जिसको न निज गौरव तथा निज देश का अभिमान है ।
वह नर नहीं नर-पशु निरा है और मृतक समान है ।
हमारा देश भारत पर निबंध – Long and Short Essay On India in Hindi
जिस धरती पर इंसान जन्म लेता है उसके साथ उसका प्रेम अटूट होता है। मेरा भारत भी कुछ ऐसा ही है। यहाँ की धरती हर मुसाफिर को भी अपना बना लेती है। तभी तो मेरे देश की धरती का ये गीत बहुत प्रसिद्ध है
ये देश है वीर जावानो का
अलबेलो का मस्तानो का
इस देश का यारो क्या कहना
मेरे देश की धरती
भारत पर निबंध – Bharat Par Nibandh
रेगिस्तान में वास करने वाला व्यक्ति ग्रीष्म की भयंकरता के कारण हांफ-हांफ कर जी लेता है, लेकिन अपनी मातृभूमि के प्रति दिव्य प्रेम संजोए रहता है । शीत प्रदेश में वास करने वाला व्यक्ति कांप-कांप कर जी लेता है लेकिन जब उसके देश पर कोई संकट आता है तो वह अपनी जन्म भूमि पर प्राण न्योछावर कर देता है । ” यह मेरा देश है ” कथन में कितनी मधुरता है । मेरा देश का इतिहास अत्यंत स्वर्णिम रहा है । एक समय था जब इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था । इसे प्रकृति देवी ने अपने अपार, वैभव, शक्ति एवं सौन्दर्य से विभूषित किया है । इससे आकाश के नीचे मानवीय प्रतिभा ने अपने सर्वोत्तम वरदानों का सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया है ।
भारत का नाम का उद्भव कैसे हुआ?
भारत देश का नाम प्राचीन हिंदू राजा “भरत” के नाम पर पड़ा है जो ऋषभदेव के सबसे बड़े बेटे थे। अंग्रेजी में भारत को INDIA कहते हैं जो INDUS शब्द से बना है, सिंधु नदी को अंग्रेजी में INDUS कहते हैं। वैदिक काल में भारत को आर्यावर्त (जंबूद्वीप) भी कहा जाता था। अंग्रेजों के आने से पहले भारत को “सोने की चिड़िया’ कहकर भी पुकारा जाता था।
भारत के अन्य नाम
मेरे देश की कहानी- यह अति प्राचीन देश है । इसे सिन्तु देश, आर्यावर्त, हिन्दुस्तान भी कहते हैं ।जहाँ ऐसे पुरातन काल में आर्यवत नाम से पुकारा जाता था वही महाप्रतापी राजा दुष्यंत के पुत्र भारत के नाम पर ही मेरे देश का नाम भारत देश पड़ा है मेरा भारत देश ने भले ही कितने संकटो और युद्ध युद्ध को झेला हो परंतु हर क्षेत्र में मेरा भारत हर युग में अग्रणी रहा। और इन युद्धो का उसके गौरव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा . मेरे देश की महानता उसके इतिहास और पारंपरिक रीति रिवाजों की वजह से भी है।
भारत देश की विशेषताए
धर्मनिरपेक्ष देश :- भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां पर सभी धर्मों के लोग अपने धर्म का पालन करते हैं। भारत सभी धर्मों का सम्मान करता है। भारत में सभी धर्मों के लोग अपने त्यौहार मनाते हैं। दिवाली, होली, ओणम, दशहरा, रक्षाबंधन, ईद उल फितर, मुहर्रम, बुद्ध पूर्णिमा, लोहड़ी यहां के प्रसिद्ध त्योहार हैं। भारत में संगीत और नृत्य की बहुत सी शैलियां हैं। कथक, भरतनाट्यम जैसे प्रसिद्ध नृत्य है। कहने को हम यह कह सकते है यह विवध धर्मो को अपने अंदर समेटे हुए है जिसमे हर हिंदुस्तानी इसके मातृभूमि से जुड कर खुद को इसका हिस्सा मानता है और इसके विकास की दुआ मांगता है।
अलग सभी के पूजा घर है ,
अलग मंदिर मस्जिद।
लेकिन मेरा मंदिर मस्जिद ,
प्यारा हिन्दुस्तान है।
लोकतांत्रिक देश
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यह संसदीय प्रणाली द्वारा संचालित होता है। भारत में 31 राज्य हैं और 7 केंद्र शासित प्रदेश हैं। 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों से आजाद हुआ था। 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतंत्र देश बन गया था। यहां का अपना संविधान है जो पूरे देश में लागू होता है। भारत की सरकार के तीन प्रमुख अंग है न्यायपालिका कार्यपालिका और व्यवस्थापिका।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक
