हमारा देश “भारत “। भारत में जन्म लेने वाले हर व्यक्ति अपने भारतीय होने पर गर्व पर गर्व करता है। और इससे भी ज्यादा गर्व अपने देश की आन बान और शान से लहराते हुए तिरंगे को देख कर करता है। इस ध्वज को पाने की खुशी में हम “राष्ट्रीय ध्वज अंगीकृत” दिवस के रूप में मनाते हैं।
भारत के राष्ट्रीय ध्वज़ पर निबंध – Long and Short Essay On National Flag in Hindi
हर स्वतंत्र देश की पहचान होता है उसका ध्वज। भारत के ध्वज की पहल पिंगली वैंकैयानंद ने की थी। भारत के स्वतंत्रता के कुछ दिन पहले ही 22 जुलाई 1947 को भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान इसे अपनाया गया था । 26 जनवरी 1950 को इसे पूर्ण रूप से अपनाया गया था।
राष्ट्रीय ध्वज का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। भारत की आज़ादी का सबूत है। देश के रक्षा में जान न्यौछावर करने वाले शहीदों के लिए सम्मान है। भारतीय ध्वज में तीन पट्टी होती है सबसे ऊपर केसरिया रंग बीच में सफेद रंग और सबसे नीचे हरा रंग । ध्वज के बीच में बना अशोक चक्र बना है। इस ध्वज की लंबाई और चौड़ाई 2:3 के रूप में है। इसकी हर पट्टी हमें कुछ ना कुछ संदेश देती है।
निष्कर्ष
भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारा अभिमान है। ना जाने कितने सैनिकों ने इसकी रक्षा में जान न्यौछावर कर दिया। हमें भी अपने राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान देना चाहिए और इसे किसी भी हाल में झुकने नहीं देना चाहिए।