ों के अनुसार हमारे देश की आर्थिक स्थिति की उन्नति विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास पर भी निर्भर करती है। हमारे देश भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वैज्ञानिक क्षमता है।

भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में धीरे-धीरे विकास कर रहा है। स्वतंत्रता के बाद दुनिया के अन्य सभी देशों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का अपना उपग्रह लॉन्चिंग वाहन है। भारत ने अपने प्रयासों की जगह में कई उपग्रहों को लॉन्च किया है। 5 नवंबर, 2013 को, भारत ने मंगल मिशन को मंगल ग्रह के लिए लॉन्च करके विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी शक्ति साबित कर दी है।

पूर्व भारतीय राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने खुद को डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) और इसरो (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) में काम किया और भारत को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सम्पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनाने का हर संभव प्रयास किए हैं। ये देश ऐसे देश के प्रति समर्पित नागरिकों का हमेशा ऋणी रहेगा।

विज्ञान – प्रौद्योगिकी और मानव का संबन्ध

वर्तमान समय में हम सब विज्ञान और प्रौद्योगिकी के एक नए युग में रहते हैं। वर्तमान समय में हमारे लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के तेज़ी से विकास के साथ आगे बढ़ना बहुत आवश्यक है। प्राचीन समय में, लोग  चंद्रमा या आकाश को भगवान के रूप में मानते थे लेकिन अब वैज्ञानिक चांद पर जाके अनुसंधान/रिसर्च कर रहे हैं। आज दुनिया को विज्ञान के विभिन्न आविष्कारों ने पूरी तरह से बदल दिया है। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के कारण ही संभव हो पाया है।

विज्ञान ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अभूतपूर्व प्रगति के परिणामस्वरूप विभिन्न मशीनों के आविष्कार के साथ हमारे जीवन को सहज बना दिया है। आप इसके उत्कृष्ट अविष्कारों के लाभदायक उपयोगों के प्रभाव को मानव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे – खेल, , रक्षा एवं अनुसंधान, अर्थव्यवस्था, चिकित्सा, कृषि, शिक्षा इत्यादि क्षेत्रों में को देखा जा सकता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी का मानव जीवन में महत्व

ऐसा कहा जाता है कि 21 वीं शताब्दी विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सदी है। आज हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी की मदद से लगभग हमारे सभी काम करते हैं। आज के समय में ऐसे अनेकों वैज्ञानिक आविष्कार हुए हैं जिसने हमारे जीवन को आसान और आरामदायक बना दिया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी हमारे जीवन के हर हिस्से में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने मानव जीवन के अंग के हर पहलू को प्रभावित किया है। हम निम्नलिखित बातों से इसके कुछ महत्वपूर्ण प्रभावों को महसूस कर सकते हैं –

  • वर्तमान युग में, हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोग के बिना नहीं रह सकते हैं। हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया है। आज आप बिजली, कंप्यूटर, बस, ट्रेन, टेलीफोन, मोबाइल, कंप्यूटर जैसे उपकरण हर घर में अथवा अपने आस-पास अवश्य देखते हैं, ये सब आविष्कार विज्ञान के चमत्कारों से ही संभव हो पाया है। ये सभी आविष्कार हमारे लिए विज्ञान द्वारा दिए गए उपहार हैं।
  • चिकित्सा विज्ञान के विकास ने दूसरी तरफ हमारे जीवन बहुत हद तक स्वस्थ बनाने में मदद की है।विभिन्न प्रकार के विकसित चिकित्सा सुरक्षा उपकरणों, दवाईयों तथा वैक्सीन्स ने मानव इम्युनिटी/प्रतिरक्षा को नया आयाम प्रदान किया है। चिकित्सा विज्ञान ने हमें किसी भी तरह की बीमारी के खिलाफ लड़ने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली बना दिया है।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने पिछले चार से पांच दशकों के भीतर विभिन्न तरीकों से मानव जीवन को लाभान्वित किया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने दुनिया को एक नया चेहरा प्रदान किया है।हम अपने जीवन के हर कदम में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आशीर्वाद को महसूस कर सकते हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, मनुष्य को कई चीजों पर निपुणता मिली है और मानव जीवन पहले से अधिक आरामदायक हो गया है।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने परिवहन और संचार के क्षेत्र में हमें बस, ट्रेन, कार, वायुयानों को उपहार रूप में दिया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति के कारण आज मानव अंतरिक्ष तक यात्रा कर सकता है। आज दुनिया एक छोटा सा गांव है, क्योंकि आज के समय में दुनिया के किसी भी हिस्से में जाना बहुत ज्यादा सुगम हो गया है। यह केवल परिवहन और संचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास के कारण ही संभव हो पाया है।
  • आज प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में मोबाईल और लैपटाप है, जो उसे दुनिया के किसी भी कोने में रह रहे व्यक्ति से तुरंत सम्प्रेषण/कम्यूनिकेशन करने की खूबी रखता है। इंटरनेट ने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन किया गया है। मोबाईल, लैपटाप तथा टेलीविजन ने पूरी दुनिया को हमारे मुठ्ठी में ला दिया है।

निष्कर्ष

विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति ने हमारे जीवन को सुखद बना दिया है, लेकिन इसमें कुछ हद भी है।  हम अपने दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लाभों से इनकार नहीं कर सकते हैं। इसकी वजह से हमारे सभी कामों में सहूलियत हुई है। यद्यपि हम सब  विज्ञान और इसकी प्रौद्योगिकी द्वारा प्रदान किए गए उपहारों से इनकार नहीं कर सकते हैं, लेकिन हम यह भी नहीं भूल सकते कि घातक युद्ध हथियार भी विज्ञान के ही आविष्कार हैं। लेकिन इसके लिए, हम विज्ञान को दोष नहीं दे सकते।

यदि हम मानव सभ्यता के विकास के लिए उचित तरीके से विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं तो विज्ञान हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। सिर्फ अपना स्वार्थ देखना ही मानव सभ्यता को नुक़सान पहुंचा सकता है। इसीलिए हमें ऐसे घातक अविष्कारों के उपयोग के पहले हजार दफा सोचना चाहिए और अपने खुद के स्वार्थ से ज्यादा मानव तथा प्रकृति की सुरक्षा की भावना रखनी चाहिए।