हमारे देश का राष्ट्रगान “जन गण मन” है जिसे रविंद्र नाथ टैगोर ने लिखा था। भारत की राजधानी नई दिल्ली है। मुंबई देश का सबसे बड़ा शहर है। वंदे मातरम यहां का राष्ट्रगीत है जिसे बंकिमदास चैटर्जी ने लिखा था। हमारे देश में राष्ट्रीय पंचांग के रूप में शक संवत को अपनाया जाता है। सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है। भारत सरकार ने 26 जनवरी 1950 को इसे अपनाया था। अशोक स्तंभ पर देवनागरी लिपि में सत्यमेव जयते लिखा हुआ है। भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर है ,मेरे भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है, राष्ट्रीय चिन्ह तुला है ,जो न्याय का प्रतीक है
भारत का झंडा
भारत का झंडा “तिरंगा” है। इसमें तीन रंग है। सबसे ऊपर केसरिया रंग है जो समृद्धि और भाईचारे का प्रतीक है। तिरेंगे के बीच में सफेद रंग है जो शांति का प्रतीक है और हरा रंग जो की उपजाऊ मिट्टी को दर्शाता है। भारत कृषि के क्षेत्र में बहुत ही संपन्न देश है। तिरंगे में एक अशोक चक्र है जिसमें 24 तीलियां होती हैं। यह 24 घंटे को प्रदर्शित करती हैं।
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं
भारत की भाषायें
हिंदी को राजभाषा माना गया है जबकि अंग्रेजी को सहायक राजभाषा माना गया है। भारत में अनेक भाषाएं बोली जाती हैं। मराठी, नेपाली, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, गुजराती, बंगला, कश्मीरी, मणिपुरी, उड़िया समेत 20 भाषाएं बोली जाती हैं।
भारत की जलवायु
भारत एक विशाल देश है। क्षेत्रफल के आधार पर भारत विश्व का 7 वाँ बड़ा देश है। यहां पर पहाड़, पर्वत, झरने, पठार, मैदान, नदियाँ, झीले, समुद्र तट सभी कुछ है।सभी प्रकार की भू-आकृतियां भारत में पाई जाती हैं। भारत के उत्तरी भाग में हिमालय पर्वत स्थित है जहां पर चारों ओर पहाड़ ही पहाड़ देखने को मिलते हैं। हिमालय की सबसे ऊंची चोटी का नाम माउंट एवरेस्ट है।
यह विश्व की सबसे ऊंची चोटी है इसकी ऊंचाई 8848 मीटर है।भारत के उत्तर पूर्व में गंगा ब्रह्मपुत्र नदियां बहती हैं जो अपने साथ विशाल मैदान बनाती हैं। भारत देश के पश्चिमी भाग में राजस्थान का विशाल रेगिस्तान है। पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट है। भारत में चारों प्रकार की जलवायु पाई जाती हैं सर्दी, गर्मी, बरसात और बसंत ऋतु यहां पर पाई जाती है।
यहाँ की जलवायु मानसूनी है। मेरा देश भारत महासागरों से घिरा हुआ है भारत देश तीन तरफ से महासागरों से घिरा हुआ है। पूरब में यह बंगाल की खाड़ी से घिरा हुआ है। दक्षिण में इसके हिंद महासागर स्थित है और पश्चिम में अरब सागर है। भारत अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाना जाता है।
महापुरषो की धरती
यहां बड़े धर्मात्मा, तपस्वी, त्यागी, परोपकारी वीर, बलिदानी महापुरुष हुए हैं । यहां के ध्रुव, प्रहलाद, लव-कुश, अभिमन्यू हकीकतराय आदि बालकों ने अपने ऊंचे जीवनादर्शों से इस देश का नाम उज्जल किया है ।
कृषि प्रधान देश
मेरा भारत देश कृषि प्रधान देश है यहां पर हर तरह के अनाज की उगाए जाते है जैसे मक्का ,ज्वार ,गेंहू ,बाजरा ,इत्यादि। भारत में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के समय से चली आ रही है। भारत में लगभग 51% भाग पर कृषि की जाती है ,भारत देश की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर ही निर्भर करती है और लोग कृषि से अपनी आजीविका चलाते हैं हरित क्रांति के बाद और अधिक अनाजों की पैदावार होने लगी है मेरा भारत देश कृषि प्रधान होने के साथ अन्य देशों में भी अग्रणी है।
