लाल किला पर हिंदी में निबन्ध – Essay On Red Fort in Hindi

भारत के इस इतिहास से हम सभी परिचित है की प्राचीन काल में इस देश पर मुग़लों ने लगभग ४०० वर्ष तक शासन किया। इस मुग़ल साम्राज्य के दौरान कला कौशल तथा ऐतिहासिक भवनों के  निर्माण का कार्य अत्यधिक उन्नति पर रहा।

लाल किला पर हिंदी में निबन्ध – Long and Short Essay On Red Fort in Hindi

मुग़ल सम्राटों ने दिल्ली और आगरा में कई ऐतिहासिक भवनों का निर्माण करवाया। आगरा के ताजमहल की भांति दिल्ली का लालकिला भी विश्वप्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक है। लाल किले का निर्माण शाहजहाँ द्वारा १७ वीं शताब्दी के  दौरान सन १६४८ में करवाया गया था।

ऐतिहासिक स्मारकों में सबसे प्रचलित यह किला यमुना नदी के पश्चिमी तट पर सुंदर लाल पत्थरों द्वारा निर्मित है। इसे लाल किला भी इसलिए कहते है क्योंकि यह लाल बलुआ पत्थरों से बना है। २५६ एकड़ की धरती  पर स्थित यह ऐतिहासिक किला भारत की  भूमि को महिमामंडित करते हुए पुरानी दिल्ली में सलीमगढ़ किले के पास स्थित है।

इस किले में कई महल हैं जिनके वास्तुकार और शिल्पकारी लाजवाब है। इस किले के मुख्य द्वार से प्रवेश करने पर आकर्षक मीना बाजा़र लगता है जहाँ आज भी कलायुक्त वस्तुओं का व्यापार होता है। लाल किले के अंदर अनेक भव्य महल है जिनमें विशेष रूप से दर्शनीय है दिवाने आम और दिवाने ख़ास।

लाल किला दिल्ली के केंद्र में स्तिथ है। भारत की राजधानी दिल्ली को ऐतिहासिक रचनाओं एवं प्राचीन कलाओं के लिए जाना जाता है। इन्ही ऐतिहासिक इमारतों के कारण यह एक दर्शनीय स्थल है और लाल किला इसके केंद्र में है। इसे किला-ए-मुबारक के नाम से भी संबोधित किया जाता है,मुग़ल शासक १८५७ तक यहां रहे थे।

लाल किला शाहजहानाबाद के महल के रूप में बनाया गया था। इसमे एक संघराले है दीवाने-ए-आम और दीवाने-खास। लाल किला प्राचीन सलीमगढ़ किले से जुड़ा हुआ है और दोनों नदी की धार से जुड़े है,इस धार को स्वर्ग की धारा कहाँ जाता है। ये किला भारतीय संस्कृति, प्रतिभा,प्रतिष्ठा, गौरव,सम्मान का प्रतीक है साथ ही मुग़ल वस्तुकला की झलक भी देखने को मिलती है।

हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में,प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय ध्वज किले के मुख्य द्वार पर,देश की प्रतिष्ठा के प्रतीक के रूप में फहराया जाता है। इसे यूनेस्को द्वारा वर्ष 2007 में विश्व विरासत स्थल के तहत लिया गया है। शाहजहाँ ने लाल किले में अपनी रानियों के लिए एक महल बनवाया था जिसका नाम रंग महल रखा था।

रंग महल को संगमरमर से बनवाया गया है जिसमे एक कमल की आकृति के समान झरना है। इस महल में सिर्फ राजा को ही प्रवेश करने की अनुमति थी अन्य किसी को नही और इसमें कार्य करने के लिए किन्नरों को रखा जाता था। किले के अंदर अजायबघर का निर्माण किया गया है जहां शासकों के वस्त्र,शस्त्र और अन्य चीजें रखी रहती है , यह पर्यटकों के लिए सदैव खुला रहता है।

लाल किला भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है हर वर्ष सैकड़ों की तादात में लोग इस देखने आते है। भारत का झंडा निरंतर इसके मुख्य द्वार पर फहराता रहता है। ऐसे ऐतिहासिक स्थल,इमारते,स्मारक भारत और भरायवासियों को सदैव गौरवान्वित करते है। नवीन और पुरातन कलाओं से सुसज्जित है हमारे भारत की राजधानी दिल्ली ।

इसकी उची-उची इमारते दर्शकों को अपनी ओर खींचती है।लाल किला दिल्ली के चांदनी चौक में स्तिथ है।इसके निर्माण में नौ वर्षो का समय लग और साथ ही लालहों रुपये भी लगे। इसमे अनेक भवन है जैसे कि दीवाने आम का प्रयोग बादशाह द्वारा आम जनता से बात करने के लिए किया जाता था,दीवाने खास में बादशाह अपने मंत्रियों से रॉय-परामर्श करते थे,

इसी प्रकार हर एक भवन का अपना अलौकिक सौंदर्य एवं महत्व है। आजाद हिंद फौज का मुकदमा यही हुआ था। बहादुर शाह जफर इस किले में रहने वाले अंतिम शासक थे। उचाई से किले पर दृष्टि डाली जाए तो यह अष्टभुजकरी लगता है। लाल किले के बीचों बीच एक नहर है, आस पास बगीचे है,फव्वारे है।

लाल किला में कई रतनों को रखा गया था यहां तक कि कोहिनूर हीरा भी यही रखा गया था जिसे बाद में विदेशियों ने चुरा कर अपने पास रख लिया। इसमे प्रवेश के लिए दो द्वार है लाहोरी और दिल्ली। लाहौरी द्वार का प्रयोग सामान्य लोग करते थे और दिल्ली द्वार खास लोगों के लिए था। लाल किला इतिहास की एक ऐसी ऐतिहासिक स्मारकों को में से एक है जिसपे भारत को हमेशा गर्व रहेगा।