जंक फूड पर निबंध – Essay On Junk Food in Hindi

जंक फ़ूड को खाकर

खुद पर न अत्याचार करो

जीवन में अपनाकर सदाचार

सेवन संतुलित आहार करो

जंक फूड पर निबंध – Long and Short Essay On Junk Food in Hindi

जंक फ़ूड जिसके नाम से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह हमारे शरीर और स्वास्थय  के लिए किता घातक व हानिकारक होगा।  इस तरह के आहार का ग्रहण करने से हमारे शरीर में कैलोरी और केलोस्ट्रोल की मात्रा इतनी अधिक बढ़ जाते है जिसके कारण हमारा शरीर अपने प्रतिरोध क्षमता तक खो देता है।

जंक फ़ूड से अभिप्रायः अल्पाहार से है जो कुछ मिंटो में तैयार हो जाता है पर पौष्टिक नहीं होता जिसे खाने से हमरे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और साथ ही साथ हमारा शरीर शरीर दिन प्रतिदिन कमजोर होता चला जाता है जिसका हमें अंदाजा भी नहीं होता और हम स्वाद के चाकर में इसे बड़े चाव से कहते है।

जल्द तैयार होने वाला आहार

जंक फ़ूड एक ऐसा आहार है जो जल्दी त्तैयार  जाता है जिसके कारण या काफी लोकप्रिय हो गया हैऔर हम सोचते है कि हम पौष्टिक भोजन का सेवन कर रहे है।  इसके अंर्तगत बानी बनाई रोटियां , आलू के चिप्स , फ्रेंच फ्राइज, या कोई भी सब्जी , फ्रोजेन मटर जो इंस्टेंट यानि की जल्दी बन जाते है।  जिसे बस गर्म करो और खाओ या टालो और खाओ यो फिर ऐसे ही पैकेट खोलो और खाओ।  पर इस बात से बिलकुल भी अस्वीकार नहीं कर सकते ये भोजन काफी समय पहले का पैक किया हुआ होता है और इसके ताज़ा बने रखने के लिए खतरनाक केमिकल का भी इस्तेमाल किया जाता है ताकि यह आहार लम्बे समय तक चल सके।

वैज्ञानिक खोज व् शोध

कई शोधकर्ताओं ने अपने प्रमाणों से यह बात स्पष्ट की है कि जंक फ़ूड हमारे स्वास्थय व सेहत किये लिए फायदेमंद नहीं है।  इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से हमारे सोचने सझने की शक्ति क्षीण हो जाते है और हम मानसिक रूप से कमजोर भी हो सकते है। जंक फ़ूड को ग्रहण अथवा सेवन करने वाला व्यक्ति आकार में मोटा दिख सकता है और हम सोचते है कि वह व्यक्ति तंदुरुस्त है जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। उसका मोटा शरीर वास्तव में उसके शरीर में विधमान वासा का ही एक रूप है जिसे वज्ञानिक भाषा में केलोस्ट्रोल का बढ़ना कह सकते है जबकि   वह आंतरिक रूप से बहुत ही कमजोर हो चुका होता है।

लोकप्रय

आजकल इस आहार का सेवन छोटे से लेकर बड़े तक करने लगे है।  जिसका कारण इसे स्वादिष्ट बनाया जाता अनेक विषैले कैमिकल  का प्रयोग करके।  जंक फ़ूड की लोकप्रियता के बढ़ने का कारण वर्तमान पीढ़ी का आलसी होना भी कह सकते है या उनमे इतना स्टेमिना नहीं की घंटो रसोई में खड़े होकर एक संतुलित आहार को बना सके और जिसके कारण घर के बड़े बजुर्ग भी जो मिलता है खा लेते है।  इसका कारण बजुर्गो में शारारिक शक्ति की कमी होने के कारण वह अपने भोजन को बनाने में खुद को असमर्थ महसूस करते है।

चिक्तिसक परामर्श

जंक फ़ूड का सेवन इतना भयावहि है की आज बड़े -बड़े डॉक्टर तक इस न खाने का परामर्श देते है।  उनके विचार में इस आहार का सेवन करने शरीर अनेक रोगो का शिकार हो जाता है।  इसलिए इसका सेवन कम से कम और न के बराबर करना चाहये।