मेरे भारत का कानून
मेरे भारत में रहने वाले सभी व्यक्तियों के लिए सामान्य आचरण का पालन करें इसके लिए कुछ नियम बनाए गए है ,जिसका पालन करना मेरे भारत के हर नागरिक के लिए आवश्यक है जो इसका पालन नहीं करता उसके लिए मेरे भारत में न्यायपालिका द्वारा दंड निर्धारित किया गया है ,मेरे देश में लोकतंत्र है। मेरे देश में सभी के लिए समान कानून लागू होता है और उसका पालन करना मेरे देश के हर नागरिक को के लिए आवश्यक है।
आजाद भारत
आज मेरा भारत मेरा देश अआजाद है , यह मेरे देश की वीरो के बलिदान कर ही परिणाम है , जिनके बलिदान को देश का हर नागरीक शत शत नमन करता है। अपने वीरो के बलिदान को नमन करने के साथ साथ मैं उन वीरो की म का भी धन्यवाद करना चाहूंगी जो अपने लालो को दुश्मन का सामना करने के लिए जंग में भेज देती है :-
जंग में जो दुश्मनो को मारकर हासिल हुइ
वो शहादत भी मुसलसस जिंदगी से कम नहीं।
अपने लालो को जो भेज देती है जंग है ,
ऐसी मायै पन्ना जैसी त्यागनी से काम नहीं
देश पर मुसलमानों, मुगलों, अंग्रेजों ने आक्रमण करके यहां पर विदेशी राज्य स्थापित किया और इसे खूब लूटा तथा पद- दलित किया । पर अब वे दुःख भरे दिन बीत चुके हैं । हमारे देश के वीरों, सैनिकों, देशभक्तों और क्रान्तिकारियों के त्याग और बलिदान से 15 अगस्त, 1947 ई० में भारत स्वतन्त्र होकर दिनों-दिन उन्नत और शक्तिशाली होता जा रहा है । 26 जनवरी, सन् 1३५० से भारत में नया संविधान लागू हुआ है और यह ” सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न लोकतन्त्रात्मक गणराज्य ” बन गया है ।
मेरे भारत का विज्ञान और प्रौद्योगिकी में स्थान
मेरे भारत का नाम विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बहुत विकसित हो चुका है सभी देशों में विज्ञान प्रौद्योगिकी में नई-नई खोजे हो रही है परंतु इस दौड में मेरा भारत भी पीछे नहीं है मेरे
मेरा भारत कंप्यूटर युक्त भारत
मेरा भारत एक ‘माइक्रोप्रोसेसर ,का ,युग है क्योंकि यह मनुष्य के मस्तिष्क का प्रतिरूप है इस मस्तिष्क रूपी माइक्रोप्रोसेसर में कुछ अंग जोड़े जाते हैं जिससे एक कंप्यूटर बनता है ,मेरा भारत में आज हर काम पहले की अपेक्षा और जल्दी होने लगा है हर क्षेत्र में चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो वह इस कंप्यूटर ने ले लिया है और इसकी वजह से मेरे भारत देश का नाम कई क्षेत्रो में अग्रणी हो रहा है और अपना नाम कमा रहा है।
भारत की नदियां
भारत में कई नदियां हैं जैसे गंगा ,यमुना ,सतलज,गोदावरी ,और अन्य कई है, भारत की नदिया पूजनीय है , भारत में कुछ ऐसे राज्य हैं जिन्होंने कई खनिजों को अपनी गोद में समेटे हुए हैं, कश्मीर, नैनीताल, शिमला ,कुल्लू मनाली ,जैसे ऐसे राज्य जिनकी प्राकृतिक सुंदरता किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
उपसंहार
मेरे भारत के बारे में लिखना चाहे तो शब्द कम पड़ जाएंगे इसने ना जाने कितने दर्द और लहू सहकर स्वतंत्रता हासिल की है परंतु फिर भी इसने हार नहीं मानी आज मेरा भारत देश जिसे एक सोने की चिड़िया कहा जाता था उस सोने की चिड़िया को अंग्रेज चुरा कर ले गए थे ,परंतु आज मेरे भारत ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से वही स्थान प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी मुझे मेरे देश पर गर्व है।
अमेरिका का धन,
रूस की गन ,
चीन का जन ,
इससे भी प्यारा है हिन्दुस्तान का मन