कला और संस्कृति हमें कैसे एकजुट करती है पर निबंध – Essay on How Art and Culture Unifies us in Hindi

इस पोस्ट में कला और संस्कृति हमें कैसे एकजुट करती है पर निबंध (Essay on How Art and Culture Unifies us in Hindi) के बारे में चर्चा करेंगे। हमारा देश भारत एक अनूठी सांस्कृतिक, कला और परंपराओं का देश है। यह कला और संस्कृति प्राचीन काल से हमारी परंपरा रही है, जो आज तक प्रचलन में हैं।

दुनिया के अन्य देशों से आने वाले पर्यटक हमारी कला और संस्कृति को देखकर बहुत ही मोहित होते हैं। हम सभी अनेकों त्योहारों और कलाओं को एकजुट होकर मनाते हैं। हम भारत की कला संस्कृति से थोड़े अनभिज्ञ जरूर है, पर इन्हीं त्योहारों और उनके मनाने के तरीकों से हमारी संस्कृति और कला का पता चलता है।

उदाहरण 1. कला और संस्कृति हमें कैसे एकजुट करती है पर निबंध – Essay on How Art and Culture Unifies us in Hindi

भारत की कला और संस्कृति ही हमें विभिन्न धर्मों के लोगों को आपस में जोड़े रखती हैं। इस निबंध में मैंने विस्तार से इस बारे में चर्चा की है, उम्मीद करता हूँ की यह छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।

आपने बगीचे में तरह-तरह के फूलों को अवश्य ही देखा होगा। हर किसी की अपनी एक अलग सुंदरता, पहचान और एक अलग प्रकार की खुशबू होती है, पर वो सभी फूल एक साथ एक बगीचे में अपनी सुंदरता और महक को चारों ओर बिखेरते हैं।

उसी प्रकार हमारा देश भारत भी अनेक विभिन्नताओं वाला देश हैं, जहां विभिन्न संस्कृति और कलाएं एक साथ रहती हैं। लोग अपनी-अपनी कला और संस्कृति के साथ आपस में एकजुटता से मिलजुलकर रहते हैं। सभी मिलकर अपनी संस्कृति और परंपरा की सुंदरता को पूरी दुनिया भर में फैला रहे हैं।

कला और संस्कृति का अर्थ क्या है?

किसी भी प्राचीन तस्वीर, पेंटिंग, पांडुलिपियां, स्मारक इत्यादि हमें उसके अतिति के बारे में जानकारी देते हैं। ऐसी चीजें हमें उनके विचारों और जीवन जीने के तरीकों को एक कला के रूप में परिभाषित करते हैं।

पृथ्वी पर कई जीव रहते हैं, लेकिन उनमें से मनुष्य ही केवल अपने विचारों और अभिव्यक्तियों को व्यक्त करने की क्षमता रखता है। मनुष्य के जीवन में हर किसी चीज में कला छुपी हुई हैं।

बिना किसी नवीनता/नयेपन के मनुष्य का जीवन जानवरों के जैसा प्रतीति होता है। हमारे देश के अनेक हिस्सों में शानदार प्राचीन मूर्तियां, कलाकृतियां, चित्र आदि प्राचीन कला के महान उदहारण के रूप में देखने को मिलते हैं।

क्या यह सब सच नहीं है? कला एक ऐसी चीज है जो प्राचीन काल के लोगों की कल्पना शक्ति और उनके रचनात्मकता को दर्शाती है। यह सब केवल उस कला से सम्बंधित है जो हमें अपने अतीत के लोगो से जोड़ती हैं।

हमारे देश की संस्कृति मूल रूप से हमारे जीवन जीने के तरीकों को दर्शाती है। यह हमारे रीति-रिवाजों, विचारों, धर्मों, मान्यताओं, नैतिकताओं इत्यादि के बारे में बताता है, जिसका अनुसरण लोग अपने जीवन जीने के तरीकों में उपयोग करते हैं।

बिना कला के संस्कृति को प्रकट नहीं किया जा सकता है। कला एक जादू की तरह है जो विभिन्न धर्मों और उनके संस्कृतियों के बीच अंतर करने में हमारी मदद करता है।

संस्कृति लोगों के भोजन, कपड़े, भाषा, त्योहार और उनके धर्मों को अलग-अलग रूप से प्रदर्शित करता हैं। इस तरह से प्रत्येक धर्म एक विशिष्ट संस्कृति और परंपरा का प्रतिनिधित्व करते है।

भारत – सांस्कृतिक विभिन्नता में भी एक राष्ट्रता को दर्शाता है

भारत एक विभिन्न राज्यों वाला देश है। इन राज्यों में विभिन्न संस्कृतियां और परंपराएं इन्हें विरासत के रूप में मिली हैं। विभिन्न संस्कृति और विविधता मिलकर एक सुन्दर रूप प्रस्तुत करते हैं।

यहाँ की संस्कृति और परंपराएं सदियों पुरानी प्रथाएं हैं जो इन्हें अपने पूर्वजों से विरासत के रूप में मिली है। इन संस्कृतियों और परंपराओं का पालन देश के हर व्यक्ति द्वारा किया जाता हैं। हिन्दू और बौद्ध धर्मों की उत्पत्ति सदियों पहले ही हो गई थी।

अपने धर्मों के प्रति विश्वास होने के कारण लोग अपने धर्मों के त्योहारों को मनाने लगे और अपने धर्मों की संस्कृति और परंपराओं का पालन भी करने लगे। भारत में ईसाई और इस्लाम जैसे कई और धर्म बाद में यहाँ पहुंचे। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि भारत में रहने वाले लोग विभिन्न धर्मों का पालन करते हैं और साथ ही विभिन्न संस्कृति और परंपराओं का पालन भी का रहे हैं।

