पंजाब पर निबंध – Essay on Punjab in Hindi

आज के इस पोस्ट में पंजाब पर निबंध (Essay on Punjab in Hindi) के बारे में विचार करेंगे. ‘पंजाब’ शब्द, फ़ारसी के शब्दों ‘पंज’ (پنج) पांच और ‘आब’ (آب) पानी के मेल से बना है जिसका शाब्दिक अर्थ ‘पांच नदियों का क्षेत्र’ है। यह फ़ारसी शब्द संस्कृत के ‘पञ्चनाद’ के आधार पर हुआ था जिसका अर्थ वही ‘पांच नदियों का क्षेत्र’ है। ये पांच नदियां हैं: सतलुज, व्यास, रावी, चिनाब और झेलम। चलिए पंजाब पर निबंध (Essay on Punjab in Hindi) के अलग अलग उदहारण कुछ इस प्रकार दिया जा रहा है.

उदहारण 1. पंजाब पर निबंध – Essay on Punjab in Hindi

धन और धान्य से सम्पन्न मेरा पंजाब राज्य भारत की शान समझा जाता हैं. प्राकृतिक संसाधनों व कृषि योग्य उपजाऊ जमीन से सम्पन्न मेरे पंजाब का प्राकृतिक दृश्य बेहद सुंदर हैं. यहाँ के लोग उनका जीवन, फसलें, लहलहाती नदियाँ तथा पंजाब की संस्कृति की अपनी एक अलग पहचान हैं.

सतलज व व्यास पंजाब की धरा को नित हरा बनाने के जत्न में लगी रहती हैं. पंजाब तथा पंजाबी संस्कृति का लम्बा इतिहास रहा हैं. दुनियां भर में बसने वाले पंजाबी अपने भगडे नाच एवं मक्की की रोटी व सरसों के साग को कहीं नहीं भूलते हैं.

इस तरह से जब दुनियां की लगभग सभी संस्कृतियाँ अपने इतिहास को भुलाकर अपमिश्रण करने लगी हैं. पंजाबी को आज भी अपने अतीत व संस्कृति से गहरा लगाव हैं तथा वह उससे जुड़ा रहना पसंद करता हैं.

एक बार के लिए जो भी पंजाब की संस्कृति, लोकगीत, नृत्य कला व संस्कृति को समझता हैं वह सदा सदा के लिए पंजाब का गुण गाता नहीं थकता. वैदिक युग से ही पंजाब भारत का अहम हिस्सा रहा हैं. कहाँ जाता है कि पांच नदियों का प्रदेश होने के कारण इसे पंजाब का नाम दिया गया.

पंजाब राज्य का कुल क्षेत्रफल 50362 वर्ग किलोमीटर हैं. राज्य की अन्तर्राज्यीय सीमाएं राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल व पड़ोसी देश पाकिस्तान से लगती हैं. पंजाब का एक बड़ा भाग पाकिस्तान में शामिल हैं. पंजाब की जनसंख्या 2,77,43,338 है 1 नवम्बर 1966 को संयुक्त पंजाब का विघटन कर पंजाब, हरियाणा तथा हिमाचल राज्य बनाए गये.

राज्य के लोगों की राज्यभाषा पंजाबी हैं राजधानी संयुक्त रूप से चण्डीगढ़ है जहाँ से हरियाणा व पंजाब दोनों राज्यों का शासन चलता हैं. राज्य के राज्यपाल विजेंद्रपाल सिंह बदनोर व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं. पंजाब विधानसभा को 117 क्षेत्र राज्यसभा के लिए 7 सीट व लोकसभा के लिए 13 सीट आरक्षित हैं.

पंजाब राज्य के बड़े शहर जालंधर , लुधियाना , पटियाला , बठिंडा और अमृतसर हैं. अमृतसर स्थित स्वर्ण मन्दिर सिख समुदाय का सबसे बड़ा स्थल हैं. राज्य की अधिकतर जनसंख्या सिख समुदाय से ही हैं. भारत में होने वाले विदेशी आक्रमणों का रास्ता पंजाब से ही रहा हैं. इस कारण बाहरी हमला का सर्वाधिक असर पंजाब पर हुआ.

बाबर द्वारा मुगल साम्राज्य की नीव भी पंजाब से ही रखी गयी. मुगलों के जाने के बाद अंग्रेजों ने भी पंजाब को खूब लूटा, अपने स्वाभिमान एवं धर्म की खातिर सर्वोच्च बलिदान करने वाले पंजाबियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढकर हिस्सा लिया. कई बड़े क्रांतिकारियों ने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी.

पंजाब राज्य के जिले

मालवा, माझा और दोआबा इन तीन भागों में विभक्त पंजाब राज्य में कुल 22 जिले हैं. मालवा में सर्वाधिक 11 जिले आते हैं माझा में तीन और दोआब क्षेत्र में 4 जिले शामिल हैं.

