कोरोनावाइरस पर निबंध – Essay on Corona Virus in Hindi 

कुछ चीज़ें जब अकस्मात घटित होती है तब उनके विषय में न ही कुछ ज्ञात होता है और ना ही कुछ कहा ही जा सकता है।इसी का एक उदाहरण है साल 2019 में घटित होने वाला कोरोना वायरस। कोरोना वायरस या कोविद-19 साल 2019 के अंतिम चरण में चीन के वुहान सहर में सबसे पहले आया था।

इस बीमारी को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा महामारी घोषित कर दिया गया है।यह वायरस मनुष्यों की बाल को तुलना में 9नौ सौ गुना छोटा है।इसके आगमन ने विश्व के समस्त प्राणियों के जीवन को तहस-नेहहस कर दिया है।यह एक ऐसी आपदा के रूप में हमारे सामने आया है जिसकी कल्पना कहीं भी किसी ने भी नही की थी।

कोरोनावाइरस पर निबंध – Long and Short Essay on Corona Virus in Hindi

कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है जिसके संक्रमण से सर्दी,जुखाम,बुखार,खासी,सांस लेने में दिक्कत आदि समस्याएं उत्पन्न होती है।यह वायरस एक संचारी वायरस है अर्थात यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।इसमें गले में खराश जैसी समस्याएं भी जन्म लेती है।यह वायरस वुहान से शुरू हुआ था और आज विश्व स्तर पर फैल चुका है।

शुरुवाती दौर में किसी ने सोचा नही था कि यह वायरस जिसने चीन में इतनी तबाही मचाई एक दिन पूरे विश्व में फैल जाएगा।जैसा कि बताया जा चुका है कि यह एक संक्रमण कारी बीमारी है तोह इससे स्वधामि बर्तन अत्यंत आवयशक है।

सर्दी,खासी,चीक की बूंदों से यह वायरस उतपन्न होते है ।यदि किसी व्यक्ति को बुखार चौदह दिन तक रहता है और उसके बाद भी बरकरार रहता है साथ ही अन्य लक्षण जैसे सर्दी,जुखाम भी देखने को मिलता है तब उसे कोविद टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है पर यह जरूरी नही की उसे कोविद ही हो क्योंकि ये सारे लक्षण अन्य काजी बीमारियों में भी देखने को मिलते है जैसे मलेरिया,फ्लू आदि।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पूरी तरह से इस विषय पर विचार विमर्श करने के उपरांत यह बताया गया है कि इस बीमारी से सबसे अधिक खतरा बुज़ुर्गों और छोटे बच्चों को है साथ ही उनको भी जिन्हें पहले से मधुमेह,हार्ट,अस्थमा आदि की शिकायत है।

कोरोना एक जानलेवा बीमारी है अतः इसमे प्रत्येक मनुष्य का सतर्कता एवं सवाधानी के साथ रहना अत्यंत आवयशक है। वर्तमान समय में कई वैज्ञानिक एवं डॉक्टर इस बीमारी की दवा खोजने में और बनाने में पूरी निष्ठा और तीव्रता के साथ काम कर रहे है परन्तुं अभी तक हमे सफलता प्राप्त नही हो पाई है। इस संकट के समय हर किसीको सायं एवम धैर्य के साथ रहना होगा।

कोरोना से बचाव के लिए डॉक्टर अभी हालफिलहाल में उन दवाइयों का प्रयोग कर रहे जिससे इनके लक्षणकों को कम किया जैसके क्योंकि इसकी वैक्सीन अभी उपलब्ध नही है,साथ ही अब हर व्यक्ति को और सावधानी बरतनी होगी बहुत से नियमों का पालन करना होगा जैसे कि जब भी कहीं बाहर से आये सदैव हाथों को साबुन से धोना,बाहर जाते वक्त मास्क का प्रयोग हमेशा करना,सैनिटाइजर द्वारा हाथों को निरंतर साफ करते रहना, लोगों से पर्याप्त दूरी बनाए रखना और जितना हो सके कम से कम घर से बाहर निकलना या यूं कहें कि तब ही निकलना जब अत्यधिक आवयशक हो।

अब मास्क सैनिटाइजर हमारे जीवन का हिस्सा बन गए है इन्हें हम चाह कर भी अलग नही कर सकते हम इससे पूर्ण रूप से बांध चुके है। जब भारत में इस बीमारी का आगमन हुआ था तब लोग में इसका बहुत आतंक था कायिओं ने इससे अपनी जान गवाई है परंतु अब इतने महीनों बाद लोगों को यह अपने जीवन का हिस्सा ही लगने लगा है ,

वे इसके आदि हो चुके पर इसका यह अर्थ बिल्कुल भी नही है कि हम लापरवाही बरते क्योंकि आज भी यह उतना ही खतरनाक है जितना पहले था। इन सबके बाद भी हमे यह नही भूलना चाहिए किस इस वैश्विक महामारी में जहां हम अपने घरों में सुरक्षित रह रहे है वही दूसरी ओर सभी डॉक्टर दिन रात लोगों की सेवा में लगे है वे अपनी जान की चिंता न करते हुए निस्वार्थ भाव से अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहे है ,

और साथ ही हमे उनका भी नमन करना चाहिए उन्हें भी सलामी देनी चाहिए जो बैंक कर्मचारी है क्योंकि वे भी प्रतिदिन अपनी जान को जोखिम में डाल कर बैंक जाते है ताकि देश की अर्थव्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे।

कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी है। साल 2020-2019 समग्र विश्व के लिए कष्टदायक सिद्ध हुआ है। अतः प्रत्येक व्यक्ति का जीवन उसके कार्यों पर निर्भर करता है। यह सबके लिए अनिवार्य है कि वे सावधानी बनाये,सतर्क रहें,नियमों का पालन करे,एक दूसरे से पर्याप्त दूरी बनाए ,निरंतर अपने हाथ सांईटीज़ करे,मास्क पहने और जितना हो सके घर पर रहे। इस महामारी ने सबके जीवन की दशा ही बदल दी परेशानियों की गिनती जितनी कि जाए उतनी कम है,

अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट देखने को मिली, पूरी शिक्षा नीति अस्त-व्यस्त हो गयी जिसके कारण स्कूल,कॉलेज,विश्वविद्यालयों को बंद करना पड़ गया। लोगों की आमदनी बन्द हो गयी ,कई लोगों के दुकानों में ताले लग गए। आज हर कोइ व्यतिथ है,ऐसे समय में संयम बनाये रखना अपने मन पर अंकुश रखना अधिक आवयशक है।

भारतीयों ने हमेशा हर मुश्किल का सामना किया है चाहे वो आज़ादी की लड़ाई हो या चीन  और पाकिस्तान का हमला इसी प्रकार हम सब मिलकर कोरोना वायरस नामक इस वैश्विक महामारी पर जल्द ही विजय प्राप्त कर लेंगे।