जंक फ़ूड का प्रचार

आजकल बहुत सी कम्पनियाँ अपने उत्पाद को बेचने के लिए कई प्रकार के ऑफर निकलती है जैसे एक के साथ एक फ्री या खरीदीने पर 50 % कैश बैक या 100 % कैश बैक आदि।  जिसके कारण हम लालच में आकर जंक फ़ूड को अधिक मात्रा में खरीद लेते है और अपने स्वास्थय से खिलवाड़ करते है।

भारतीय खाना भी हो सकता है जंक फ़ूड का अंग

इस तथेय से हम या बताना कहते है जरूरी नहीं केवल पैक्ड फ़ूड या बाहर मिलने वाले फ्रोजेन फ़ूड ही जंक फ़ूड है।  वास्तव में हमारे घर में बनने वाले अनेक व्यंजन जिसमे पराठा, पूरी, पकोड़े , या कोई भी तला हुआ खाना भी जंक फ़ूड का एक हिस्सा है।  इसलिए इस हहर को भी अपने जीवन में नापतोल के ही सेवन करना चाहिए।

जंक फ़ूड से हानि

जंक फ़ूड का सेवन करने से अनेक हानियाँ है।  इस पर एक नाटक भी बनाया गया है जिसके अंतर्गत एक माँ अपने दस साल के बच्चे को खो  देती है जिसका एकमात्र कारण वह अपने बच्चे को उच्च मात्रा का यानि की हाई क्वालिटी का जंक फ़ूड दे रहे होती है।  जैसा कि हम सभी जानते है आज कल के बच्चे रोटी सब्जी खाना पसंद नहीं करते और माँ-बाप भी यही सोच कर उन्हें बाहर का खाना खाने की इजाजत दे देते है की हमारा बच्चा कुछ तो खा रहा है।

ये सब बिना सोचे समझे की इस प्रकार का दिया जाने वाला भोजन उसके स्वास्थय के लिए कितना घातक होगा।  ऐसे ही उस माँ ने भी किया।  पर उसने इस तत्थे को साबित करने के लिए खुद पहले उन सब हाई कुलाईटी जंक फ़ूड का इस्तेमाल किया और ये केस किया जंक फ़ूड इतना भयानक है कि इसके कारण किसी की भी जान तक जा सकती है।  आजकल की युवा पीढ़ी इस आहार को अपन्नाने में गर्व महसूस करती है और स्वयं को मोडर्न  समझती है जबकि उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं है यह आधुनिकता उन्हें मृत्यु की और अग्रसर कर रही है।  यही कारण है आज कल कम उम्र में हे अनेक रोगो का शिकार हो जाते है।

जंक फ़ूड है सभी का दुश्मन ,

सेहत को न इससे ख़राब करो।

झट पट खाने के चक्कर में ,

स्वास्थय अपना न बर्बाद करो।

यह हमारा आहार नहीं

हमें इससे प्यार नहीं

सदा रहना  सदा खाना

यही है मेरे देश का खाना

समोसा कचोरी मेरे दिल को भी ललचाते है

पर खुद की सेहत से कैसे करू

ये बड़े मेरे सिखलाते है।

जंक फ़ूड को ग्रहण करने हमें बहुत प्रकार की कठिनायों और बीमारियों का सामना करना  पड़ सकता है जो इस प्रकार है :-

  • इससे मोटापा बढ़ता है।
  • इससे आपका वजन कई गुणा बढ़ जाता है
  • इससे आपको हिर्दय सम्बन्धी , ब्लड प्रशेर जैसी बीमारियों हो जाती है।
  • इसके कारण आपका मस्तिष्क कमजोर हो जाता है जिसके कारण हमारे सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है।
  • जंक फ़ूड का सेवन करने से दॉंत खराब हो जाते है।
  • जंक फ़ूड के कारण मधुमेह , शुगर , कैंसर जैसी अनेक बीमारियों के हम शिकार हो जाते है।
  • इससे पेट से सम्बंधित भी अनेक रोग हो जाते है।