कंटेंट राइटर कैसे बने विशेषताएं और प्रकार के बारे में पूरी जानकारी

कंटेंट राइटर कैसे बने इससे पहले आपको यह ज्ञात होना चाहिए कि कंटेंट राइटर का अर्थ क्या है।  ये कौन होता है। कंटेंट राइटर वो  व्यक्ति होता है जो किसी भी विषय पर लिखता है जैसे कानून से सम्बन्घित विषयो पर  , प्रेणादायक कहानियां लिखने वाला , एक अखबार में छपने वाला विज्ञापन , किसी पत्रिका में छपने वाला विज्ञापन या किसी वेबसाइट पर छपने वाला विज्ञापन।

कंटेंट राइटर कैसे बने? (Content Writer Kaise Bane)

जैसा कि  नाम से स्पष्ट है content जोकि एक अंग्रेजी भाषा का शब्द है , content का अर्थ है -विषय और writer का अर्थ है लिखने वाला।  किसी भी विषय पर लिखने वाला उस विषय का कंटेंट राइटर होता है। एक अच्छा कंटेंट राइटर अपने विषय के बारे में बहुत सजग होता है और वह किसी भी विषय के बारे में गलत नहीं लिख सकता।  कंटेंट राइटर अपने विषय के बारे में जब लिखता है तो विषय से सबंधित अनेक बातो को ध्यान में रख कर एक अच्छा कंटेंट दुनियाँ के सामने प्रस्तुत करता है। आजकल कंटेंट राइटर के डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।  लोग घर बैठ कर बड़ी बड़ी कंपनियों से संपर्क स्थापित करके उनके विषय से सम्बन्धित , या उनके उत्पाद से सम्बंधित उत्पाद के बारे में एक अच्छा कंटेंट लिखते हैं जिसके कारण उन्हें घर बैठे पैसे कमाने का मौका मिलता है और इस तरह कंपनी को अपना विज्ञापन अधिक प्रभावी मिल जाता है।

कंटेंट राइटिंग क्या है?

कंटेंट राइटर विषय से सबंधित अच्छाई और बुराई दोनों का वर्णन अपने विषय में करता है।  जब भी आप किसी भी विषय के बारे में लिखने बैठे तो इस बात का ध्यान रखे कि आपका कंटेंट प्रभावी होने के साथ-साथ प्रेरणा का स्त्रोत भी होना चाहिए और उसमे विषय से सम्बंधित हर छोटी -बड़ी बात का उल्लेख होना चाहिए। आपका कंटेंट इतना  अधिक भी विचारो और अनावश्यक बातो से भरा हो कि पड़ने वाला बोर हो जाये। आपके कंटेंट में एक प्रकार का खिंचाव होना चाहिये ताकि पड़ने वाला जब भी पड़े उसे लिखने वाले से प्रेम हो जाये और उसके साथ एक अनोखे रिश्ते का अनुभव कर सके।  जैसे कई प्रकार की कहानियां हमें इतनी अधिक प्रेरित करती है जैसे मानो वो हमारे जीवन का एक अंग हो।  इसका कारण यह है लिखने वाले ने उसमे जिन शब्दों का प्रयोग किया है वो शब्द हमारे दिल को गहराई से छू जाते है और हम उस लेखक के विचारो , जीवनी , उसके द्वारा लिखी कहनियों को और पड़ना चाहते हैं। कंटेंट राइटिंग के लिए आपको कम्यूटर का आना जरुरी है और आपकी टाइपिंग स्पीड भी अच्छी होनी चाहिए और अपने विषय में माहिर होना  चाहिए तभी आप एक अच्छा और प्रभावी , बेहतरीन कंटेंट लिख सकते हो।

विशेषताएं

एक अच्छे content में कुछ विशेताएं होनी चाहिए ताकि पड़ने वाला आपके लिखे हुए शब्दों से मंत्रमुग्ध हो जाये।

आपका कंटेंट इतना प्रभावी होना चाहिए कि पड़ते ही पड़ने वालों को विषय के बारे में पूर्ण जानकारी मिल जाये

  • आपके कंटेंट को एक सरल और स्पष्ट भाषा में भाषा होना चाहिए।  कभी-कभी कुछ लेखक अत्यधिक कठिन शब्दों का अपने कंटेंट में प्रयोग करते है जिससे कंटेंट विषय से सम्बंधित तो होता है परन्तु समझ से परे होता है।  पड़ने वालों को विषय के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं होता है।  इस तरह आपका कंटेंट बेहतर होते हुए भी पड़ने वाले के मन को नहीं लुभा पाता।
  • आपका कंटेंट में विषय से सबनाधित बातो को ही जिक्र होना चाहिए , अनावश्यक बातो या कहानियो से अपने कंटेंट को अधिक लम्बा बनाने से कंटेंट अच्छा नहीं बनता बल्कि जरूरी बातों और विषय से सम्बंधित तथ्यों से ही आपका कंटेंट प्रभावी बनता है।
  • आपको अपने कंटेंट में वर्णो , स्वरों अथवा व्याकरण से संबंधित सभी नियमो का ध्यान रखना चाहिए। आप अपना कंटेंट चाहे किसी भी भाषा में लिखे , उस भाषा के व्याकरण की समझ आपको होनी चाहिए।  व्याकरण के नियमो का पालन आपके कंटेंट को प्रभावशील और आकर्षक बनाता है।
  • एक कंटेंट राइटर को अपने लिखे हुए कंटेंट में पूर्ण और सही जानकारी लिखनी चाहिए , यदि एक राइटर गलत जानकारी के साथ अपना कंटेंट लिखता है तो वह लोगो का विश्वास खो देता है।

