एकता में बल है पर निबंध – Essay On Unity is Strength in Hindi

मानव जीवन में एकता का अत्यंत महत्व है।  एकता के बल पर आप हर परिस्थिति का सामना कर सकते हैं।  एकता में इतनी अद्भुत शक्ति है जो विषम परिस्थितियों में आपको मजबूत बनाये रखती है।

एकता में बल है पर निबंध – Long and Short Essay On Unity is Strength in Hindi

आज यदि हम आजादी की हवा में साँस ले रहे हैं और एक स्वतंत्र भारत का हिस्सा है तो यह हमारे वीरों और महापुरुषों के बलिदान और एकता का ही परिणाम है। यदि वो भी अंग्रेजो के “फूट डालो शासन करों ” की कूटनीति को न समझते तो आज हम लोग आजादी का सुख अनुभव नहीं कर पाते। हमारी आजादी हमारे शहीदों की एकता और बलिदान का प्रतीक है जो हमें विरासत के रूप में प्राप्त हुई है।

वर्तमान में कुछ भ्रष्टाचारी नेता अपने निजी स्वार्थ को पूरा करने के लिए हमारी एकता को खंडित करने में लगे हुए है।  वे अपने तुच्छ स्वार्थो के लिए जनता की बिल्कुल परवाह नहीं करते हैं।  ऐसे राजनेत्ताओं को सबक सिखाना होगा , ऐसे नेताओं को मत न देकर उन्हें उनकी गलती का अहसास कराना होगा।

मतों को बेचना बंद करो

लोकतंत्र अपनाओ

चंद पैसो की खातिर

मत पथ से फिसल जाओ

पौराणिक कहानियाँ

हमने अपने बचपन में अनेक प्रकार की कहानियाँ सुनी है जो हमें एकता के महत्व को बतलाती है।  जैसे -किसान के चार पुत्र , शेर और बैलों की कहानी आदि। और आज भी हर विद्यालय में एकता से सबंधित हमारे बच्चे सुनते हैं। परन्तु केवल कहानियां सुनने से एकता स्थापित नहीं हो जाती। यदि कोई कहानी हमारे जीवन में बदलाव नहीं लाती तो उसका सुनना -सुनाना व्यर्थ है।  एकता में शक्ति है , यह हम  जानते हैं और  इस तथ्य पर अमल करना एकता के महत्व को स्पष्ट करने के समान है।

एकता का महत्व

एकता के बल पर हमने अनेक योद्धाओं से युद्ध करके अपनी संस्कृति की रक्षा की है और दुश्मनों के आक्रमण का मुँह तोड़ जवाब दिया है।  हमारे देश के वीर जवान एकता के कारण , एक जुट होकर दुश्मन को परास्त करते हैं।  जल,थल और वायु सेना के आपसी एकत्व सम्बन्ध के कारण कोई भी अकर्मणकारी इतनी आसानी से देश पर अकर्मण नहीं कर कर सकता है।  यदि सभी अपने स्वार्थ को सार्थक करने में लगे रहेंगे तो धरती पर स्वर्ग स्थापित करने का सपना और  धरती पर रहने वाले प्राणी जगत की सुरक्षा करना अत्यंत कठिन होगा।

अन्य देशों से सम्बन्ध

प्रचीन समय से लेकर अब तक हमारे देश के नेता अन्य देशो से अनेक प्रकार की संधिया और समझौते करते आ रहे है ताकि अन्य देशो से हमारे सम्बन्ध मधुर बने रहे और वक्त पड़ने पर मुसीबत के समय हमें अन्य देशों से सहायता मिल सके।  इस प्रकार के समझौते हमारी एकता को सुदृढ़ता प्रदान करती है और अन्य देशो के मैत्री समबन्ध स्थापित करती है।

अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता

यह कहावत हम सबने सुनी है।  जिसका अर्थ है कोई भी अकेला व्यक्ति सब कुछ नहीं कर सकता।  हर व्यक्ति को अपने काम के लिए किसी न किसी की मदद के जरुरत होती है और इस प्रकार हम सभी एक-दूसरे पर किसी न किसी रूप में आश्रित हैं। इंसान का शरीर भी उम्र के साथ-साथ कमजोर हो जाता है और उसे अपने दैनिक कार्यो के लिए भी किसी न किसी के जरुरत अवश्य होती है।  जैसे यदि आपको चोट लग जाये तो उसके इलाज के लिए आपको चिकत्सक की आवश्यकता होगी।

धर्मनिरपेक्ष राज्य

भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है।  यहाँ पर हर धर्म के लोगो के सामान नागरिकता प्राप्त है।  कोई भी स्वंत्रतापूर्वक किसी भी धर्म को अपना सकता है और अपने धर्म के अनुसार पूजा अर्चना कर सकता है। हम एक ही परमपिता परमात्मा की संतान है , बस हमारे रूप अलग-अलग है। भगवान् में हमें बनाने में किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं किया।  भगवान् ने कोई धरम नहीं बनाया।  धर्म , जाति , मजहब ये सब इंसान ने ही बनाये है।  लेकिन इन सब विभिन्ताओं के बावजूद हमारा भारत अपनी एकता को संजोये हुए है और निरंतर एकता में  रहने का सन्देश देता रहा है।  किसी ने सही कहा है

हिन्दू मुस्लिम मिले एक बार

हिन्दू कहे मुस्लिम बुरा

मुस्लिम कहे हिन्दू बुरा

आ जाये इन्सान में बुराई तो

इंसान ही बुरा

आपसी मतभेद के कारण कभी-कभी हम इंसान बनना भी भूल जाते है।  अपने अहम् के कारण हर प्रकार का कुकर्म भी करते नहीं हिचकिचाते है।  इस प्रकार के कर्मो से हमारे देश की एकता खंडित होती है। इसलिए हमें आपसी मतभेद को भूलकर एक जुट रहना चाहिये। इसलिए जितना हो सके हमें अपने मन और आत्मा को स्वच्छ रखना चाहिए और हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए और दूसरों को भी अपने अच्छे कर्मो से प्रेरित करना चाहिए। यदि किसी कारण  से हमारे अंदर किसी भी प्रकार की घृणा या बुराई आती है तो यह बुराई हमें एक जुट नहीं रहने देती और हमारे सम्बन्धो में कटुता भी बढ़ जाती है।

निष्कर्ष

हमारी एकता ही हमारे देश को प्रगति के पथ पर ले जा सकती है।  आपस में मतभेद रखने से किसी का भला नहीं होता है। यदि हमें एक सुखी और विकसित जीवन का आनंद लेना है तो हमें एक जुट होकर हर परिस्थिति का सामना करना होगा।  जैसे अभी हाल ही में हम कोरोना से लड़ने का हर निरंतर प्रयास कर रहे है और सरकार भी नागरिकों से उनके बेहतर साथ की उम्मीद करती है ताकि हम इस महामारी का सामना कर सके और एक स्वस्थ देश का निर्माण कर सके।