पंजाब राज्य का धर्म

गुरुओं की धरा पंजाब में अधिकतर सिख व हिन्दू धर्म को मानने वाले रहते हैं. गुरु नानक देव जी शुरू हुई गुरु परम्परा के लगभग सभी गुरुओं की कर्मस्थली पंजाब राज्य ही रहा. पंजाब की कुल आबाद में सर्वाधिक सिख इनके बाद हिन्दू मुस्लिम, जैन, क्रिशियन भी बड़ी संख्या में बसते हैं.

पंजाब राज्य की भाषा

संयुक्त पंजाब प्रान्त में कई भाषा बोलने वाले लोग रहते थे. हिन्दी, पंजाबी, उर्दू आदि मगर बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के साथ चले जाने के बाद भारत के पंजाब प्रान्त में हिन्दी व पंजाबी भाषी ही बसते थे.

भाषा के आधार पर हिन्दी प्रदेश को हरियाणा व पंजाबी बोलने वालों को पंजाब में शामिल करने के बाद से पंजाब राज्य की आधिकारिक भाषा पंजाबी ही हैं.

पंजाब राज्य का नृत्य

भांगड़ा भारत में ही नहीं समस्त दुनियां में एक पंजाबी की पहचान माना जाता हैं. भांगड़ा संगीत एकं नृत्य का समन्वित रूप हैं. इसका जन्म पंजाब में हुआ.

भांगड़ा के अलग अलग रूप हमारे देश में ही देखे जाते हैं. इसे पंजाब के राज्य नृत्य के रूप में मान्यता मिली हैं. लोहिड़ी के पर्व पर सभी पंजाबी कृषक भांगड़ा नृत्य विशेष रूप से करते हैं.

पंजाब फिल्म इंडस्ट्री

आप में से बहुत कम लोग ही यह जानते होंगे कि पॉलीवूड क्या हैं, दरअसल हिन्दी सिनेमा को बोलीवुड अंग्रेजी सिनेमा को होलीवुड कहा जाता हैं.

उसी तरह पंजाबी फिल्म जगत को पॉलीवूड के नाम से जाना जाता हैं. भारत में तीव्र गति बढ़ रहे क्षेत्रीय फिल्म जगत में पॉलीवूड भी एक हैं पंजाब के राजधानी शहर चंदिगढ के आसपास ही यह बसा हैं.

पंजाब राज्य का भोजन

पंजाबीपन की एक पहचान उनके खान पान से भी हैं. यहाँ के पंजाबी व्यंजन बेहद लोकप्रिय माने जाते हैं. इन व्यजंनों में घी का प्रयोग अधिक मात्रा में किया जाता हैं.

मक्की दी रोटी, सरसों दा साग, शमी कबाब, तंदूरी चिकन ये पंजाब के लोकप्रिय व्यंजन हैं जिनका आप देश के कई अन्य इलाकों में रहकर भी लुफ्त उठा सकते हैं.

पंजाब राज्य के उत्सव

पंजाब में वे सभी उत्सव और पर्व भी मनाएं जाते हैं जो देश के अन्य हिस्सों में मनाए जाते हैं. धार्मिक, राष्ट्रीय एवं सामाजिक पर्वों के अतिरिक्त यहाँ कुछ क्षेत्रीय त्यौहार भी मनाएं जाते हैं जो केवल इस राज्य की सीमा में ही लोग मनाते हैं. पंजाब के कुछ प्रसिद्ध उत्सव ये हैं. बंदी छोर दिवस (दिवाली), लोहरी, मेला माघी, होला मोहल्ला, रक्षाबंधन, वैसाखी, तीयान और बसंत

पंजाब के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

पंजाब भारत के मुख्य टूरिस्ट स्पॉट में से एक हैं. राज्य में कई धार्मिक एवं प्राकृतिक महत्व के स्थल हैं जिन्हें देखने के लिए लोग दुनियांभर से पंजाब आते हैं. पंजाब के सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में अमृतसर का गोल्डन टेम्पल शीर्ष पर हैं.

इसके पश्चात जगतजीत पैलेस, चंडीगढ़ का रॉक गार्डन, बीर मोटी बाघ अभयारण्य (पटियाला), लुधियाना का महाराजा रणजीत सिंह वॉर म्यूजियम, भटिंडा प्राणी उद्यान, जालन्धर का भगतसिंह म्यूजियम, नूरपुर किला आदि मुख्य हैं.

उदहारण 2. पंजाब पर निबंध – Essay on Punjab in Hindi

पंजाब उत्तर भारत का महत्वपूर्ण राज्य हैं. इसका आधा भाग पाकिस्तान में स्थित हैं. पंजाब के नामकरण के बारे में बताया जाता है कि यह पंज और आब दो फारसी शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता हैं पांच नदियों का प्रदेश.

