मोटापे की समयस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है। इसका मुख्य कारण फ़ास्ट फ़ूड का अत्यधिक सेवन करना और शाररिक गतिविधियों का न करना। या समयस्या न केवल हमारे देश में मौजूद है बल्कि यह समस्या पुरे विश्व के लिए चिंता का विचार है। मोटापा कोई छोटी बीमारी नहीं बल्कि यह बीमारियों को अपने अंदर बुलाने का निमंतरण है।
Motapa Kaise Badhta Hai?
कुछ लोगो का कहना है , जिस व्यक्ति का शरीर बड़ा है , वह मोटा है और मोटापे का शिकार है। लेकिन वास्तव में ऐसे धारणा बनाना व्यर्थ है। मोटापा का अर्थ शरीर के अंदर B . M . I . यानि की बॉडी मॉस इंडेक्स का बढ़ना है। यदि किसी व्यक्ति B .M I. बड़ा हुआ है अर्थात 30 से ज्यादा है तो वह मोटापे से ग्रस्त है। मोटापा एक ऐसी स्थिति है जिसमे अत्यधिक शरीर पर जमा हो जाते है और शरीर मोटा दिखता है।
खो देते है बार -बार अपना आपा
जब से बड़ा है मोटापा
अपने खाने पर करो कण्ट्रोल
वरना लोग बुलायेगे ढोल
करो अपने आहार पर लगाम
जल और वयो को भी पेट में दो आराम
खाने क तुरंत बाद न करो निंद्रा का विश्राम
थोड़ा टहलो , फिर करो आराम।
विभिन्न रोग :- मोटापे के कारण हमारे शरीर के अंदर अनेक रोग उत्पन्न हो जाते है जिसमे सबसे भयंकर रोग हिर्दय समबन्धी रोग , कैंसर रोग है। इसके अतिरिक्त इससे मधुमेह , गठिया , जोड़ो के दर्द , डिप्रेशन , शरीर में आलस्य का होना , किसी काम में मन न लगना इत्यादि। मोटापे भले ही हमारे बाहर से तन्दुरुस्त दिखाता है पर वास्तव में वह हमें अंदर से उतना ही कमजोर कर देता है। मोटा व्याकतो थोड़ी देर पैदल चलने पर ही थक जाता है और उसके साँस फूलने लग जाते है। मोटापे के कारण व्यक्ति तनावयुक्त रहता है।
मोटापे के कारण :– मोटापे के कए कारण हो सकते है जो निम्नलिखित है :-
1) . तले हुए भोजन को अधिक मात्रा में सेवन करना।
2) . व्यायाम न करना।
3 ). मधपान करना।
4 ). समय पर नींद न करना व् भोजन न करना।
मोटापे के लक्षण :- यदि कोई व्यक्ति मोटा है तो उसमे यह लक्षण होंगे :-
साँस लेने में कठिनाई :- जो वव्यक्ति मोटा होगा उसे साँस लेने में कठिनाई महसूस होगी। यदि वह थोड़ा सा भी शारारिक काम करेगा उसे थकान अनुभव होंगे और उसके साँस फूलने लगेगी।
खर्राटे लेना :- अक्सर ऐसा देखा जाता है जो व्यक्ति मोटा होता है उसे खर्राटे लेने की आदत होती है जबकि ऐसा नहीं है दरअसल यह एक तरह की बीमारी है जो मोटापे की उपज है।
पसीना आना :– जो व्यक्ति मोटा होता है उसे बहुत अधिक पसीना आता है और वह बहुत जल्दी थक जाता है। जिसके कारण वह अधिक देर तक कोई भी कार्य नहीं कर पता।
तनावयुक्त जीवन :- जो व्यक्ति मोटा होता है वह थोड़ी सी ही परेशानी आते हे तनाव से ग्रस्त हो जाता है और दुसरो का जीवन भी संकट में डाल देता है।
जोड़ो में दर्द होना :- यदि कोई व्यक्ति मोटा है तो उसके जड़ो में हमेशा दर्द रहता है जिसके कारण वह दिन प्रतिदिन के कार्यो को करने में खुद को असमर्थ ममहसूस करता है।
उपाय :– आधुनिक युग के लोग अपने मोटापे को कम करने के लिए अपने भोजन में कमी कर देते है जिससे काफी हद तक हमारा शरीर कई हद तक मोटापे से मुक्त हो जाता है पर वास्तव में हमारा शरीर कमजोर हो रहा होता जिसका हमें जरा भी अंदाजा नहीं होता और हम यह सोचते है हमने अपने मोटापे पर नियंतरण कर लिया है जबकि वास्तव में ऐसा नहीं होता। हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को भी खो देता है और हम अस्वस्थ भी हो सकते है जिसके कारण हम दवाईयो का सेवन आरम्भ कर देते है और हमारा शरीर अनेक बीमारियों का शिकार हो जाता है। मोटापे को दूर करने के लिए हमें नीचे लिखे बातो का पालन करना चाहिए :-
1 ). समय पर खाये।
2 ). ज्यादा तला हुआ या बाँसी भोजन का सेवन न करे।
3 ). नियमित समय पर उठकर व्याययाम या योग अभ्यास करें।
4 ). समय पर सोये।
5 ). अपने मन और चित को शांत रखे।
6 ). हमेशा पौष्टिक आहार और संतुलित भोजन करे।
हर तरह की मिठाई से भरी है प्लेट
निकल रहा है पेट पर हो नहीं रहा वेट्
कैसे खाऊ ये सोच कर मन है अस्त
सबसे ज्यादा चिंता है कैसे घटेगा वेट।
निष्कर्ष
मोटापे से शरीर का हर अंग अस्त व्यस्त हो जाता है , इसके कारण इंसान अपने आपको कभी कभी दुसरो के सामने लज्जित मासूस करता है। हम इतना ही कहना चाहेंगे कि व्यक्ति को न जरुरत से ज्यादा मोटा होना चाहिए और न ही अत्यधिक पतला।
ये कैसे समयस्या है मेरी चर्बी घटती नहीं
मीठे से मेरे नजर हटती नहीं
अगर कोशिश भी करू तो पेट मेरा करे खर खर
अब नहीं होता इन्तजार
बाजरे की रोटी लगे बेकार
कैसे कम करू अपने तोंद का आकार
मुझे भी खाने सब्जी , चोमिन , चटनी और अचार।