नए साल पर निबंध – Essay On New Year in Hindi

माननीय प्रधानाचार्य महोदय, अध्यापक गण, और मेरे प्यारे मित्रों, आप सभी को मेरी तरफ से शुभ प्रभात। आज में इस नए वर्ष के पहले दिन में अपने कुछ विचार आप सबके साथ व्यक्त करना चाहती हूँ।

नए साल पर निबंध – Long and Short Essay On New Year in Hindi

एक नया साल हर किसी के लिए नई उम्मीदें लेकर आता है और वह उन उम्मीदों को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश करता है, 1 साल 365 दिन का होता है इन 365 दिन में इंसान कई तरह की खुशियों और दुखों का सामना करता है, जैसे ही यह 365 दिन पूरा होता है और नए साल का आगमन होता है हर कोई आने वाले साल के लिए मंगल कामना करता है ।

सभी लोग यह कामना करते हैं कि, आने वाला साल भी पिछले साल की तरह सुखदाई हो। नए साल के स्वागत के लिए 31 दिसंबर से ही लोग तैयारियां शुरु कर देते हैं, 31 दिसंबर की रात गांव हो या शहर हर जगह लोग अपने हिसाब से जश्न मनाते हैं और साल को अलविदा कहते हैं इस दौरान लोग गाना गाते हैं, ईश्वर से प्रार्थना, कुछ लोग केक काटकर जश्न मनाते हैं तो कुछ लोग परिवार के साथ कहीं घूमने जाते हैं ।

रात को ठीक 12:00 बजते ही एक दूसरे को बधाईयां देना शुरू करते हैं और इस मौके पर शहरों में आतिशबाजी देखने को मिलती है।  नया साल एक नई उम्मीद बनकर लोगों की जिंदगी में आता है , जिसको हर एक व्यक्ति पूरी तरह से अपनाना चाहता है और उस नई किरण के जरिए अपनी जिंदगी के सपनों को पूरा करने का ठानता है ।

भारत के बड़े-बड़े शहरों में बॉलीवुड हस्तियां डांस परफॉर्मेंस करती है जिसको सभी लोग देखने के लिए अपने परिवार वालों और मित्रों के साथ जाते हैं और परफॉर्मेंस का आनंद लेते हैं लेकिन जो लोग वहां जा नहीं पाते उनके लिए भी खास इंतजाम होता है,  है जिस को गांव-गांव तक पहुंचाया जाता है ।

हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हर कोई नए साल को जश्न के तौर पर पूरे दिल से मनाता है और इन दौरान लोगों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए हर तरफ पुलिसकर्मी सक्रिय रहते हैं । नए साल के साथ हमें पुराने साल मिले हुए हर सीख को याद रखना चाहिेए क्योंकि भूतकाल से सीख कर ही हम अपने वर्तमान और आने वाले कल को संवार सकते हैं ।

जब भी कोई व्यक्ति या कोई इंसान कुछ नया करने जाता है तो उसके मन में सौ दुविधाएं उत्पन्न होती हैं लेकिन हमें अपने बीते हुए कल के नकारात्मक बातों और ख्यालों को भूलकर सकारात्मक होने की बेहद आवश्यकता होती है और इसीलिए यह जरूरी है कि नए साल के साथ हम सभी सकारात्मक विचार के साथ रहना चाहिए और सकारात्मक होने की कोशिश करें ।

मनुष्य जीवन में कई तरह के उतार-चढ़ाव आते हैं और कई बार यह उतार-चढ़ाव इतने कठोर होते हैं कि वह मनुष्य को पूरी तरह से नकारात्मक बना देते हैंसे एक नए जोश के साथ अपने लक्ष्य के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता होती है।

नए साल के साथ हमें कुछ विशेष बातों पर ध्यान देने की जरूरत है

मानवता

मानवता हर इंसान में होनी बेहद जरूरी है अगर कोई इंसान बिना मानवता की है तो वह इंसान हर हालत में असफल है,इस नए साल के साथ हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम हमारे अंदर की मानवता को सदैव जिंदा रखेंगे और हर किसी का ख्याल रखेंगे, अपने बड़ों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।

सफलता

हर साल लोगों के लिए अलग तजुर्बा लाती है और लोग एक-एक दिन कुछ नया जरूर सीखते हैं लेकिन सीखते सीखते ही लोग अपने जिंदगी में सफल बनते हैं, सफलता हर किसी को चाहिए और यह सफलता बिना मेहनत के कभी नहीं मिलती इसलिए बीते हर बात को भूल कर अपने जिंदगी में सफल बनने के लिए सच्ची मेहनत करें ।

मेहनत

यह वह कूंजी है जिसके द्वारा कोई विकलांग भी हिमालय चढ़ सकता है इसीलिए अगर आप जिंदगी में सफलता चाहते हैं तो सफलता का रास्ता सदैव ही कड़ी मेहनत से होकर गुजरता है इसलिए नए साल में नहीं जोश के साथ सच्चे लगन से मेहनत कउम्मीद – हम सभी की जिंदगी कई दौड़ से होकर गुजरती है जहां खुशी और गम लगातार जिंदगी की दो पहलू बनकर हम सबके साथ रहती है ।

कई बार ऐसा होता है कि हम पिछले साल बेहद दुखी हो रहे होते हैं और इसी कारण हम इतने निराश हो जाते हैं कि आने वाले साल भी दुखदायी लगता है, ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आने वाले नए साल के नए सूरज के साथ  एक नई उम्मीद की डोर को पकड़े और उसके सकारात्मक उम्मीद करें और सकारात्मकता को अपनी जिंदगी में जगह दे क्योंकि अगर हम सकारात्मक सोचते हैं तो सकारात्मक ही होता है।

हिंदू कैलेंडर की अगर हम बात करें तो इसके मुताबिक नया साल 1 जनवरी से शुरू न होकर गुड़ी पड़वा से शुरू होता है। पूरी दुनिया में नया साल अलग-अलग दिन मनाया जाता है।

भारत में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं और अलग-अलग धर्म में उनके पंचांग के हिसाब से एक अलग तारीख को नए साल का शुभारंभ होता है, हिंदू में नए साल का प्रारंभ होली के दिन होता है तो वही मराठी गुड़ी पडवा के साथ नए साल का जश्न मनाते हैं , विविधता में एकता के कारण सभी लोग 1 जनवरी को पूरे खुशी और जोश के साथ नए साल का जश्न मनाते हैं। इस नए साल के साथ हम सब को यह वचन लेना चाहिए कि हम सब अपने आसपास मौजूद सभी लोगों का भरपूर ख्याल रखेंगे,

समाज का भला करने से कभी भी नहीं चूके और अक्सर हमारे समाज में कई जरूरतमंद लोग होते हैं जिनको कई तरह की मदद की जरूरत होती है, ऐसे में हम सबको  उन लोगों की मदद करनी चाहिए, कई लोग यह कहते हैं कि वह मदद करना चाहते हैं लेकिन मदद नहीं कर पाते लेकिन यह सच नहीं है बल्कि आपकी छोटी-छोटी मदद किसी की जिंदगी में बड़ी परिवर्तन बन सकती है.

इस बात का ख्याल रखते हुए हमेशा सबकी मदद करें और साथ ही अपने अंदर की मानवता को सदैव लोगों के लिए जाहिर करें । इसलिए इस नए साल की खुशी-खुशी अपनाएं और बीते साल के हर कड़वाहट को बुलाते हुए हमेशा खुश रहे सकारात्मक रहे और अपनी जिंदगी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें।