सम्पूर्ण विश्व में प्रतिदिन कुछ न कुछ होता ही रहता है,कोई न कोई घटना घटित होती ही है। रोज़मर्रा की ज़िंदगी में चोरी,डकैती, लूट मार,बलात्कार,बदलाव,सुख-दुख सब कुछ चलता ही रहता है। विश्व की इन समस्त गतिविधियों की खबर हम तक जिस माध्यम से पहुँचती है वह है अखबार या समाचार पत्र। यह मानव जीवन का महत्वपूर्ण अंग है।
समाचार पत्र पर निबंध – Long and Short Essay On Newspaper in Hindi
रोज़ हम इसका इस्तेमाल करते है। यह हमें देश ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व की जानकारी प्रदान करता है। समाचार पत्र हमे हर क्षेत्र की जानकारी देता है चाहे वो खेल हो,राजनीति हो,तकनीकी का क्षेत्र हो,पढ़ाई का क्षेत्र हो आदि। समाचार पत्र आज मानव के लिए बहुत महत्वपूर्ण है,इसके बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है। यह हमारा ज्ञान बढ़ता है। यह हमें किसी भी घटना का स्पष्टीकरण बहुत ही विस्तार एवं सहज रूप से प्रदान करता है।
सामान्य रूप से समाचार पत्र का मूल्य बहुत कम होता है और इसी कारण लोग इसे खरीदते है और पसंद करते है। समाचार पत्रों को प्रायः लोगों द्वारा सुबह ही खरीदा व पढ़ा जाता है। समाचार पत्र हमे नए क्षेत्रों के विषय में बताते है और पुराने क्षेत्र में वर्तमान में हो रहे परिवर्तनों को भी उजागर करते है।
समाचार पत्र पढ़ने से हमे विदेश की भी खबर मिलती है और इससे हम वर्तमान की स्तिथि से अवगत रहते है साथ ही भविष्य की स्तिथि कैसी होगी या हो सकती है इसका भी अनुमान लगाया जा सकता है। समाचार पत्र के प्रति लोगों का बहुत लगाव होता है इसलिए तो प्रातःकाल वे अन्य कार्यों को छोड़कर अखबार लेके बैठ जाते है।
समाचार पत्र लगभग सभी भाषाओ में उपलब्ध होते है। हर व्यक्ति अपनी पसंदीदा भाषा के अनुसार समाचार पत्र का चयन कर सकते है। समाचार पत्र चाहे किसी भी भाषा का क्यों न हो उसका उद्देश्य हमेशा एक ही होता है ज्ञान की खबर देना और सत्य बताना। किसी व्यक्ति को राजनीति की खबरे पसंद आती है तो किसी को तकनीकी की।
यह भी पढ़ने वाले के ऊपर निर्भर करता है। भारत में समाचार पत्रों की शुरुआत अंग्रेजों ने की थी। भारत का सबसे पहला समाचार पत्र’दी बंगाल गैजेट’ था जो कोलकाता में सं 1780 में प्रकाशित किया गया था। इसके संपादक जेम्स हिक्की थे। इसके बाद समाचार पत्र प्रसिद्धि की शिखर पर पहुँच गया। समाचार पत्र पढ़ने से हमारी समझने की क्षमता बढ़ती है और ज्ञान में भी वृद्धि होती है।
समाचार पत्र सूचना को जानने का सबसे सरल माध्यम है। देश,विदेश,गाँव, सहर सब की जानकारी हमे समाचार पत्र से प्राप्त हो जाती है। समाचार पत्रों की शुरूआत इटाली के बेसिन नामक जगह में हुई थी। फिर इसकी प्रसिद्धि बढ़ी और विश्व के सभी देशों ने इसे अपनाया। समाचार पत्र में हर किसी के लिए समाचार उपलब्ध होता है चाहे वो बड़ा हो या बच्चा, बुजुर्ग हो या युवा। बच्चों के लिए विशेषकर साप्ताहिक पत्रिकाएं भी छपती जिसमे रोचक बातें लिखी होती है साथ ही बच्चों को उनकी प्रतिभाएँ उभारने का अवसर प्राप्त होता है।
यह समाचार पत्र बच्चों के मनोरंजन व उनकी प्रतिभाओं को ध्यान में रख कर ही प्रकाशित की जाती है। समाचार पत्र हमे सजग बनाता है,यह हमारे जीवन में अहम भूमिका निभाता है। हर चीज़ की जानकारी हमे इससे प्राप्त होती है। आज भौतिकवादी युग है ऐसे में समाचार प्राप्त करने के कई साधन है जैसे मोबाइल,इंटरनेट,टेलीविजन आदि। परंतु इन उपकरणों के अभाव में यदि समाचार प्राप्त करने का एकमात्र साधन कुछ उपलब्ध है तो वह है समाचार पत्र।
जब हम मोबाइल अथवा टेलीविजन पर समाचार देखते है तो उससे हमारी आँखों पर असर पड़ता है और रोशनी कमज़ोर होती है परंतु समाचार पत्रों के साथ ऐसा नहीं है,इससे हमारी आँखों को कोई नुकसान नहीं पहुँचता है। समाचार पत्र दोबारा भी इस्तेमाल किये जा सकते है,यह पुनः प्रयोज्य है।
अखबार पढ़ने के बाद हम इससे ठोंगा बना सकते है,यह मिट्टी में घुल भी जाते है,अतः पर्यावरण को इनसे कोई क्षति नहीं होती है। ग़रीबों के लिए महँगे मोबाइल या टेलीविजन खरीदना संभव नहीं हो पाता है,ऐसे में अखबार उनके लिए ज्ञान प्राप्त करने का सबसे सरल और कम दाम में उपलब्ध होने वाला उपयोगी साधन है। इसी प्रकार अखबार निजी जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है,यह हमें सभी जानकारियो से परिपूर्ण करता है और हमारे ज्ञान और समझ को बढ़ाता है।