अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध – Essay On International Youth Day in Hindi

भारत युवाओं का देश है, एक ऐसा देश जहां की अधिकतर जनसंख्या युवाओं की है और यह हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है । युवा वर्ग के लोग अगर किसी देश के अधिकतर जनसंख्या के हिस्सा होते हैं तो उस देश की तरक्की निश्चित है क्योंकि युवाओं में आने पीढ़ी के तुलना में ज्यादा फुर्ती होती है और वह पूरी मेहनत और लगन के साथ अपना काम करते हैं जैसे देश की तरक्की निश्चित है.

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध – Essay On International Youth Day in Hindi

ऐसे मेहनत और लगन अन्य पीढ़ी के लोग भी करते है लेकिन अन्य पीढ़ी और युवा पीढ़ी में खास अंतर यह है कि युवाओं के पास कुछ कर दिखाने का नया तरकीब और क्रिएटिविटी होता है जिसके कारण  अलग अलग तरीका से यह लोग देश की तरक्की में अपना योगदान देते हैं और इसी कारण हर वह देश जिसमें युवाओं की जनसंख्या अधिक है वह प्रगति के रास्ते पर अग्रसर है।

जब जब किसी देश पर मुसीबत पड़ती है तो उस देश की युवा पीढ़ी हर उस मुसीबत का डटकर सामना करती है और अपने देश को मुसीबत से बचाती है । इन युवा पीढ़ी को सलाम करते हुए पूरे भारत में साल का 1 दिन इन युवाओं के नाम किया जाता है जिसे हम युवा दिवस के नाम से जानते हैं ।

अक्सर लोगों को यह लगता है कि युवा दिवस युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बनाया जाता है हालांकि यह कई हद तक सच है लेकिन राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के पीछे एक बड़ी वजह भी है जिसे आमतौर पर लोग नहीं जानते हैं और आज हम आपको राष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे ।

युवाओं के कंधों पर पूरे राष्ट्र को प्रगति कराने का बड़ा जिम्मेदारी होता है तो यह बेहद जरूरी है कि हम युवा दिवस के बारे में सही जानकारी अपने पास रखें और वक्त आने पर एक जानकारी का प्रयोग अवश्य करें । अगर आप अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहते हैं तो हमारी ब्लॉग से जुड़े रहे और इसे आखरी ताकत जरूर पढ़ें ।

जैसा कि हम जानते हैं पूरा विश्व कि हर सरकार युवाओं पर पूरा ध्यान केंद्रित करती है क्योंकि यह वह जरिया है जिसके द्वारा हर देश तरक्की करता है, इसीलिए युवाओं के बीच उनके संस्कृति और कानूनी पक्ष के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है ।

पहली बार संयुक्त राष्ट्र ने साल 1999 में युवाओं के बीच संस्कृति और कानूनी मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए 12 अगस्त को इस खास दिन को मनाने की घोषणा की थी, जिसके बाद हर साल इस खास दिन को अलग अलग देश में मनाया जाता है और युवाओं को कई मुद्दों पर जागरूक किया जाता है ।

भारत में नेशनल यूथ डे यानी कि युवा दिवस मनाने की शुरुआत सन् 1985 में हुई थी, लेकिन इस खास दिवस को मनाने का ऐलान 1 साल पहले 1984 में किया गया था । जब भी हमारे देश में कोई खास दिवस मनाया जाता है तो उससे हमारे देश के कोई ना कोई  महान व्यक्ति जरूर जुड़े हुए होते हैं और ठीक उसी तरह युवा दिवस से हमारे पूजनीय  स्वामी विवेकानंद जुड़े हुए हैं और इसीलिए हर साल स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है ।

स्वामी विवेकानंद को कौन नहीं जानता है वह वही व्यक्ति हैं जिनके विचार और आदर्श पूरे विश्व में मशहूर हैं और जिन्होंने अपने भाषण से पूरे विश्व में भारत का लोहा मनवाया था, पास युवक को समर्पित करते हुए और हमारे युवाओं को जिंदगी में सही रास्ता दिखाने के तौर पर युवा दिवस हर साल स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता है ।

