नारी की भूमिका पर निबंध – Essay on Role of Women in Society in Hindi

महिलाओं से ही समाज में ऐसा करना शायद गलत नहीं होगा क्योंकि महिलाओं के बिना इस समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। समाज के विकास में तरक्की में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। जन्म से लेकर मृत्यु तक महिलाएं जिस भी रूप में हो उनके ऊपर जो भी जिम्मेदारी उसे बखूबी निभाती हैं। एक शिक्षित पुरुष केवल अपने लिए लाभकारी है। जबकि एक शिक्षित महिला एक पीढ़ी को शिक्षित करती है। महिलाओं के बिना पुरुष अपने जीवन के बारे में सोच भी नहीं सकता।

नारी की भूमिका पर निबंध – Long and Short Essay on Role of Women in Society in Hindi

इस देश में आधी आबादी महिलाओं की है। इसीलिए देश की उन्नति के लिए महिला का सशक्त और  शिक्षित होना बहुत जरूरी है। लोग अक्सर महिलाओं की प्रतिभा को मनुष्य की ताकत और गुण की वजह नजर अंदाज कर देते हैं। वह देश कभी प्रगति नहीं कर सकता जिस जिस देश की महिला अशिक्षित होंगी। ऐसा कहा जाता है कि महिला से ही परिवार है परिवार से ही घर है घर से ही समाज है और समाज से ही देश है इस बात का सीधा अर्थ यह है कि महिला ही देश को बनाने वाली नींव है।

और वैसे भी कहते हैं अगर घर की नींव कमजोर होती है तो घर अधिक ऊंचाई तक नहीं बनाया जा सकता। अर्थात इसी प्रकार अगर हमारे देश की नींव ही कमजोर होगी तो हमारा देश अधिक उन्नति नहीं कर पाएगा। महिलाओं को शिक्षित करना अति आवश्यक है। आज हम समाज में महिलाओं की भूमिका के बारे में बात करेंगे।

समाज के विभिन्न क्षेत्रों में नारी की भूमिका

समाज को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ा योगदान नारी का है।

  • देव से लेकर मानव तक सभी एक नारी की कोख से ही जन्म लेते हैं। इस धरती पर आने का जरिया मात्र एक नारी ही है। नारी के जन्म ही नहीं देती है। बल्कि एक मां के रूप में पालन पोषण की जाती है। मां के रूप में वह अपने बच्चे को अच्छे संस्कार देती है। चरित्रवान बनने के लिए प्रेरित करती है। बच्चे ही देश के भविष्य होते हैं इसलिए मां अपने बच्चों को अच्छे संस्कार और अच्छी प्रेरणा देकर देश का भविष्य सुधारती है।
  • व्यवसाय के क्षेत्र में भी महिलाओं ने अपनी अलग पहचान बनाई है। इन्होंने अपने कार्य स्थल पर अपने मधुर व्यवहार, विन्रमता, संवेदनशीलता, सीखने की जिज्ञासा, सकारात्मक सोच और काम करने की क्षमता इत्यादि गुणों से समाज को प्रभावित किया है। और यह सारे गुण की भूमिका को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं।
  • महिलाएं शिक्षित होकर अपनी एक पीढ़ी को शिक्षित बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जब एक अनपढ़ महिला अपने परिवार की देखभाल इतने अच्छे तरीके से कर सकती हैं। तो सोचिए शिक्षित महिला कितने अच्छे तरीके से करेगी।
  • आज महिलाएं लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और स्थानीय निकायों का नेतृत्व कर रही हैं। और महिलाओं के हित के लिए काम कर रही हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है महिला सशक्तिकरण।
  • आर्थिक क्षेत्र में भी महिलाएं अपनी भूमिका को बखूबी निभा रही हैं। वह अपने परिवार के लोगों की जरूरतों को पूरा करने में आर्थिक रूप से भी पुरुषों की मदद कर रही हैं।

समाज को नई दिशा देने वाली महिलाएं

देश की अनेक महिलाओं ने हमारे समाज को नई दिशा दी है। महिलाओं की शिक्षा के लिए लोगों को प्रेरित किया है। नारी अबला होती है इस धारणा को गलत साबित किया है।

आईपीएस अधिकारी किरण बेदी, अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, देश के सबसे बड़े जहाज को उड़ाने वाली वीणा सहाणन, भारत के टेरिटोरियल आर्मी की पहली महिला सापर शक्ति तिग्गा और अब्दुल कलाम के सबसे बड़ी मिसाइल अग्नि की बागडोर संभालने वाली प्रोजेक्ट डायरेक्टर महिला के० सी० थामस आदि महिलाओं ने समाज को एक नई दिशा की ओर ले जाने का प्रयत्न किया है।

निष्कर्ष

भले ही हमारा समाज पुरुष प्रधान समाज लेकिन महिलाओं को ही हमारे देश का आदर्श और गौरव माना जाता है। महिला चाहे किसी भी रूप में हो वह अपनी भूमिका निभाने से कभी भी नहीं चुकती। परिवार की जिम्मेदारी से लेकर देश की रक्षा तक वह हर रूप में अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है। महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। यह हमारे देश की प्रगति के लिए बहुत ही अच्छी बात है। हम सब को यह बात समझना चाहिए कि महिलाएं पर्दे में रखने के लिए नहीं बल्कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए होती है। हमें महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहना चाहिए।