आजादी की बाद भारत के पंजाब राज्य का गठन पंजाबी भाषा के आधार पर 1 नवम्बर 1966 को हुआ था. इसकी राजधानी चंडीगढ़ है तथा बहुल आबादी सिख सम्प्रदाय से सम्बन्ध रखती हैं.

झेलम,चेनाब ,सतलज,व्यास और रावी इन पांच नदियों का प्रदेश पंजाब राज्य क्षेत्रफल के लिहाज से बहुत बड़ा था. मगर आजादी के बाद इसका बहुत बड़ा भाग पाकिस्तान में चला गया. शेष भारतीय पंजाब राज्य का 1966 में विभाजन हो गया और हरियाणा तथा हिमाचल प्रदेश नयें राज्य बना दिए गये.

अमृतसर,लुधियाना,बठिंडा,पटियाला और जालंधर राज्य के बड़े शहर हैं. अमृतसर में स्थित स्वर्ण मन्दिर सिख समुदाय का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं. भू आकृति में पंजाब पश्चिम में पाकिस्तानी पंजाब, उत्तर में जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व में हरियाणा, दक्षिण-पूर्व में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और दक्षिण-पश्चिम में राजस्थान स्थित हैं.

पंजाब के बारे में तथ्य

पंजाब राज्य का कुल क्षेत्रफल ५०,३६२ वर्ग किलोमीटर तथा प्रदेश की कुल जनसंख्या २,४२,८९,२९६ लाख हैं. प्राचीन समय के ग्रंथों में पंजाब का उल्लेख नदियों से संभावतया इसलिए जोड़कर देखा जाता है क्योंकि यहाँ से सर्वाधिक संख्या में नदियाँ गुजरती थी.

युनानी लोग पंजाब को पैंटापोटाम्या कहते थे जिनका अर्थ था पांच नदियों के डेल्टा का प्रदेश. वही पारसी इसे हपता हेंदू या सप्त-सिंधु यानि सात नदियों का प्रदेश कहा करते थे. पूर्व एवं पश्चिम के देशों के लिए भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवेश द्वार के रूप में पंजाब राज्य रहा हैं.

भारत में कृषि के लिहाज से पंजाब को सम्रद्ध प्रदेशों में गिना जाता है. यह मुख्य रूप से गेहूं का उत्पादक राज्य हैं. वैज्ञानिक साज़ों सामान, कृषि, खेल और बिजली सम्बन्धित माल, सिलाई मशीनें, मशीन यंत्रों, स्टार्च, साइकिलों, खादों के व्यापक कारखाने पंजाब की अर्थव्यवस्था के मूल स्रोत हैं. इस्पात के कई बड़े संयंत्र भी पंजाब में लगे हुए हैं.

पंजाब से जुड़े बुनियादी तथ्य

पंजाब की आधिकारिक राजधानी चंडीगढ़ है जो हरियाणा की भी संयुक्त राजधानी हैं. पंजाब तथा हरियाणा दोनों प्रदेशों के उच्च न्यायालय भी चंडीगढ़ में ही स्थित हैं. यहाँ की मुख्य भाषा पंजाबी हैं. 22 जिले 117 विधानसभा सीट वाले पंजाब राज्य से राज्यसभा की 7 सीट हैं.

गोपी चन्द भार्गव संयुक्त पंजाब के प्रथम मुख्यमंत्री तथा चंदुलाल माधवलाल त्रिवेदी राज्य के पहले राज्यपाल थे. वर्तमान में पंजाब में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कैप्टन अमरेन्द्र सिंह कर रहे हैं. विजेन्द्रपाल सिँह बदनौर वर्तमान में राज्यपाल हैं. लुधियाना प्रदेश का सबसे बड़ा शहर हैं.

पंजाब में धर्म भाषा

भारत में सिख संप्रदाय को अल्पसंख्यक में गिना जाता है. मगर पंजाब में सिख आबादी बहुसंख्यक हैं. देश का यह पहला राज्य है जहाँ सर्वाधिक जनसंख्या प्रतिशत सिक्ख समुदाय का हैं. यहाँ के 60 फीसदी लोग सिख, 36 प्रतिशत हिन्दू, 1 प्रतिशत मुस्लिम तथा एक से कम फीसदी में ईसाई, बौद्ध जैन तथा अन्य धर्मावलम्बी निवास करते हैं.

पंजाब में रहने वाले लोग मुख्य रूप से गुरुमुखी पंजाबी भाषा ही बोलते हैं. लगभग सभी लोग हिंदी भी जानते है. तथा 30 प्रतिशत हिंदी प्रदेशों से सटे लोग धाराप्रवाही हिंदी बोलते हैं.