पूजनीय स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन 12 जनवरी को हुआ था और इस खास मौके को हमारा पूरा देश मनाता है । हालांकि युवा दिवस को अब विश्व स्तर पर मनाया जाता जिसे अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस कहते हैं , लेकिन यहां भारत का नियम नहीं लागू किया गया है और इसे अगस्त के महीने में 12 अगस्त को मनाया जाता है और इस दिन पूरे विश्व में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है ।

वर्तमान में पूरे विश्व में युवाओं की संख्या लगभग 45% है, भारत में 35 वर्ष की आयु तक के 65 करोड़ युवा हैं। अर्थात् हमारे देश में अथाह श्रमशक्ति उपलब्ध है। आवश्यकता है आज हमारे देश की युवा शक्ति को उचित मार्ग दर्शन देकर उन्हें देश की उन्नति में भागीदार बनाने की, उनमे अच्छे संस्कार, उचित शिक्षा एवं प्रोद्यौगिक विशेषज्ञ बनाने की, उन्हें बुरी आदतों जैसे- नशा, जुआ, हिंसा इत्यादि से बचाने की। क्योंकि चरित्र निर्माण ही देश की, समाज की, उन्नति के लिए परम आवश्यक है।  हर साल अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने के लिए अलग-अलग थीम को चुना जाता है, साल 2020 में

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के पर एक थीम चुनी  इस बार की थीम था,  ‘वैश्विक कार्य के लिए युवाओं की भागीदारी’ जिसका उद्देश्य स्थानीय राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर युवाओं की भागीदारी के हर तरीकों को उजागर करने के लिए राष्ट्रीय और बहुपक्षीय संस्थानों और प्रक्रियाओं को समृद्धि करने के साथ-साथ औपचारिक तौर पर भी संस्थागत राजनीति में उनके प्रतिनिधित्व और भागीदारी को बढ़ावा देना है । हालांकि साल 2020 में पूरे विश्व ने वैश्विक महामारी कोरोनावायरस का कहर झेला है और इस दौरान अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस को वेबीनार के जड़ के अलग-अलग विश्व में मनाया गया ।

हर देश में इसे मनाने का अलग अलग तरीका है जैसे कि कई जगह इस खास दिन पर विभिन्न प्रकार का वर्कशॉप, अलग-अलग तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं, यह दिन युवाओं की महानता और उन्हें भविष्य के पीढ़ी के तौर पर पूरी दुनिया को बताने उपयोग किया जाता है । आज पूरे विश्व में युवा हर क्षेत्र में तरक्की कर रहे हैं लेकिन हमारे देश के कई युवा ऐसे हैं जो कि अपना देश छोड़कर विदेश में काम कर रहे हैं या विदेश में पढ़ाई कर रही हैं,

जिससे कि हमारे देश को नुकसान पहुंचता है इन सब को ध्यान में रखते हुए अब भारत सरकार कई तरह की मुहिम चला रही है और युवाओं को अपने देश में ही हर तरह की सुविधा दिलवाने की कोशिश कर रही है, जैसा कि हम जानते हैं युवा पीढ़ी बेहद एक्टिव होती है और जिसके कारण हुआ हर क्षेत्र में अन्य लोगों के मुकाबले काम करने में ज्यादा सक्षम होती है जिससे सीधे तौर पर हमारे देश का लाभ जुड़ा है इसीलिए युवाओं को प्रेरित करने के लिए हर देश या मुमकिन कोशिश करती है कि वह अपने देश में रहकर हूं अपने देश की तरक्की में अपना योगदान दें इसके लिए अंतरराष्ट्रीय तौर पर हर देश इस खास दिन पर कई तरह की मीटिंग का आयोजन करती है और उसमें युवाओं को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए आमंत्रित करती है ।