नई शिक्षा नीति पर निबंध – Essay On New Education Policy in Hindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा नई शिक्षा नीति लाई गयी है जिसे सभी के साथ तैयार किया गया है। गाँधी जी का शिक्षा के संबंध में तात्पर्य सभी के मन व शरीर के विकास का है। स्वामी विवेकानंद का कहना था कि मनुष्य की अँध्रुनी पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा है। शिक्षा का मतलब है सीखने एवं सिखाने की क्रिया परंतु शिक्षा का व्यापक अर्थ किसी भी समाज में निरंतर चलने वाली सामाजिक प्रक्रिया है जिसका कोई उदेश्य हो जिससे मनुष्य की अँध्रुनी शक्तियों का विकास किया जाता है।

नई शिक्षा नीति पर निबंध – Long and Short Essay On New Education Policy in Hindi

शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत 2030 तक Gross Eurolment Ratio -GER यानी सकल नामांकन अनुपात को 100% तक लाने का लक्ष्य है। मानव प्रबंधन मंत्रालय का नाम नई शिक्षा नीति के साथ साथ ही बदल कर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया।

स्कूली शिक्षा नीति के कुछ प्रमुख बिंदु

  1. 5 + 3 + 3 + 4
  • इसमें 3 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को शामिल किया गया है जिसमें सबसे पहले
  • पाँच साल की फाउंडेशन स्टेज यानी foundation stage – 3 साल का प्री प्राइमरी स्कूल और 1, 2 कक्षा
  • तीन साल का preparatory stage – 3 से 5 कक्षा तक
  • तीन वर्ष का मध्य या उच्च प्राथमिक चरण – 6 से 8 कक्षा तक
  • चार साल का उच या माध्यमिक चरण – 9 se 12 कक्षा तक की पढाई।
  1. भाषायी विविधता का संरक्षण
  • नई शिक्षा नीति में पाँचवी कक्षा तक की शिक्षा में मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा को अध्ययन के माध्यम में अपनाया जायेगा।
  • साथ ही मातृभाषा को 8 कक्षा और आगे की शिक्षा के लिए प्राथमिकता देने का सुझाव है।
  • स्कूली और उच शिक्षा के विद्यार्थियों को संस्कृत व अन्य भाषाओं का विकल्प दिया जायेगा परंतु किसी छात्र पर भाषा के चुनाव की कोई बाध्यता नहीं होगी।
  1. शारीरिक शिक्षा
  • सभी विद्यार्थियों को सभी स्तरों पर खेल- कूद, योग व अन्य को स्थानीय उपलब्धता के अनुसार करने की कोशिश की जाएगी ताकि बच्चे व्यायाम में भाग लें।

भारतीय उच्च शिक्षा आयोग

नई शिक्षा नीति के अनुसार उन्होंने देश भर में उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एक Higher Education Commission of India – HECI की परिकल्पना की गई है। भारतीय उच्च शिक्षा आयोग चिकित्सा एंव बाकी कानूनी शिक्षा के अलावा बाकी क्षेत्रों के लिए एक एकल निकाय ( single umbrella body) के रूप में कार्य करेगा।

HECI के कार्यों के प्रभावी निष्पादन हेतु चार निकाय

  • National Higher Education Regulatory Council – NHERC
  • General Education Council – GEC
  • National Accreditation Council – NAC
  • Higher Education Grants Council – HEGC

विकलांग बच्चों हेतु प्रावधान

इस नई शिक्षा नीति के अनुसार विकलांग बच्चों के लिए भी कई सुविधाएँ elementary से higher education तक शिक्षकों के पूरे सहयोग के साथ बच्चों को उपलब्ध करवाया जाएगा।

वित्तीय सहायता

SC, ST, OBC और अन्य सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित समूहों को भी प्रोत्साहित करने के लिए सहायता की जाएगी।

नई शिक्षा चुनौतियों से संबंधित चुनौतियाँ

  • राज्यों का सहयोग :-

इस नीति को सफलता में लाने के लिए सभी राज्यों का सहयोग आवश्यक है क्योंकि सभी के लिए एक ही मंत्रालय होगा।

  • महँगी शिक्षा :-

इस शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षा महँगी होने के आसार दिखाई दे रहे हैं क्योंकि इसमें विदेशी विद्यालयों में प्रवेश की नीति भी है।

  • शिक्षा का संस्कृतिकरण
  • फंडिंग संबंधी जाँच का अपर्याप्त होना
  • वित्तपोषण
  • मानव संसाधनों का अभाव

एक नई शिक्षा नीति का उद्देश्य समावेशी, भागीदारी और समग्र दृष्टिकोण को सुविधाजनक बनाना है, जो क्षेत्र के अनुभवों, अनुभवजन्य अनुसंधान, हितधारकों की प्रतिक्रिया, साथ ही सर्वोत्तम प्रथाओं से सीखे गए पाठों को ध्यान में रखता है।

यह शिक्षा के प्रति अधिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण की दिशा में एक प्रगतिशील बदलाव है। निर्धारित संरचना बच्चे की क्षमता को पूरा करने में मदद करेगी – संज्ञानात्मक विकास के चरणों के साथ-साथ सामाजिक और शारीरिक जागरूकता। यदि इसे अपनी वास्तविक दृष्टि में लागू किया जाता है, तो नई संरचना भारत को दुनिया के अग्रणी देशों के बराबर ला सकती है।