सिविल इंजीनियर कैसे बने? योग्यता, परीक्षा और सैलरी की पूरी जानकारी

हेलो दोस्तों नमस्कार आप सभी का स्वागत है हमारे ब्लॉग पर दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं कि सिविल इंजीनियर (Civil Engineer) कैसे बने, सिविल इंजीनियरिंग क्या है ( What Is Civil Engineering ) तथा सिविल इंजीनियरिंग की फीस ( Civil Engineering Fees ) दोस्तों आज हम इन्हीं सब विषयों पर विस्तार से बात करेंगे तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं :-

सिविल इंजीनियरिंग क्या है? (What is Civil Engineering In Hindi)

दोस्तों अपनी जिंदगी में हर किसी का एक सपना होता है, कोई व्यक्ति डॉक्टर बनना चाहता है, तो कोई व्यक्ति वकील बनना चाहता है, ऐसे ही कुछ छात्र जो इंजीनियरिंग से लगाव रखते हैं, ऐसे छात्र इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, और कुछ छात्र सिविल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो दोस्तों हम बता दें, सिविल इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की एक शाखा है, इंजीनियरिंग की इस शाखा के अंतर्गत बिल्डिंग एयरपोर्ट पुल हॉस्पिटल आदि सभी के निर्माण कार्य आते हैं, तथा सड़क निर्माण में सिविल इंजीनियरिंग का हिस्सा है, किसी भी खाली प्लॉट पर नींव रखने से लेकर घर बनाने तक तथा घर का डिजाइन करना घर में कितने कमरे हैं, यह देखना तथा उस घर को बनाना कैसे है, यह सब सिविल इंजीनियरिंग के अंतर्गत आता है, जैसे कि एक खाली प्लाट पर घर का निर्माण किया जाता है, ऐसे ही बड़े बड़े पुल बनाए जाते हैं, स्टेडियम बनाए जाते हैं, शॉपिंग मॉल्स बनाए जाते हैं, यह सब सिविल इंजीनियरिंग का ही एक हिस्सा है, यह सब के निर्माण में सिविल इंजीनियर की एक अहम भूमिका होती है, सिविल इंजीनियर के बिना यह सब काम नामुमकिन है

सिविल इंजीनियर कैसे बनें? (How to Become Civil Engineer In Hindi)

दोस्तों अगर आप सिविल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो सिविल इंजीनियर बनने के दो तरीके हैं आप दसवीं के बाद भी सिविल इंजीनियर बन सकते हैं और 12वीं के बाद भी सिविल इंजीनियर बन सकते हैं, यह दोनों तरीके हम आपको विस्तार से बताते हैं :-

Diploma In Civil Engineering

अगर आप सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करना चाहते हैं, तो यह आप दसवीं के बाद कर सकते हैं, यह कोर्स 3 साल का होता है, तथा इसमें 6 सेमेस्टर होते हैं, इस कोर्स में आपको सिविल इंजीनियर की पढ़ाई पढ़ाई जाती है, तथा आपको ट्रेनिंग भी दी जाती है, कि आप सिविल इंजीनियर कैसे बन सकते हैं, अगर आप सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करते हैं, तो आपको शुरुआत में सिर्फ 10 से 15000 की ही नौकरी मिलती है,

Degree In Civil Engineering

दोस्तों अगर आप सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री करना चाहते हैं, तो इसके लिए पहले आपको 12वीं करनी होती है 12वीं करने के बाद आप B.Tech कर सकते हैं, यह कोर्स 4 साल का होता है, तथा इसमें 8 सेमेस्टर की पढ़ाई होती है,इस कोर्स में आपको एक इंजीनियर की डिग्री दी जाती है, तथा आपको इस काबिल बनाया जाता है, कि आप बहुत अच्छे इंजीनियर बन सको सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री करने के बाद आपको आसानी से ₹25000 से ₹30000 की नौकरी मिल जाती है।

प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam)

दोस्तों अगर आप चाहते हैं, कि किसी सरकारी कॉलेज में आपका एडमिशन हो जाए, तो इसके लिए आपको प्रवेश परीक्षा देनी होती है जिसको IIT कहते हैं, यह बहुत ही कठिन परीक्षा होती है, अगर आपने एक बार यह परीक्षा पास कर ली, तो आप यह सोचिए कि आप बहुत आसानी से सिविल इंजीनियर बन जाएंगे, और आपके Civil Engineer Course सारा खर्चा सरकार उठाएगी, इसके अतिरिक्त जहां पर भी आपकी नौकरी लगेगी आपकी सैलरी शुरुआत में कम से कम ₹45000 से ₹60000 तक आसानी से होगी।

सिविल इंजीनियरिंग की फीस (Civil Engineering Fees)

