राष्ट्रीय गणित दिवस पर निबंध – Mathematics Day Speech in Hindi

मौजूदा समय के इस तकनीकी युग में गणित विषय का महत्व बहुत ही अधिक है। शिक्षा तकनीक उद्योग वह वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समझने वह उनको बड़े ही बारिक से अध्ययन करने के लिए गणित के सूत्रों का उपयोग होता है। गणित जितना ही लोकप्रिय है उतना ही कठिन है और व्यवसायिक तौर पर बहुत ही जरूरी भी है.

राष्ट्रीय गणित दिवस पर निबंध – Mathematics Day Speech in Hindi

उत्तर वर्तमान समय में अधिकतर विद्यार्थी गणित विषय से ही हो  पढ़ कर के अपने कैरियर को बेहतर बनाना चाहते हैं। भारत में अनादि काल से लेकर के अब तक अनेकों महान गणितज्ञ हुए जिन्होंने गणित पर कई शोध कार्य किए और भारत ही नहीं पूरे विश्व में ख्याति प्राप्त किए ऐसे ही एक विज्ञानिक जय श्री निवास रामानुज जिनके योगदान के सम्मान में उनके जन्मदिन यानी 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस महान वैज्ञानिक का जन्म दक्षिण भारत के मद्रास सिटी से लगभग 400 किलोमीटर दूर मे  इरोड नगर के एक छोटे से गांव मे सन 1887 ईस्वी में हुआ। उन्होंने गणित विषय में कई नए शोध की है और कई नवीनतम सूत्रों को को प्रतिपादित करके उनसे संबंधित शोध पत्र प्रकाशित किए। श्रीनिवास रामानुज ने अपने 34 वर्ष के अल्प आयु में ही गणित के क्षेत्र में पूरे विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त की इन्हें भारत का ही नहीं अपितु पूरे विश्व के महानतम गणितज्ञों में माना जाता है।

राष्ट्रीय गणित दिवस की घोषणा और आयोजन।

भारत के महान अर्थशास्त्री वह 14वें प्रधानमंत्री आदरणीय श्री डॉ मनमोहन सिंह जी ने डॉक्टर श्रीनिवास रामानुज के 125 में जन्मदिवस की वर्षगांठ पर चेन्नई में आयोजित सरकारी आयोजन में डॉक्टर रामानुज जन्मदिवस को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में उद्घोषक किया उन्होंने श्रीनिवास रामानुज संबंधित कई महत्वपूर्ण बातें बताई उनके शोध पत्रों पर परिचर्चा की उनके बचपन उनके शैक्षणिक जीवन उनके जीवन संघर्ष और उनके गणितीय शोध पर कई बातें लोगों को बताएं और यह भी बताया कि क्यों डॉक्टर श्रीनिवास रामानुज के जन्मदिन को ही राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में चुना गया,

अपने जीवन के अल्प आयु में ही जो कार्य गणित के क्षेत्र में श्री निवास रामानुज ने किए और गणित के क्षेत्र में पूरे विश्व में ख्याति प्राप्त की को बहुत ही सम्माननीय सराहनीय और प्रोत्साहन है वर्ष 2012 से ही डॉक्टर श्रीनिवास रामानुज के जन्मदिन को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है भारत के सभी विश्वविद्यालयों में महाविद्यालयों और स्कूलों में गणित विषय से संबंधित कई आयोजन किए जाते हैं उस पर चर्चाएं होती गणित के क्षेत्र में अवसर क्या है कैसे हैं और किस प्रकार से बनाए जा सकते हैं आदि मुद्दों पर चर्चा भी की जाती है,

उस दिन जो गणित के क्षेत्र में उन्हें पुरस्कार भी दिया जाता है और उनका प्रोत्साहन भी किया जाता है जाने-माने गणित के विशेषज्ञ प्रोफेसर को कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भी बुलाया जाता है। इलाहाबाद में स्थित सबसे पुराना विज्ञान अकादमी है।

राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर एन ए एस आई। गाड़ी और रामानुज के शोध पर कार्यशाला आयोजित करती है उस कार्यशाला में पूरे भारत भर से गणित विषय के लोकप्रिय विशेषज्ञ और व्याख्याता भुलाए जाते हैं अपनी सब के माध्यम से गणित और श्रीनिवास रामानुजन के बारे में कई उपयोगी जानकारी भी देते हैं कई बातों पर चर्चा करते हैं,

भारत का प्रतीक राज्य अपने अपने तरीके से राष्ट्रीय गणित दिवस को मनाता है अवसर ford सही प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है जिसमें स्कूल कॉलेज विश्वविद्यालय और कई अनिश्चित स्थानों में संबंधी प्रश्नावली साल की जाती है और छात्रों से कहा जाता है कि वह उसमें भाग लें और गढ़ी से विषय को प्रसारित करें  विद्यार्थी ऐसे आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लेते हैं।

राष्ट्रीय गणित दिवस क्यों मनाया जाता है

भारत के महान गणितज्ञों को श्रद्धांजलि देने के लिए राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने विश्व प्रसिद्ध गणितज्ञों के महान योगदान के बारे में चर्चा की और राष्ट्रीय गणित दिवस का आयोजन कर अपनी विरासत को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। महान भारतीय गणितज्ञों जैसे ब्रह्मगुप्त, आर्यभट्ट और श्रीनिवास रामानुजन ने भारत में गणित के विभिन्न सूत्रों, थ्योरम और सिद्धांतों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस प्रकार राष्ट्रीय गणित दिवस का जश्न मनाने के द्वारा भारतीय गणित की शानदार परंपरा को प्रोत्साहित करना और इसे आगे बढ़ाना महत्वपूर्ण है।

प्रधान मंत्री ने अलागप्पा विश्वविद्यालय में रामानुजन के नाम पर उच्च गणित के लिए एक केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने यह भी कहा कि अर्थशास्त्र, विज्ञान और अन्य विषयों के अध्ययन में गणित के सिद्धांत मोटे तौर पर उपयोग में लाए जाते हैं।डॉ सिंह ने यह भी स्वीकार किया कि हमारे देश में गणितज्ञों की कमी नहीं हैं और गणित से जुड़े समुदाय का कर्तव्य है कि वे भारत में शैक्षणिक अनुशासन के रूप में गणित के अनुसंधान और अध्ययन को बढ़ावा दें और इसे और संभव बना सके।

डॉ. सिंह ने महान श्रीनिवास रामानुजन को श्रद्धांजलि देकर यह कहा कि वे तमिलनाडु और भारत के महान पुत्र हैं जिन्होंने दुनिया भर में गढ़ के छेत्र में उन्होंने अपना उल्लेखनीय योगदान दिया है बड़ी उंर के महान योगदान को स्निती में रखने के लिए और उस के सम्मान में भारत सरकार ने श्री रामानुज के जन्मदिन 24 दिसंबर को इसीलिए सन 2012 में राष्ट्रीय गणित दिवस के रुप में मनाने की घोषणा की जो तब से प्रतीक वर्ष सभी सवालों में मनाया जाता है भारत का इतिहास लड़के छेत्र में महानुभावों से भरा पड़ा है।

तमिलनाडु के राज्यपाल के रोसैया ने यह स्वीकार किया कि यह कड़ी मेहनत, उत्साह और लगन है जिसने श्रीनिवास रामानुजन को एक महान गणितज्ञ बनाया। गणित में अनुसंधान और विकास के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए विश्वविद्यालयों को भी प्रोत्साहित किया जाता है। राष्ट्रीय गणित दिवस मनाते हुए अनुसंधान और विकास के लिए एक मंच बनाया जा सकता है। यह मंच छात्रों और शोधकर्ताओं को लंबे समय से पीछे रह गई विकास की विरासत को जारी रखने में मदद करेगा जिसे गणित और विज्ञान के मूल संस्थापकों द्वारा स्थापित किया गया था।