पाकिस्तान के पंजाब के लोगों की भारतीय पंजाब की भाषा से कुछ मिलती जुलती ही भाषा है लिखने के लिए वे शाहमुखी लिपि का प्रयोग करते है जो गुरुमुखी से भिन्न हैं.

पंजाब एक नजर में

  • राज्य की स्थापना 1 नवम्बर 1966 को हुई 1 नवम्बर को ही स्थापना दिवस मनाया जाता हैं.
  • नॉर्दर्न गोशाक पंजाब का राज्य पक्षी तथा राजकीय पशु चिंकारा हैं.
  • राजकीय पेड शीशम है
  • प्रदेश में सिन्धु घाटी सभ्यता के कई स्थल विद्यमान हैं.
  • गहूॅ, मक्का, चना, दालें, मशरूम, शहद, मिर्च, आलू, कपास, और दलहन यहाँ की मुख्य फसलें है.
  • भांगड़ा, झूमर और सम्मी यहाँ के प्रसिद्ध नृत्य हैं.

भारत पाक विभाजन के समय त्रासदी का मुख्य केंद्र पंजाब था यहाँ के पश्चिमी मुस्लिम बहुल प्रदेश को पाकिस्तान में शामिल किया गया तथा सिख बहुल जिले भारत के पंजाब में रखे गये.

उदहारण 3. पंजाब पर निबंध – Essay on Punjab in Hindi

पंजाब शब्द पंज+आब से मिलकर बना है जिसका अर्थ है पाँच नदियों का प्रदेश। विभाजन से पूर्व पंजाब में पाँच नदियाँ थी लेकिन अब यहाँ सतलुज और ब्यास दो नदियों ही हैं। पंजाब की माटी का परिचय उसकी जीवन को स्फूर्ति और गति देने वाली सभ्यता में छिपा है।

सरिताओं की स्वच्छ जल से सिंचित लहलहाते अन्न की बालियों से हरे भरे खेत, गिद्दा और भंगड़ा के ताल और नृत्य पर थिरकते, गाते पंजाबी सम्पन्न और शक्तिमय सुगठित शरीर के युवक और युवतियाँ, मुटियार और गबरू, वीरों और गरुओं के त्याग और मधुर वाणी पंजाब की जीवन्तता के प्रमाण है। | पंजाब की धरती से पंजाब का बच्चा-बच्चा प्यार करता है तथा अपने साथियों के साथ इक्ट्ठे होकर यह लोक गीत गाया करते थे।

  • सोहने फुल्लां विच्चों फुल गुलाब नी सखियो।
  • सोहणे देशां विच्चों देश पंजाब नी सखियो।
  • बगदी रावी ते जेलम चनाय नी सखियो।
  • देंदा भुखया ने रोटी पंजाब नी सखियो।

इस गीत में पंजाब और उस की नदियों का वर्णन आता है इसलिए यह गीत उन्हें प्रिय भी लगता है और अपने से बड़े बच्चों तथा भाई-बहिनों से भी वे इस गीत को सीखते हैं। तथा गाते हैं।

Essay on Punjab in Hindi: पंजाब के विकास का इतिहास-पंजाब के इतिहास का आरम्भ भारत के इतिहास के साथ ही जुड़ा है। वैदिक युग से ही इसकी सभ्यता और संस्कृति, जन और जीवन गौरवशाली था। नदियों के किनारे बसे गुरुकुलों के वटुक प्रातः सायं मण्डलियों में किनारे की विशाल एवं विशद शिलाओं पर बैठे सामगान करते थे।

उन चट्टानों से टकराकर कल-कल करता नदियों का निर्मल जल छप-छप कर मानों उनके साथ ताल देता था। उनका यह मन्द एवं मधुर स्वर धरती-आकाश को एक सूत्र में पिरो देता था। सारा वातावरण मानो गाने लगता था। भारतीय संस्कृति के निर्माण में पंजाब का बड़ा महत्त्व है। इस बात को गुरुवर रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने भी माना है कि वेद बने भले ही कही हों, पर उनका सस्वर उच्चारण इसी प्रान्त में हुआ।

पंजाब का क्षेत्रफल 50362 वर्ग किलोमीटर है। इससे हिमाचल, हरियाणा तथा राजस्थान और पाकिस्तान की सीमा जुड़ती है। भारत का सीमावर्ती प्रदेश होने के कारण पंजाब को विदेशी आक्रमणकारियों के हलाहल को सदैव पीना पड़ा है। झेलम के किनारे यूनान के सिकन्दर के विश्व-विजेता बनने के स्वप्न को पोरस ने धूल में मिला दिया था।

