धर्म एकता पर निबंध – Essay On Religious Unity in Hindi

गीता कुरान पुराण या बाइबल इन सब में सिर्फ एक बात कही गई है कि हम सब इंसान है और हम सबको मिल जुल कर रहना चाहिए। हमें कभी भी किसी से भी उसके धर्म के लिए, उसकी जाति के लिए, उसके रंग के लिए, उससे कभी भी भेदभाव नहीं करना चाहिए कोई भी धर्म हमें यह नहीं सिखाता कि हम दूसरों के साथ भेदभाव करें हर धर्म यह सिखाता है कि हमें सदैव दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।

धर्म एकता पर निबंध – Long and Short Essay On Religious Unity in Hindi

और हमेशा मिल जुल कर रहना चाहिए धर्म के नाम पर लड़ने वाले लोग तो सियासत करते हैं, और वह चाहते कि समाज में लोग लड़े। हमारे देश में आज भी बहुत सारे विदेशी घात लगाए बैठे रहते हैं कि कब हमारे देश में फिर से धार्मिक फूट पड़े और फिर से वह हमारे देश पर कबजा कर बैठे। लेकिन हम भारतवासी मिल जुल कर रहना भी जानते हैं और बाहरी लोगों के मुंह तोड़ना भी जानते हैं

धर्म हमें क्या सिखाता है?

सत्य के रास्ते पर चलना

हर धर्म हमें सत्य के रास्ते पर चलना सिखाता है हर घर में यह कहा गया है कि आप हमेशा सत्य बोलिए चाहे आप किसी को मुसीबत में क्यों ना हो चाहे आप की जान क्यों नहीं जा रही हो लेकिन आप कभी भी झूठ नहीं बोल सकते हैं ।कोई भी धर्म यह नहीं कहता की हमें झूठ बोलकर कुछ अच्छा करना है अगर बात सत्य की है तो सत्य से होने वाला हर एक काम अच्छा ही होता है।

सत्य की राह पर चलना हर धर्म की एक अलग पहचान होती है अगर कोई भी मनुष्य सत्य की राह पर चलता है तो वह अपने जीवन में कोई भी गलत कार्य नहीं कर सकता है हमारे हिसाब से सत्य भी एक एकता का माध्यम हो सकता है जब हर एक मनुष्य सत्य बोलेगा तब ना तो इस समाज में बुराइयां रहेंगे और ना ही बुराई करने वाले लोग जिससे ना तो इस समाज में कभी दंगे होंगे और ना ही फसाद।

भाईचारे का संदेश

हर धर्म यह चाहता है कि उसके धर्म से जुड़े हुए लोग और अन्य धर्म के लोग सदैव एक साथ रहे जिससे उनके जीवन में कभी कोई भी दुख ना आए मुसीबत में वह लोग एक साथ रहे और एक साथ एक दूसरे की मदद करें।

हमने हमेशा यह देखा है कि लोग जब दूसरी जाति के लोगों से मदद मांगते हैं तो वह उनसे मदद मांगने में हिचकीचाते हैं इनसे मुख्य कारण यहां पर धर्म आ जाता है उन्हें मदद करने में या मदद मांगने में हिचकिचाहट सिर्फ धर्म के नाम पर होती है।

वह उनसे इसलिए मदद नहीं मांग सकते क्योंकि वह एक हिंदू होता है एक मुस्लिम होता है और एक से होता है या फिर कोई इसाई होता है जब भी हर धर्म यही कहता है कि हमें सबसे पहले उस मनुष्य की मदद करनी चाहिए जो सबसे ज्यादा उस वक्त जरूरतमंद हो हमें उसका कोई धर्म नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वह एक धर्म से जुड़े होने से पहले एक इंसान है हर एक इंसान दूसरे इंसान का भाई होता है।

प्यार मोहब्बत का संदेश

आज भी हमारे देश में जहां पर ईद में सवैया खाई जाती हैं वहीं पर होली में रंग भी लगाया जाता है ,जहां पर ईद में गले मिलते हैं वहीं पर दिवाली में पटाखे भी फोड़ते हैं, आज भी हमारे देश में हर एक कौम में एकता दिखाई देती है,

आज भी हमारे देश में एक ही जगह पर “अजान भी होता है और एक ही जगह पर आरती भी होती है” लेकिन कभी-कभी कुछ धर्म के रहनुमा आकर हमारे इस बीच के प्यार मोहब्बत को नफरत में बदल देते हैं जबकि लोगों के दिलों में एक दूसरों के लिए प्यार और मोहब्बत कम नहीं होती है

आज हमारे देश में धर्म के नाम पर एकता क्यों नहीं है?

1) हमारे धर्म के कुछ रहनुमा अपने धर्म को ही सबसे अच्छा दिखाने की कोशिश करते हैं जिसकी वजह से दूसरे धर्म के लोगों के दिलों मैं नफरत पैदा हो जाती है जिसकी वजह से लोग एक दूसरे से एक दूसरे से नफरत करना शुरू कर देते हैं

2) हमारे देश के कुछ न्यूज़ चैनल अपने कुछ थोड़े से फायदे के लिए अपने देश में अपने ही भाइयों के बीच में नफरत पैदा करने का कार्य करते हैं जिसकी वजह से एक हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई कभी एक साथ बैठकर दो चार बातें नहीं कर सकते हैं कुछ ऐसे लोग भी बैठे हुए होते हैं जिनका काम सिर्फ नफरत फैलाना होता है

निष्कर्ष

भारत एक ऐसा देश है जहां पर हर 10 किलोमीटर पर वहां का पहनावा, वहां की बोली, वहां का खानपान वहां पूजा और नमाज अदा करने का तरीका ,रहने का तरीका, सब कुछ बदल जाता है। इतने धर्म होने के बावजूद भी भारत को एक माना जाता है क्योंकि यहां पर लोग एक साथ प्यार मोहब्बत से रहते हैं। बड़े-बड़े विकसित देश हमारे देश का उदाहरण देते हैं ।

जहां पर किसी धर्म किसी जाति रंग रूप भेद के नाम पर कोई भी भेदभाव नहीं होता है भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां पर इतनी सभ्यता पाई जाती है।