धर्म, भाषा और संगीत में विविधता

भारत एक ऐसा देश है जहां लोग विभिन्न धर्मों को मानते हैं। ये लोग अपनी भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार जहां वो रहते हैं उसी के अनुसार कई भाषाएं बोलते हैं। इसके बावजूद विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच आपसी एकता और समझ है। वो बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से रहते हैं और अपने संस्कृति और परंपराओं के अनुसार पूजा करते हैं।

भारत के हर राज्य को उसके नृत्य और संगीत के रूप में भी पहचाना जाता है। यह सब उस राज्य में रहने वाले लोगों की संस्कृति और परम्परा पर निर्भर करता है। देश के लोगों में अन्य संस्कृति और परंपराओं के लिए भी सम्मान रखते है। यह कोई धर्म या भाषा नहीं जो हमें विभाजित कर सके। यह संस्कृति और परंपरा के रूप में हमें आपसी प्यार से जोड़ती है जो हमें एकजुट बनाये रखती है।

त्योहारों की विविधता

भारत एक लोकतांत्रिक राष्ट्र है, जहां लोग अपनी पसंद से जीने और रहने के लिए स्वतंत्र हैं। वो जिस धर्म पर विश्वास करते है, उस धर्म का पालन करने के लिए वो पूर्णतया स्वतंत्र हैं। कई धर्मों के लोग देश के विभिन्न हिस्सों में रहते है इसलिए यहां कई त्योहार भी मनाये जाते हैं। लोग इन त्योहारों को बड़ी खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।

हर त्यौहार की खुशी अलग-अलग धर्म के लोग अपने-अपने तरीके से मानते हैं। कोई भी त्योहार हर धर्म के लोग मिलजुलकर हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं, जो देश की एकता और अखंडता को अत्यधिक बल देता हैं।

विभिन्न राज्यों की पोशाकों में भिन्नताएं

भारत में विभिन्न राज्यों के अनुसार उनका पहनावा अलग तरह का होता है। उनके द्वारा पहने जाने वाले कपड़े उनके राज्य की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाते हैं।

लोग जिस क्षेत्र में रहते है, उसी के अनुसार उनका पहनावा भी होता हैं। उदाहरण के लिए – पहाड़ो पर रहने वाले लोगों के कपड़े पहनने के तरीके रेगिस्तान में रहने वाले लोगों से बिल्कुल अलग होते हैं।

भारत के अधिकांश हिस्सों में लोग अपनी पारंपरिक पोशाक ही पहनते हैं जो उनकी संस्कृति से जुड़ी होती है। यह हमारे अंदर एकता की भावना जागृत करती है और हमें प्रेम के धागे से जोड़े रखती है।

क्या यह कला और संस्कृति ही है जो भारत के लोगों को एकजुट करती है?

हर कोई इस बात से परिचित है कि भारत एक महान सांस्कृतिक विविधता से संपन्न देश है। इसके बावजूद लोग देश में शांति और सद्भाव से मिलजुलकर रहते हैं। यह हमारी सदियों पुरानी विभिन्न संस्कृतियों के कारण ही संभव है जो हमें मानवता सिखाती है। बुजुर्गों के प्रति सम्मान, बड़ों का आदर और प्रेम और आपस में एकता सिखाती हैं।

भारत में रहने वाले लोगों को दूसरे धर्मों के लोगों से नफ़रत नहीं है बल्कि वे उनकी संस्कृतियों और परंपराओं का पालन करते है और उन के धर्मों और लोगों का सम्मान करते हैं।

गावों में रहने वाले लोगों को अपनी संस्कृति पर अंधा विश्वास करते है और आज तक वो सभी अपनी संस्कृति और परंपराओं का पालन करते हैं। शहरों में रहने वाले लोग भी मुख्यतः ग्रामीण पृष्ट्भूमि के ही होते हैं। लेकिन शहरों में रहने के कारण लोगों के विचार थोड़े आधुनिक हो गए है, लेकिन वो भी अपनी पृष्ठ्भूमि से जुड़े होते हैं।

वो अपनी संस्कृति के अनुसार सभी परंपराओं और रिवाजों का पालन करते हैं। यह उनकी सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति और मान्यताओं को उनके सम्मान के रूप में दर्शाती है। हमारे स्कूलों में बच्चे को भारतीय संस्कृति और उनकी परंपराओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया और पढ़ाया जाता है।

कई अवसरों पर वो विभिन्न प्रकार का कार्यक्रम भी करते हैं जो हमारी संस्कृति की सुंदरता को दर्शाती हैं। इससे हमारे राष्ट्र के बच्चों और लोगों में एकता और भाईचारे की भावना का भी विकास होता है।

इसके अलावा हमारी सरकार भी विभिन्न समयों पर कई घोषणाओं की पहल करता है, जो लोगों को आपसी प्यार और एकता के साथ रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि यह सभी हमें अपनी विभिन्न कला और संस्कृति से हमें आपस में एक सूत्र में जोड़े रखता है।

निष्कर्ष

भारत एक आध्यात्मिक भूमि है, जहां भगवान राम और कृष्ण जैसे विभिन्न देवताओं ने जन्म लिया है। इस देश ने कुछ विशिष्ट संत और नेताओं को भी जन्म दिया है। हमारे द्वारा आज तक उसी संस्कृति और परंपराओं का पालन किया जाता रहा है।

हम सभी बहुत धन्य हैं जो हमने ऐसी महान भूमि पर जन्म लिया है, जो उस पुरानी कला और संस्कृति का पालन करता है जो कभी प्राचीन भारत का हिस्सा था।

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