इसकी धरती पर शक, हूण, कुषाण, मुहम्मद बिन कासिम और मुहम्मद गौरी के आक्रमणों से रक्तपात हुआ। गुलाम वंश के कुतुबुद्दीन ने सूबेदार बनकर यहाँ राज्य किया। खिलजी वंश, तुगलक वंश और तैमूर लंग भी इस पंजाब में शासन करते रहे। तैमूर वंश बाबर ने मुगल साम्राज्य की नींव डाली।

मुगलों का शासन लम्बे समय तक चला और ईस्ट इंडिया कम्पनी के आगमन से मुगल साम्राज्य की इति श्री हुई। अंग्रेज़ों के क्रूर अत्याचारों के आघातों की कहानी का प्रमाण आज भी जलियांवाला बाग है। आक्रमणकारियों ने इसे लूटा, रौंद दिया लेकिन इसे मिटा न पाए।

अंग्रेज़ों ने विशाल पंजाब को विभाजित कर खून से लथपथ और क्षत-विक्षत करवाया। सन् 1966 में पंजाब की सीमा को पुनः सिसकना पड़ा जब उसे और छोटा कर दिया गया तथा हरियाणा का उदय हुआ।

पाकिस्तान के आक्रमणों को दो बार पंजाब की धरती ने ही सहन किया। महाराजा रणजीत सिंह, बन्दा बैरागी जैसे शासक इस की पीड़ा को सहन करते रहे और इसे सुन्दर रूप देने के लिए तत्पर रहे।

गुरु और वीरों की भूमि-जब भारत पर आततायी यवनों का राज्य स्थापित था, हिन्दू जाति प्रताड़ित की जा रही थी, उस समय भारतीयों के धर्म की रक्षा करने के लिए, उनका हिन्दुत्व बचाने के लिए दसों गुरुओं को आगमन पंजाब में ही हुआ।

गुरुओं ने जहां एक ओर जनता को ज्ञान दिया, उन्हें उपदेश रूपी अमृत पिलाया, वहीं दूसरी ओर उन हिंसक शासकों से टक्कर भी ली और वह टक्कर हिंसा से नहीं, अहिंसा से ली। गुरु अर्जुन देव और गुरु तेगबहादुर को पंजाबवासी तो क्या, कोई भारतवासी भी भूल नहीं सकता। गुरु गोबिन्द सिंह जी के छोटे-छोटे बच्चों ने धर्म की रक्षा करते हुए प्राण देना तो स्वीकार लिया पर धर्म छोड़ना स्वीकार न किया। उनका कहना था-

सिर जावे तो जावे मेरा धर्म न जावे

दशमेश पिता गुरु गोबिन्दसिंह ने पुत्रों के बलिदान को देश और धर्म की रक्षा के लिए स्वीकार कर लिया था। गुरु नानक देव जी ने तत्कालीन मुगल बादशाहों के अन्याय और अत्याचारों को ही नहीं ललकारा अपितु ईश्वर की सत्ता को भी चुनौती दे डाली जो कमजोर और असहायों की रक्षा के लिए तत्पर न हुआ। सत्य की कमाई पर विश्वास रखते हुए उन्होंने लोगों को गुरुमुख बनने की प्रेरणा दी। शहीदों के इतिहास में गुरुओं की शहीदी सदैव वन्दनीय रहेगी।

इस धरती ने नानक के उपदेश गुरुओं की वाणी आर्य समाज और सनातन धर्म के सिद्धान्तों और धर्म-तत्त्वों को ग्रहण किया है। अतः पंजाब का इतिहास शौर्य-गाथा, त्यागऔर तप का इतिहास है।

स्वतंत्रता संग्राम की कहानी पंजाब के त्याग के बिना अधूरी ही है। लाला लाजपतराय, लाला हरदयाल, सरदार अजीत सिंह, भगत सिंह, मदन लाल ढींगरा, करतार सिंह सराभा के त्याग और बलिदान की कहानी आज भी स्वरर्णाक्षरों में लिखी हुई है। अंग्रेजी सरकार को नाकों चने चबवाने वाले इन वीरों ने स्वतंत्रता के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी।

लोक संस्कृति, साहित्य, कला और खेल-पंजाब की आत्मा यहाँ की लोक संस्कृति में बसती है। अपनी मस्ती और वीरता के लिए अपने नृत्य और गीतों के लिए पंजाब प्रसिद्ध है। यहाँ प्रेम और बलिदान के किस्से और कहानियाँ लोक गीतों में बसती हैं।

आध्यात्मिक और सांसारिक प्रेम का इन गीतों में अद्धभुत मिलन है। भगत पूरन, ध्यानँ भगत के किस्से तथा सोहनी महिवाल, हीर-रांझा, दुल्ला-भट्टी की कहानियाँ लोक गीतों में बसती हैं। भंगड़ा, गिद्दा और झूमर जैसे लोक नृत्यों के ताल पर युवक-युवतियाँ यहाँ झूम उठते हैं।