कंटेंट रइटर के प्रकार

कंटेंट राइटर के भी अलग-अलग प्रकार है। इसको लिखने वाले भी अलग-अलग हो सकते है जोकि अपने विषय में माहिर होते हैं और एक स्पष्ट और सही जानकारी ही उपलब्ध कराते हैं।  कंटेंट राइटर के प्रकार निम्न है :-

Legal अथवा कानून से सबंधित विषयों के राइटर

समें मुख्यतः वही राइटर आएंगे जो कानूनों के दाव-पेंचो को भली-भांति जानते है।  किस प्रकार के दस्तावेज कहाँ काम आएंगे ये आपकी मदद करते है और आपके लिए affidavid बनाते हैं।  आपने अपने नजदीकी कोर्ट के आस-पास कई प्रकार के लोगो को देखा होगा जो कोर्ट के बहार बैठे होते हैं , उनके पास अपना कम्पुयटर और टाइपराइटर होता है।  यदि आपको कोई affidavid बनवाना है तो ये लोग आपकी मदद करते है।  इनके पास हर कार्य से सम्बंधित दस्तवेज होते है जिनका अपना एक फॉरमेट होता है जिसे आप कंटेंट कह सकते हैं।  जैसे यदि आपको जन्म प्रमाण पत्र , मैरिज सर्टिफिकेट , एड्रेस चेंज करवाना है तो आपको इनकी जरुरत पड़ सकती है क्योकि कोर्ट में वही कंटेंट फॉरमेट  चलता है जो इनके पास होता है। ये लोग आपके कई प्रकार के न्यायिक कार्यो में भी मदद करते हैं।

न्यूज़ राइटर

हम जो भी अखबार पड़ते है वो भी किसी न किसी राइटर द्वारा लिखा जाता है।  न्यूज़ लिखने वाला पहले सारी सूचनाओं को इकठ्ठा करता है , उन्हें अन्य न्यूज़ एजेंट से सुनता है , फिर अपनी भाषा में एकअच्छा कंटेंट तैयार करके उसे अखबार में छपने के लिए देता है।  इस प्रकार अखबार में जो भी छपता है उसके लिखने वाले को न्यूज़ राइटर कहा जाता है।

पुस्तक  राइटर

पुस्तक  राइटर वो होता है जो एक उपयुक्त विषय के बारे में ही लिखता है जैसे यदि कोई राजनीतिक विज्ञानं का ज्ञाता है या उसने उसमे काफी अध्ययन किया है तो वह उसी विषय से सम्बंधित पुस्तक लिखता है।  इन्हे ऑथर या लेखक कहा जाता है।  कभी एक लेखक दो विषयो से सम्बंधित पुस्तक भी लिखता है परन्तु उस लेखक को दोनों विषयो के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

विज्ञापन कंटेंट राइटर

बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने उतपाद की बिक्री को बढ़ाने के लिए विज्ञापन करती है , जिसके लिए उन्हें एक अच्छे राइटर की जरुरत होती है।  इसके लिए वह उन्हें income भी देती है।  इस प्रकार के राइटर इन कंपनियों के विज्ञापन के प्रचार-प्रसार के लिए एक अच्छा पोस्ट तैयार करते हैं ताकि कंपनी की गुणवत्ता से लोग परिचित हो सके और  कंपनी में उतप्दित होने वाली वस्तु  को ख़रीदे।  ऐसा प्रचार करने से कम्पनी के अंदर उत्पादित होने वाली वस्तु की बिक्री बढ़ती है और कंपनी  की आय में वृद्धि होती है।

ब्लॉग पोस्टिंग राइटर

ब्लॉग पोस्टिंग राइटर जो किसी भी विषय के बारे में संक्षेप में जानकारी इकठी करके उसे अपने विचारो में लिखता है और वेब्सीटेस पर छापता है।  इस प्रकर के राइटर किसी भी समस्या अथवा विषय से सम्बंधित जानकारी लोगो तक पहुंचाते हैं।

इंटरनेट पर तीन प्रकार के कंटेंट उपलब्ध होते हैं

  • ऑडियो कंटेंट अथार्त श्रव्य साधन और विषय :- इस प्रकार के कंटेंट आप केवल सुन सकते है जैसे FM , रेडियो और MP 3
  • वीडियो कंटेंट  तथा ऑडियो कंटेंट अथार्त दृश्य श्रव्य साधन और विषय :- इस प्रकार के कंटेंट में आप विषय से सम्बंधित कंटेंट को केवल देख और सुन सकते है और पड़ सकते है।
  • रिटेन कंटेंट :- स प्रकार के कंटेंट में वो विषय आते हैं जिन्हे आप पड़ भी सकते है और कॉपी भी कर सकते हैं और इसके साथ-साथ आप उसका प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं।

कंटेंट राइटिंग कैसे प्रभावी बनाये

अपने कंटेंट को बहुत अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाने के लिए आप जितना हो सके अपने विचारो का प्रयोग करें।  आप किसी विषय के बारे में लिख रहे हो तो ये सोच कर लिखो कि अगर कोई अनजान मेरे विषय को पड़े तो उसे पड़ते ही विषय के बारे में जानकारी मिल जाये।  इसके लिए आप अनेक पुस्तकों को भी पड़ सकते है ताकि आपके मन में शब्दों का भण्डार संग्रह हो सके। कभी-कभी ऐसा होता है कि  हमारे मन में अनेक प्रकार के विचार जागृत होते रहते हैं परन्तु उन विचारो को उजागर करने के लिए शब्द नहीं मिलते है।  पुस्तकें हमारे शब्द भण्डार में वृद्धि करते है।  और जैसे -जैसे आप विषय के बारे में लिखते रहते है आपके लेखत्व में सुधार आता है , इसके कारण आपका भी मूल्यांकन होता है , आप भी नए शब्दों और विचारधाराओं से परिचित होते हैं।