दोस्तों इंजीनियरिंग अगर आप Diploma In Civil Engineering दसवीं के बाद करना चाहते हैं, तो आपकी फीस एक समेस्टर की ₹15000 से ₹20000 हो सकती है, अगर आप Bacheler Of Technology ( B.Tech ) करते हैं, तो आपकी फीस 40 से 50 हजार एक समस्या थी कम से कम होगी, इसके अतिरिक्त फीस आपके कॉलेज के ऊपर डिपेंड करती है, कि आपका कॉलेज किस हिसाब से है, अगर आप किसी बड़ी यूनिवर्सिटी से यह कोर्स करते हैं, तो फिर भी उसी हिसाब से बड़ी ही होगी।

सिविल इंजीनियरिंग के सब्जेक्ट्स (Subjects of Civil Engineering)

दोस्तों गरम सिविल इंजीनियर के सब्जेक्ट की बात करें तो सिविल इंजीनियरिंग में पर्यावरण इंजीनियरिंग, भू तकनीक इंजीनियरिंग, परिवहन इंजीनियरिंग नगरपालिका व शहरी इंजीनियरिंग, जल संसाधन तथा पदार्थ इंजीनियरिंग तथा निर्माण इंजीनियरिंग सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं।

सिविल इंजीनियरिंग में करियर स्कोप (Career Scope In Civil Engineering)

दोस्तों अगर आप सिविल इंजीनियरिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको अच्छे से मन लगाकर पढ़ाई करनी होती है, सिविल इंजीनियरिंग में जो कुछ भी पढ़ाया जाता है, वह आपको बहुत अच्छे से समझ ना होता है, दोस्तों सिविल इंजीनियरिंग कि आज के समय में बहुत ही ज्यादा डिमांड है, क्योंकि सिविल इंजीनियर के बिना कुछ भी पॉसिबल नहीं है, किसी भी चीज का अगर निर्माण करना है, चाहे कोई घर बनाना हो या कोई बिल्डिंग बना नी हो या कोई सड़क बनाने हो हर प्रकार के कार्यों में सिविल इंजीनियर की आवश्यकता होती है, दोस्तों सिविल इंजीनियरिंग में स्कोप बहुत ज्यादा है आज के समय में।

सिविल इंजीनियर के पद

दोस्तों अगर हम सिविल इंजीनियर के पद की बात करें, तो दोस्तों सिविल इंजीनियर का पद डिपेंड करता है, जो कुछ भी सिविल इंजीनियरिंग में सिखाया गया है, वह उसने किस प्रकार सीखा है, आप के अभ्यास के ऊपर आपका पद निर्भर करता है।

सिविल इंजीनियर की विशेषताएं/गुण (Qualities of Civil Engineer)

दोस्तों सिविल इंजीनियर में एक मुख्य गुण होना चाहिए वह है, उसके माइंड की क्रिएटिविटी एक सिविल इंजीनियर का दिमाग ऐसा होना चाहिए, कि नई नई तरीके उसके दिमाग में आए, तथा एक सिविल इंजीनियर को बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना करना आना चाहिए, एक अच्छे सिविल इंजीनियर की सोच दूसरे लोगों की सोच से थोड़ा हटकर होनी चाहिए, एक अच्छा सिविल इंजीनियर बहुत ही तेज दिमाग का होना चाहिए।

सिविल इंजीनियर की सैलरी? (Civil Engineer Salary)

दोस्तों सिविल इंजीनियर की सैलरी एक सिविल इंजीनियर के ऊपर ही निर्भर करते हैं, जिस हिसाब से एक अच्छे सिविल इंजीनियर को ज्ञान होगा उसके ज्ञान के अनुसार ही उसको सैलरी मिलती है, सिविल इंजीनियरिंग किए हुए व्यक्ति को शुरुआत में ₹15000 से ₹20000 की नौकरी मिल जाती है, फिर धीरे-धीरे जैसे जैसे अभ्यास होता रहता है, वैसे ही सैलरी भी बढ़ती रहती हैं।

सिविल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर में अंतर (Difference in Civil Engineering and Architecture)

वैसे तो सिविल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर में समान ही काम है, वह संरचनाओं का निर्माण करते हैं, लेकिन उनके काम करने के तरीके अलग-अलग होते हैं, आर्किटेक्ट संरचनाओं के डिजाइन बनाने का कार्य करता है, तथा सिविल इंजीनियर उस डिजाइन के मुताबिक उस संरचना को कैसे बनवाना है, यह कार्य देखता है, आर्किटेक्ट का काम संरचनाओं का डिजाइन करना होता है, इसके बाद सब कार्य सिविल इंजीनियर को ही करना होता है, लेकिन देखा जाए तो आर्किटेक्ट का भी बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है, क्योंकि आर्किटेक्ट को यह निर्धारित करना होता है, की डिजाइन में कौन सी चीज कहां पर होगी, एक बिल्डिंग में एक एक कमरे का हिसाब किताब आर्किटेक्ट को रखना होता है, और उनको कैसे बनवाना है, इसका हिसाब-किताब सिविल इंजीनियर को रखना होता है।

दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको हमारी यह पोस्ट बहुत पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो, तो कृपया करके हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताना।धन्यवाद