Essay on Punjab in Hindi: पंजाब की राज भाषा पंजाबी है जिसकी अपनी लिपि गुरुमुखी लिपि है। पंजाब में अमृतसर,पटियाला तथा चण्डीगढ़ में विश्व-विद्यालय हैं। अनेक इंजीनियरिंग और मेडिकल कालेज यहाँ चलते हैं। इन विश्वविद्यालयों में शोध कार्य होते हैं। लुधियाना में भारत का प्रसिद्ध कृषि विश्वविद्यालय है।

साहित्यिक क्षेत्र में आदि ग्रंथ तथा दशम ग्रंथ गुरुओं की महान् साहित्यिक विरासत है। जिनमें धर्म, दर्शन, चिंतन एवं लोक हित की मंगल कामना है। वीरता और आध्यात्मिकता है।

पंजाब के साहित्यकारों में नानक सिंह, गुरुबख्श सिंह, करतार सिंह दुग्गल, बलवन्त गार्गी, उपेन्द्रनाथ अश्क, मोहन राकेश, अमृता प्रीतम तथा कुलवन्त सिंह विर्क के नाम उल्लेखनीय हैं। सआदत हसन मंटो, साहिर लुधियानवी, राजेन्द्र सिंह बेदी, अब्बास, चन्द्रधर शर्मा गुलेरी, यशपाल, हरिकृष्ण प्रेमी इसी क्षेत्र के प्रसिद्ध शायर और साहित्यतकार हैं।

यहां मुसलमान और सिक्खों के शासन काल में कला के क्षेत्र में कांगड़ा शैली की चित्रकला का विकास हुआ। संगीत के क्षेत्र में बैजू बावरा, हरिदास, मियाँ कादर बख्श, कुन्दन लाल सहगल, गुलाम अली खां, फतह अली, आदि चर्चित व्यक्तित्व हैं।

फिल्म जगत के अभिनय क्षेत्र में भी पंजाब का विशेष योगदान है। पृथ्वीराज कपूर जैसे थियेटर और सिनेमा के स्तम्भ, राजकपूर और उनके परिवार के अन्य कलाकार, दिलीप कुमार, सायरा बानो सुनील दत्त, बी. आर. चोपड़ा और उनके अन्य बन्धु, प्राण, धर्मेन्द्र, विनोद खन्ना और राजेश खन्ना जैसे सिने कलाकार पंजाब की उपज हैं।

पंजाब ने खेल जगत में भी अपना अधिकार जमाया यहाँ के अखाड़े तो प्रसिद्ध ही है। हॉकी की खेती भी मानो यहीं होती है। गामा, दारा सिंह, जैसे पहलवान, बलवीर सिंह और सुरजीत सिंह जैसे हाकी के खिलाड़ी, मिल्खा सिंह जैसे धावक क्रिकेट में अमरनाथ बन्धु, बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, के नाम कौन नहीं जानता है।

वर्तमान पंजाब- अंग्रेज़ों की कुटिल नीति ने पाकिस्तान बना कर पंजाब को आधा कर डाला। उसके बाद स्वतंत्र भारत में भी पंजाब से हरियाणा और हिमाचल प्रदेश बन गए। अतः पंजाब सिमट कर रह गया।

लेकिन आज पंजाब प्रगति के क्षेत्र में निरन्तर आगे बढ़ता जा रहा है। पंजाब में ही बसा शहर चण्डीगढ़ तो विश्व के श्रेष्ठ नगरों में एक प्रसिद्ध नगर है। यहां का रॉक गार्डन भी विख्यात है। चण्डीगढ़ में रॉक-गार्डन, रोज़ गार्डन, अजायब घर, सुखना झील, विश्वविद्यालय प्रमुख आकर्षण है।

Essay on Punjab in Hindi: भाखड़ा बाँध सतलुज नदी पर बना हुआ है जो पंजाब की धरती को हरा भरा रखता है तथा शहरों और गांवों को प्रकाश देता है। पंजाब के दर्शनीय स्थलों में अमृतसर में जलियांवाला बाग, स्वर्ण मन्दिर, दुग्र्याणा मन्दिर, जालन्धर में देवी तालाब मन्दिर, भटिण्डा में बाबा हाजी का मकबरा, पटियाला में बारादरी महल तथा गुरुद्वारा दुःख निवारण साहिब, व्यास में डेरा राधा स्वामी, बटाला में वीर हकीकत राय स्मारक तथा सती पौरा, सरहिन्द को मस्जिदें, मंजी साहब, दमदमा साहब, आदि प्रमुख ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्त्व के स्थल एवं भवन हैं।

