धन के महत्व पर निबंध – Essay On Importance Of Money in Hindi

आज के भौतिकवादी युग में अगर कोई चीज़ सबसे अधिक महत्वपूर्ण है तो वह है धन। धन प्रत्येक मनुष्य के जीवन की आधारभूत विशेषता है। हम छह कर भी धन और प्यार की तुलना नहीं कर सकते है क्योंकि अगर किसीको प्यार की आवश्यकता होती है तो उस आवयश्कता की पूर्ति केवल प्यार द्वारा ही संभव है,यही स्तिथि धन के साथ भी है यदि किसीको धन की आवयश्कता है तो उसको पूरा सिर्फ धन से किया जा सकता है प्यार से नही। दोनो का अपना-अपना अलग-अलग महत्व है और जीवन जीने के लिए दोनों ही जरूरी है।

धन के महत्व पर निबंध – Long and Short Essay On Importance Of Money In Hindi

धन के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव सा प्रतीत होता है क्योंकि हमें अपनी हर छोटी से छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। अगर हम एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करना चाहते है तो धन के बिना या यूं कहें कि धन के अभाव में यह संभव नही है। आधुनिक युग में जहाँ सभ्यता का विकास तेज़ी से हो रहा है एयर हर कोई पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर रहा है ऐसे समय में हर वस्तु की कीमत दो गुनी होती जा रही है । इस अवस्था में धन की ज़रूरत और अधिक बढ़ जाती है।

पहले के समय में किसी वस्तु को खरीदने के लिए मनुष्यों द्वारा एक प्रणाली अपनायी जाती थी जिसे वस्तु विनिमय प्रणाली कहा जाता था इसके अंतर्गत एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से कोई  वस्तु देकर उसके बदले में उस व्यक्ति से दूसरी वस्तु खरीदता था। पर आज स्तिथि ये नहीं है अब यदि हम कुछ खरीदना है तो बदले में सिर्फ पैसे ही देने होंगे। अब कुछ भी खरीदने के लिए धन होना अनिवार्य है।

एक सामान्य जीवन व्यतीत करने के लिए मुख्य रूप से रोटी,कपड़ा और मकान होना चाहिए । पर इन तीन चीज़ों की पूर्ति तो केवल धन से ही संभव है। वर्तमान समय में कहीं -कहीं पानी के लिए भी पैसे देने पड़ते है। कई लोग कहते है कि पैसे से हर खुशी नही मिलती है ,ज़िन्दगी में भावनाओं का भी कुछ महत्व होता है। हाँ यह बिल्कुल सत्य है और मैं इससे सहमत भी हूँ परंतु प्रश्न यह भी उठता है कि क्या बिना पैसे के हम खुश रह सकते है ? क्योंकि यह हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसके बिना जीवन की कल्पना नही की जा सकती है। इसलिए हमें खुश रहने के लिए धन चाहिए।

धन का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है क्योंकि लोगों के रेहेन सहन में तीव्रता के साथ बदलाव आ रहे है। आज महँगाई अपनी चरम सीमा पर है। आज समाज में जिसके पास पैसा है दबदबा भी उसी का है जबकि इसके विपरीत जो गरीब है,धनहीन है उन्हें बिना किसी दोष के समाज में हीन दृष्टि से देखा जाता है।

धन के कारण समाज में मनुष्य का सम्मान होता है,उसकी अच्छी छवि का निर्माण होता है। लोग जीवन भर संघर्ष करते है,पढ़ते है,मेहनत करते सिर्फ इसलिए कि उन्हें अच्छी नौकरी मिले जिससे प्राप्त धन से वे अपने जीवन को सुचारू रूप से व्यतीत कर सके। धन की आवश्यकता सब को होती है फिर चाहे वो अमीर हो या गरीब ,शहरी हो या ग्रामीण। शहरी लोग ग्रामीण की तुलना में अधिक धनी होते है क्योंकि सहर में तकनीकी सुविधाएं अधिक होती है,वह विकसित होता है जब कि ग्राम उतने विकसित नही होते है वे पिछड़े होते है।

वर्तमान समय से ही हमे यह पता चला जाता है कि मानव जीवन में धन का कितना महत्व है क्योंकि अभी कोरोना महामारी का समय है और इस समय देश के अर्थव्यवस्था की जो स्तिथि है वो किसी से छिपी नहीं है। इस आपदा के समय में लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों की रोजी रोटी बंद हो गयी है, दूकानों में ताले लग गए है,उनके पास पैसे नहीं है दो वक्त की रोटी के लिए उन्हें दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है । देश की अर्थव्यवस्था निचले स्तर तक गिर चुकी है।

अब तो स्तिथि यह है कि लोग धन कमाने के लिए गलत रास्तों को चुन रहे है,गलत गतिविधियों का अनुसरण कर रहे है जैसे कि रिस्वत लेना,हत्या करना,चोरी,डकैती, भ्र्ष्टाचार ,घूसखोरी आदि। धन मुनष्य को लोभी बना देता है और यही कारण है कि वह अपने मानवीय मूल्यों को भूलता जा रहा है। वो कहते है अगर किसी चीज़ में कोई अच्छाई है तो बुराई भी है और यही दशा धन की भी है। जितना यह जरूरी है उतना ही इंसान को लोभी और लंपट भी बनाता है । इसलिए यह जरूरी है कि हर व्यक्ति अपने समझ के अनुसार सही कार्य करे और ईमानदारी के रास्ते पर चल कर धन अर्जन करे।