उद्योग धन्धों में आज का पंजाब अब पिछड़ा हुआ नहीं है। लुधियाना शहर तो साइकिल और हौजरी उद्योग के लिए विश्व में प्रसिद्ध है। जालन्धर में खेल का सामान तथा पाइप फिटिंग्स का सामान बनता है। अमृतसर, धारीवाल तथा फगवाड़ा में वस्त्र उद्योग उल्लेखनीय है। इसी प्रकार बटाला, चण्डीगढ़ और अन्य शहरों में अनेकों कल-कारखाने हैं। जहाँ अनेक प्रकार के औजार, मशीनें तथा कल पुजें बनाए जाते हैं।

गुरुओं और वीरों की भूमि, मस्ती एवं सौन्दर्य की भूमि पंजाब हरित क्रान्ति तथा श्वेत क्रान्ति लेकर आया जिससे अन्न एवं दूध की कमी भी पूरी हुई। एक बार आतंकवाद के काले बादलों के बीच से घिरा पंजाब अब सुख एवं शान्ति के उजले प्रकाश में खिल खिला उठा है। यहां के परिश्रमशील लोग आनन्द, खुशहाली एवं मस्ती भरे जीवन में विश्वास रखते हैं।

उदहारण 4. पंजाब पर निबंध – Essay on Punjab in Hindi

पंजाब राज्य पर लिखे इस निबंध को पढ़ते हैं . पंजाब राज्य भारत का सबसे अच्छा और सुंदर राज्य है . यहां की फसलें , नदियां और सड़कें देखने के लायक है . यहां के लोग बहुत ही सुंदर और अच्छे हैं .

दोस्तों आज हम आपको इस लेख के माध्यम से पंजाब राज्य के बारे में बताने जा रहे हैं . चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और पंजाब राज्य पर लिखे इस निबंध को पढ़ते हैं . पंजाब राज्य भारत का सबसे अच्छा और सुंदर राज्य है . यहां की फसलें , नदियां और सड़कें देखने के लायक है . यहां के लोग बहुत ही सुंदर और अच्छे हैं .

यहां पर दो नदी सतलुज और व्यास नदी है . पंजाब की सभ्यता को हम इतिहास में कई बरसों से देखते आ रहे हैं . यहां की बोलियां , खेत खलियान , हरे-भरे मैदान , मधुर वाणी से हम सभी परिचित हैं . यहां के मक्की की रोटी एवं सरसों का साग सबसे ज्यादा फेमस है .

पंजाब की धरती से पंजाब की खूबसूरती को हम देख सकते हैं . जब हम पंजाब के खेतों को देखते हैं तब हमें हरे भरे खेतो का सुंदर और अति सुंदर नजारा देखने को हमें मिलता है .

यहां के लोकगीत ,नृत्य और संस्कृति से हमारे जीवन में खुशी आती है . जो भी व्यक्ति पंजाब घूमने के लिए जाता है वह पंजाब का गुणगान सदा के लिए करता है . पंजाब का इतिहास भारत के इतिहास के साथ ही जुड़ा है .

प्राचीन समय से ही पंजाब का इतिहास रहा है . वैदिक युग में भी पंजाब क्षेत्र रहा था . पंजाब से बहती हुई नदियां देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो यह गीत सुना रही है . पंजाब का पूरा वातावरण शांत और सुंदर है . जिसको देखने की कल्पना हमारे मन में बार-बार होती है .

Essay on Punjab in Hindi: भारतीय संस्कृति का निर्माण पंजाब से ही हुआ है . भारत देश का राज्य पंजाब 50362 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है . पंजाब राज्य की सीमाओं से हरियाणा , राजस्थान , हिमाचल प्रदेश एवं पाकिस्तान की सीमा जुड़ी हुई है .

भारतीय देश की सबसे सुंदर संस्कृति का जन्म पंजाब से हुआ है . पंजाब राज्य की एक सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है जिसके कारण यहां पर आतंकी हमले की आशंका बनी रहती है . कई मुस्लिम साम्राज्य के राजाओं ने भी पंजाब पर अपना राज्य शासन स्थापित किया था .

तैमूर वंश के राजा बाबर ने मुगल साम्राज्य की नींव पंजाब से ही डाली थी . भारत में मुगल साम्राज्य काफी लंबे समय तक चला था . मुगल साम्राज्य के बाद भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना डेरा डाला था .

जब हमारा देश अंग्रेजों का गुलाम था तब कई वीर पंजाब की धरती से जन्मे थे . पंजाब की धरती से कई वीरो ने भारत देश को आजाद कराने में अपनी आहुति दी थी . पंजाब की धरती पर जब खेत खलियान हरे भरे होते हैं तब इन खेत खलियानो को देखते ही रहने का मन करता है .

देश के कई स्वतंत्रता सेनानियों ने पंजाब की धरती पर जन्म लिया था . पंजाब की धरती में लोक संस्कृति बस्ती है . पंजाब के नृत्य एवं लोकगीत सुनने से आनंद आता है .

पंजाब का शिक्षा स्तर बहुत अच्छा है पंजाब में कई विद्यालय भी मौजूद हैं जो कि पटियाला , अमृतसर और चंडीगढ़ में हैं . पंजाब राज्य में अनेक इंजीनियरिंग मेडिकल कॉलेज हैं . पंजाब के लुधियाना में भारत का प्रसिद्ध कृषि विश्वविद्यालय केंद्र भी मौजूद है. पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ है.

पंजाब की जनसंख्या 27743336 है . चंडीगढ़ पंजाब एवं हरियाणा दोनों की राजधानी है . पंजाब के सबसे अच्छे और प्रमुख नगर जालंधर , लुधियाना , पटियाला , बठिंडा और अमृतसर है . पंजाब का सबसे बड़ा शहर लुधियाना है . पंजाब राज्य में 22 जिले हैं . पंजाब राज्य में पंजाबी भाषा बोली जाती है . पंजाब राज्य का गठन 1 नवंबर 1966 को किया गया था . पंजाब राज्य के राज्यपाल विजेंद्रपाल सिंह बदनोर हैं .

पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री अमिन्दर सिंह है जो कांग्रेस पार्टी से हैं . पंजाब राज्य में विधानसभा की कुल 117 सीटें हैं . पंजाब राज्य में राज्य सभा की कुल 7 सीटें हैं . पंजाब राज्य में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं .

उदहारण 5. पंजाब पर निबंध – Essay on Punjab in Hindi

भारत एक विशाल देश है भारत में बहुत सारे राज्य है। हर राज्य का अपना -अपना अनोखा महत्व है। मेरे प्रदेश का नाम पंजाब है। पंजाब में रहने वाले लोग परिक्षम और साहस के पुतले हैं। यहां का इतिहास बताता है के मुश्किल समयों में यहां के लोगों ने देश , जाति और धर्म की रक्षा के लिए बहुत सारे बलिदान दिए हैं।

पंजाब में पांच नदियां बहती हैं इसीलिए इसका नाम पंजाब रखा गया। पंजाब फ़ारसी भाषा के दो शब्दों पंज और आब से मिलकर बना है जिसका अर्थ पांच दरिया। पांच दरिया हैं सतलुज , बियास , रावी , जेहलम और चनाब। रिगवैदिक काल में पंजाब (Punjab) को सप्त सिन्धु के नाम से पुकारा जाता था। माना जाता है के सबसे पहले पंजाब पर सिकंदर ने आक्रमण किया था और बाद में इसे मुगलों के अनेक हमलों का सामना करना पड़ा।

पंजाब (Punjab) को पवित्र गुरुओं का स्थान माना जाता है यहां पर सिख गुरुओं ने जन्म लिया यहां पर गुरुओं ने धार्मिक उपदेश और अनेक बलिदान दिए। जिस कारण इस स्थान को पवित्र स्थान माना जाता है। इसके इलावा यहां पर महान देशभक्तों ने जन्म लिया जैसे लाला लाजपत राय , शहीद भगत सिंह , शहीद उधम सिंह , करतार सिंह सराभा जैसे और भी महान शूरवीरों ने जन्म लिया।

इसके इलावा पंजाब की संस्कृति भी बड़ी रोचक है यहां के लोगों को ज्ञान , संगीत ,कला और और साहित्य से बड़ा लगाब है। इसके इलावा पंजाब का भांगड़ा नृत्य पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में प्रसिद्ध है और पंजाबी युवतियों का मस्ती भरा गिद्दा और बोलियां बड़ी ही देखने योग्य होती हैं।

Essay on Punjab in Hindi: पंजाब के लोगों का मुख्य रोजगार खेती है। यहां पर बड़ी मात्रा में गेहूं और चावल की खेती की जाती है। पंजाब में पंजाबी भाषा बोली जाती है। भारतीय पंजाब में गुरुमुखी लिपि का प्रयोग किया जाता है वहीँ पाकिस्तानी पंजाब में शाहमुखी लिपि का प्रयोग किया जाता है।

इसीलिए इस लेख में पंजाब राज्य की विशेषताओं का वर्णन करना कोई आसान काम नहीं है यहां के लोगों ने तन ,मन और धन से अपने देश की खूब सेवा की है यहां के गुरुओं का बलिदान , तथा भगत सिंह जैसे और भी कितने शूरवीरों की कुर्बानियां को कैसे भुलाया जा सकता है। इसीलिए मुझे मेरा राज्य पंजाब बड़ा ही प्यारा है।

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